📌 Description: Aap dekh rahe hain ek AI animated Inmates Moral Story — jahan galti karne wala aadmi seekhta hai ki zindagi hamesha ek dusra mauka deti hai. Yeh kahani dosti, badlaav, insaaniyat aur sudhar ka sandesh deti hai. Agar aapko moral stories, life lessons aur AI animation pasand hai, to yeh video aapke liye hai!
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03:18ुपश्यान देखते ही देखते सिम्मी शरत की शादी हो जाती है और सास के नाम से डरी, सहमी, सिम्मी सिसुराल पहुँच जाती है जहां पहुंचते ही वो डरते हुए बोलती है
03:29ममी जी, मैं अभी पूरे घर का काम कर दूँगी और जॉब भी छोड़ दूँगी जैसे आप कहोगी मैं सब कुछ वैसी ही करूँगी
03:38हरे, इतना डर क्यों रही हो? और अभी घर आई हो, कोई काम करने की जरूरत नहीं
03:44नई शादी है, कुछ दिन आराम करो, घूमो, फिरो, रही बाद घर या जॉब की, तो वो तुम्हारी चोईस है, कोई तुम्हें नहीं रोकेगा
03:54सास का ऐसा व्यवार देख सिम्मी हैरान रह जाती है, और अपनी भाबी सुनैना का ससुराल में पहला दिन सोचने लगती है
04:02चलो हो गया, कारेक्रम खतम, जाब आसु आराम कर, बहू, तु अपने काम पर लग जा, काम से मेरा मतलब है घर का काम, क्योंकि अब से तुम इसके अलावा और कोई जाब बाब नहीं करोगी हा
04:19क्या हुआ, कहां खो गई?
04:24लगता है सपनों में ही गोमने लगी
04:26ससुराल की ऐसी इमेज, सिम्मी ने कभी सपने में भी नहीं सोची थी
04:39अपने आपको बहू नहीं, बेटी सुन उसे बहुत हैरानी होती है
04:44लेकिन जैसे जैसे समय बीटता है, तो अब सिम्मी को किसी भी जग़ से ज़्यादा ससुराल अच्छा लगने लगता है
04:51एक दिन सिम्मी सब से मिलने माई के आती है, तो अपनी मा को भावी पर चिलनाते हुए देखती है
04:57अरे करम जली, अगर मुझे इतना ही पैसा खर्च करना होता, तो तेरी जग़े घर में नौकरानी ना रख लेती
05:04तुझे लेकर आई जिस नौकरानी का पैसा बचे, पर तू तो उससे भी ज़्यादा खर्चा करा रही है
05:10बस मा, तुम्हें कोई कुछ बोलता नहीं, तो हर हद पार करोगी क्या
05:16अगर यही सब मेरी सास करे तो
05:19अरे तो उनकी बेटी को जिन्दा गार दूंगी
05:22तुमारे और उनके अंदर यही तो फरके मा, तुम उनकी बेटी के साथ क्या क्या करती हो
05:28सब कुछ पता होने पर भी वो तुम्हारी बेटी को पलकों पर बिठा कर रखते हैं
05:33एक आप है उनकी बेटी को अपनी बेटी जैसा तो क्या बहु तक नहीं समझती
05:38मा आपको सुनकर मिर्ची जरूर लगीगी लेकिन मेरी सास मेरी मा से अच्छी मा और सास दोनों है
05:44इस पर सिम्मी अपनी मा को अपने ससुराल और उसके प्यार के बारे में सब कुछ बताती है
05:51जिसे सुन सुनैना की सास को अपनी हर गलती का एहसास होता है
05:55अगर वो चाहते तो आराम सी अपनी बेटी का बदला मेरी बेटी से ले सकते थे
06:01पर उन्होंने ऐसा नहीं किया और तुझे हमसे भी ज़्यादा प्यार दिया
06:07तुम दोनों ही मुझे माफ कर दो
06:10इसके बाद तो जैसे सुनैना की सास का रूप पूरी तरह बदल जाता है
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