00:0017 साल के बाद BNP के कारिकारी अध्यक्ष और पूर्व पधान मंत्री खालिता जिया के बेटे तारिक रहमान लंदन से धाका पहुच गए हैं
00:08तो ये बड़ी ख़बर बांगलादेश से बहुत बड़ी हल चल है क्योंकि तारिक रहमान वापस आ गए हैं लंदन में रह रहे थे और अब धाका में जब वो लोटे हैं तो BNP के लाखो समर्तकों का हुजूम उबड़ा है
00:21भावी प्रधान मंतरी के रूप में भी तारिक रहमान को देखा जा रहा है ऐसे समय में उनकी बापसी हुई है जब बांगलादेश में बहुत नाजुक दोर से बांगलादेश गुजर रहा है
00:44अंतरिम सरकार के मुख्या मुहम्मद यूनूस है और लेकिन उनके नियंतरण में न वहां के कटरपंती हैं न वहां के लोग हैं न लॉइन और हिंदों का खतलियाम मचा रखा है
00:54और उन 17 सालों के बाद तारीक अनवर वापस लोटे हैं तारीक अनवर जैसे गए थे बिलकुल उसी तरह से शीख हसीना को भी बांगलादेश वोड़ना पढ़ना था और अब तारीक अनवर वापस लोटने हैं तो उनके समर्थों को का हुजूम लोटा है
01:08भारत की इस पर निगाएं तारीक रहमान पर भी भारत की निगाएं होंगी क्योंकि ये एक ऐसा प्रदिश्य है जब बांगलादेश के साथ भारत के रिष्टे बहुत अच्छे लगने रहे लेकिन एक उधार और अधिक लोगतांत्रिक विकल्प तारीक रहमान दे सकते है
01:38था सत्ता में थी तब बहुत गंभीर आरूपों का सामना करना पड़ा और उनको उसी तरह से एक तरह के से भाग कर जाना पड़ा और अब सत्रा सालों के बाद उनकी धाका वापसी हुई है उनके जो समर्थक हैं वो बड़े उतसाहित हैं आपको तस्पीरे भी दिखा रहे
02:08ये तस्पीरें आप देख रहे हैं ये वापस बंगलादेश लोटा हैं बंगलादेश इस समय बहुत बहुत बुरे दोर से गुजर रहा है और जो वहाँ पर हिंदू इस समय है वो डर के माहौल में है क्योंकि उन्हें नहीं मालूम कि क्या अगली दिन का सूरज वो देख �
02:38के बाद उनकी ये ढाका बापसी है और आप देखे ढाका में लोगों का हुजुम और ये वो लोग हैं जो उनके समर्थक हैं उनकी पार्टी के समर्थक हैं वो वहाँ सड़कों पर दिख रहे हैं वहाँ उस प्रांगन में दिख रहे हैं उस रैलिस्थल पर दिख रहे हैं �
03:08इजाज़त तो है नहीं अब चुनाब लड़ने की शेख हसीना की पार्टी को तो ऐसे में वही एकमात रिविकल्प की तूर तौर पर देखे भी जा रहे हैं
03:14और सिदा ग्राउंड जीरो पर लिए चलते हैं हमार समधता आश्यतोष मिश्या इसमें हमारे साथ बांगला देश से ही जुड़ गया हैं
03:20आश्यतोष हमें तस्मीरें तो दिख रहे हैं वहां से कि सुभा से लोग वहाँ पर पहुंच गया हैं कितनी बड़ी संक्या है
03:26कितना बड़ा हुजूम है जो तारिक रह्मान का वहाँ पर समर्थन करने के लिए उनको देखने के लिए पहुंचा है
03:30व्यवस्था राजी 30 से 40 लाख लोगों के थी
03:37यह नभी जो संक्या पूरे ढाका गया आप तो उस जगह के देखर है 300 फिट की रोड
03:41वहां से आगे से ले करके उनको अपने महा जहां उनको और भरती हैं उनसे जब बिलने जाएंगे उस पूरे रास्ते में भी 1000 लाखों का हुजूम है
