देहरादून में त्रिपुरा के छात्र ऐंजल चकमा की हत्या ने पूरे देश को झकझोर दिया है। मामूली तानों से शुरू हुई घटना हिंसा में बदल गई, जिसमें ऐंजल को गंभीर चोटें आईं और इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। इस मामले ने पूर्वोत्तर के छात्रों की सुरक्षा पर बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं। राष्ट्रीय अनुसूचित जाति जनजाति आयोग के बाद अब राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने भी संज्ञान लेते हुए उत्तराखंड सरकार को नोटिस जारी किया है। इस वीडियो में ऐंजल चकमा की पूरी कहानी, जांच की स्थिति और सुरक्षा से जुड़े अहम सवालों को विस्तार से समझाया गया है।
00:00थीइए भीवार हम लोग जाते हैं तब हम लोग को चिनकी चािनिज बोला जाते यह नया बात नहीं
00:20भभया आया मैं पचाने के लिए फिर भभया को उन्हें को कड़ा से मारा अगा उससे भभया को उनलों ने छापो मार दिया
00:27भारत माता की जय के नारे लगाने वाले देश में एक भारतीय च्हात्र को सिर्फ इसलिए मार दिया
00:35गया क्योंकि उसकी शक्ल भारतीय नहीं लग रही थी वह चीन से नहीं था वो विधेशी, वो दुश्मन नहीं था
00:42वो एक भारतिय फौजी का बेटा था। फिर भी उसे चिंकी, चाइनीज और मोमोज कहा गया और उसी नफरत ने देहरादून की सडकों पर एक होनहार भारतिय छात्र की जान ले ली।
00:55ये बेहत दुखद है कि अपने ही डेश में तृपुरा के रहने वाले एंजल चकमा को पराया समझा गया अपनी शकल और बनावट की वज़ा से।
01:14उन्हें उन तानों का सामना करना पड़ा जो अकसर पुर्वत्तर के लोगों को चोट पहुचाते हैं लेकिन इस बार बात सिर्फ तानों तक नहीं रुकी बलकि बात खून खराबे और मौत तक जा पहुची।
01:26देहरादून जैसे शांत शहर में एक छात्र का इस तरह मारा जाना हमारे समाज पर एक गहरा दाग है।
01:56तब है माइकल रोज की तरह कुछ गहरेलू सामान खरेदने के लिए बाजार निकला हुआ था।
02:01वो अपनी धुन में जा रहे थे लेकिन तभी रास्ते में उस लड़कों ने उन्हें घेर लिया।
02:06बाइक और स्कूटी पर सवार ये लड़के इन दोनों भाईयों को देखते ही फक्तियां कसने लगे।
02:11माइकल बताते हैं कि वो लड़के उन्हें चिंकी, चाइनीज और मोमोच कहकर चिड़ा रहे थे।
02:17पहले तो एंजल और माइकल ने इसे नजर अंदाज किया और आगे पढ़ने पर उन्हें लगा कि शायद वो लड़के खुद ही चुप हो जाएंगे।
02:25लेकिन हमलावरों का हौसला बरता चला गया। जब बरदाश्ट करना मुश्किल हो जाता है तो माइकल ने अपनी बाइक रोकी और उन लड़कों से बस इतना ही कहा कि हम भी इसी देश के रहने वाले हैं, हमें चाइनीज क्यों बोल रहे हो।
02:39माइकल का ये सवाल पूछना ही था कि उन लड़कों ने मारपीट शुरू कर दी। हमलावरों में से एक ने अपने हाथ में पहले से ही भारी कड़े से माइकल के सिर पर जोर से हमला बोला, भाई को पिटता देख, एंजल तुरंत उसे बचाने के लिए आगे आए, उन्हों
03:09उनके परिवार के लिए किसी डरावने सपने जैसी थी, हमलावरों ने सिर्फ कड़ों से ही नहीं, बलकि चाकू से भी एंजल के पेट पर जवरदस्त वार किया, वो लोग एंजल की गरदन पर कड़े से तब तक प्रहार करते दिखे, जब तक उसकी गरदन पूरी तरह से �
03:39भाईयों को अस्पताल ले जाया गया, माइकल को सिर में चोट लगी थी, लेकिन एंजल की हालत बहुत जादा ही खराब थी, इसलिए उसे आईसीउ में रखा गया, पिछले कई दिनों तक एंजल अस्पताल के बिस्तर पर मौत से लड़ता रहा, बीच में परिवार को उमी
04:09ने दम तोड़ दिया, इस घटना के बाद अबराष्टिये मानवादिकार आयोग ने कड़ा रुख अपनाया है, आयोग के सदस प्रियंक कानून गो ने उत्राखंड सरकार को नोटिस भेज कर अब तक की जाच की रिपोर्ट मांगी है, आयोग ने राज के मुक सच्यू औ
04:39यूनियन ने भी पुलिस की धिलाई को लेकर सवाल उठाए थे, इसके बाद अब प्रशाशन हरकत में आया है, एक मा का बेटा और एक भाई का सहारा आज सिर्फ इसलिए छिन गया, क्योंकि कुछ लोगों की नजर में वो अपने ही देश में विदेशी था, इस खबर में �
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