03:48यह संक्या 50 लाख 60 लाख से कहीं ज्यादा है जितनी ट्रेने हैं अंगलादेश में सब बंद हैं
03:54सब जो है उनको लेकर के पूरा पच्छे मुत्तरदक्षे से ढाका आई है जिस चौराहे पर मैं खड़ा हूँ दरसल इसी चौराहे से तारिक रह्मान का काफिला गुजरने वाला है
04:02और इसी वज़े से हर चार चौराहे पर लोग स्वागत करने के लिए खड़े हैं बैनर पोस्टर हैं अबादी इंस्ट्रुमेंट हैं और इसी के साथ लोग हैं बच्चे हैं बुजर्ग हैं महिलाएं इंतजार करने बैटे हैं यहां कोई ऐसी जगे नहीं है जहां पर या �
04:32जो पिछले डेड़ साल से गायब थी क्योंकि एक अंडूलन के बाद जो रूप रेकाती बद्लिय हुए थी और से लिए तारिक रहमान अपने हाप में इस समय बहुत बदा चाहिए लेकिन मैं भारत के प्रपेक्शन समझना चाहूंगा कि अगर तारिक सत्ता में बैठते ह
05:02देगे खालिदा जी प्रदानमंत्री थी ऐसा नहीं कि उनका भारत के साथ मिलना जुला नहीं था तोरह नहीं था उससमय तत्काली मत्री जो मुलागाते तब भी थी और यह रिष्टे जो कूफनीतिक रिष्टे होते हैं यह इस पर भी निर्बर करते हैं कि दो देशों के �
05:32हजारों लोग मेडिकल वीजा पर इलाज के लिए बाहरत आते हैं बांगलादेश के चातर हजारुख जंक्या में यहां पढ़ते हैं लोगों की जो जरुवत होती है लोगों की जो उम्मीद होती है बहुत बार सरकार उसके विपरीत नहीं कर पाती है
05:43मैं इसलिए कह रहा हूं कि तारीक रह्मान जिस समय खालगाजय की सरकार में 2000 शाइक में कोई पदपर तो थे नहीं वह पर्दे की पीछे काम करते जब वह गये तो उन पर भश्टाचार इन सब के आरोप लगे अब जब वह आये हैं तो उन्होंने देखा है कि उनकी सरकार जा
06:13देश है जो बंगलादेश की लिबरेशन में जिसका सबसे बड़ा योगदान रहा है उससे रिष्टे बैठ करूँ उम्मीद है मतला यह मैं कुछ लोगों से बात कर रहा तो जो मेरे साथ हैं और यह वो लोग है जो लगातार उमीद ही करके बैठे हैं हम यह समझते हैं सला
06:43बंदुत्त से और फ्रेंडशिफ्स के अंदर जितने भी हो सके इस्तिशिल लेना है उसका एक चैलेंज है यह जरूर पर होते हैं सरकार स्थिर होती है आंतरिक दिर्श्ची से आप उतर चुके होते हैं तब कोशिश होती है
07:13उमीद जरूर की जा सकती ही कि जो रिष्टे करवाहट है वो ठीक जरूर यह जा है
07:43आजनीती में इनको क्राउन प्रिंस कहा जाता है क्योंकि पूर पीम खालिदा जिया के ये बेटे हैं जब खालिदा जिया पीम थी तब कोई पद पर तो नहीं थे लेकिन ये चले गए थे देश चोड़कर इन पर बहुत भरस्टाचार के आरोप लगे थे ये बीन पी के अ
08:13लंदन चले गए बचने हैं और इलाज कराने के बहाने लंदन गए और उसके बाद से कभी बंग्लदेश लोटे हैं नहीं बिल्कुल वही स्टोरी जो हम पाकिस्तान में देखते हैं बिल्कुल उसी तरह का हमें बंग्लदेश में ब zinc दिखाई देता है कि इलाज के बहाने �
08:43पारोपों से उनको बरी कर दिया गया और अब जब वो लोट रहे हैं तो बिलकुल ऐसे बाहे फ़राकर बंग्रदेशन नागरिक उनका स्वागत करने के लिए बेकरार है
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