00:00आज कल हमारे देश में सम्विधान पर काफी बहस छिड़ी हुई है और हमारे साथ आज एक ऐसी हस्ती है जो कि सम्विधान निर्माता बाबा साहे बंबेट करके पच्चिनों पर चल कर देश के कानून के सर्वोच पद पर पहुंचे
00:18आज की पताजी बाबा साहब के साथ काम कर चुके है आप लाचनों के जो सेषन है ड़्चिन पर आज को सेशन है हमारे साथ ऐस्तिस ब्यार गवाई जुड़े हैं और हम काफी गौरवान्वथ यह मंच गौरवान्विध है सर कि आवचाप हमारे साथ जुड़ पकाई बहुत
00:48आई बार ये बात कहीं कि बाबा साहिब से आप इंस्पायर रहे, उनके पच्चनों पर आप चले हैं, उनकी जो सोशल और एकनोमिक जस्टिस की जो आइडिया था, वो आप देश में लाने की आपने कोशिश की काफी आपने उसमें नालसा की बात हो या आज जज काम हो, आप
01:18साहिए देखेए अपना जो स्वविधान है, स्वर्विधान में थीन डिमक्रैक की इस्टुडिचन से
01:27तो कानून बनाना ये विदी पाली का पार्लामेंट का काम है, कानून और सम्विधान ने जो करत भी दीए है, जो हग दीए है, जो डूटीज दीए है, वो निभाना ये कार्य पाली का है, और जूटिशिरी आक्ट as a watchdog
01:56इसका काम नहीं किया जाता है तो अधिया है।
02:26The judiciary doesn't have the power of a sword or implementing agency to execute its own orders.
02:34Sir, एक आजकल काफी जब इलेक्शन रिफॉर्म्स की बात होती है, एक मुद्दा, and if I can ask this, because आपने इस सोचल एकनोमिक जस्टिस की, एक्सेसिबिलिटी की बात की,
02:44politics में जब इस मुद्दे पर सवाल उठता है, तो एक चीज़ आती है, एक हुआ justice, एक हुआ लोगों तक policies पहुंचाना, एक तरफ बात होती है, रेवडी बटने की, रेवडी बटने की, freebies की, इस पर आपका क्या कहना है,
03:05क्योंकि एक तरफ बात होती है, क्योंकि जुडिशरी भी कहती है, कि आप लोगों के लिए ये ये चीज़े कीजिए, दूसरी तरफ, political parties जो है, वो वादे election टाइम पर करती है, कि हम ये ये ये काम करेंगे, उसको और एक दूसरे के काम को फिर वो रेवडी कहते हैं,
03:20मैं देखिये, social and economic justice, samajik और आर्थिक नय और आर्थिक, samajik और आर्थिक समानता, is imbibed in our constitution itself.
03:33और डॉक्टर बासामेट कर भी मानते थे कि इस देश में सिर्फ political democracy अगर रहेगी तो बात नहीं मनेंगी,
03:41unless the political democracy along with it as social and economic democracy, the true democracy will not come.
03:48तो जो लोग desiring mandates हैं, जो पिछड़े हैं, उनको आगे देने के लिए special provisions करना,
03:55तो उसके बारे में तो there can't be any dispute that such provisions the executive and the parliament must also do.
04:03जैसे कि कली मैंने एक बात कहीं कि महरास्टर में काफी बड़ा सुखा है था,
04:08and उस समय आज जो employment guarantee schemes है, तो महरास्टर was the first state
04:16to implement the employment guarantee scheme during that drought.
04:20So as to provide the work to the people, और उनसे काम करके काफी जो public interest के प्रोजेक्ट थे,
04:28वो किये गे, जो routes to the villages, फिर lakes, percoration lakes and all that.
04:36So these sort of schemes are always welcome.
04:39पर जो freebies है कि किसको कुछ किये बना, उनके खातों में amount पहुचाना या,
04:48तो उनको उनसे तो फिर उनके कुछ काम करने की हिशा हैं ने रहेगी,
04:53और जो ऐसा जो culture है, वो जो कुछ अगर executive करना चाहती है,
05:00तो it should be coupled with productivity,
05:03so that आप लोगों को आगे आने के लिए कुछ तो देना है,
05:06अबर उनके साथ में उनसे कुछ काम भी निवाना चाहिए.
05:09तो sir, जो ये debate चलती है, और ये debate Supreme Court तक भी आई थी,
05:13freebies को लेकर, एक काफी report भी हुआ था,
05:17एक comment जिसमें Supreme Court से एक tipणी आई थी,
05:30जो कोट कह रहे हैं, वो करने के लिए पैसा निया,
05:32तो जब इस तरह की खीचतान होती है,
05:35उसको आप कैसे देखते हैं कि जुडिशरी क्या करें,
05:37सरकार क्या कर रही है, खास तोर से क्योंकि ये पोलिटिकल मुद्दे बन जाते हैं.
05:41कि मेरे परसनल व्यू का है, तो मैंने बता ही दिया है,
05:44बट आ, I think there is a petition pending with the issue,
05:49कि वजर परसनल व्यू की मानना, जानना चाहते हैं,
05:51तो परसनल व्यू तो मैंने आभी आपको भी पता है कि,
05:54आने,
05:55सोचल और एकॉनमिक जस्टिस के लिए
05:57special measures so as to bring
05:58forward the people who are lagging behind
06:01is always welcome, but then it should be
06:03coupled with productivity,
06:05लोगों को कुछ किये बिना
06:07देने की जो आदत है, उनसे तो
06:09आगे बढ़ने के लिए कुछ,
06:13there won't be no incentive for them.
06:14जी, sir, मैं अगले मुद्धर पर आती हू,
06:17electoral reforms पर काफी चर्चा हो रही है,
06:20parliament हो, judiciary हो,
06:21saadak हो, media हो.
06:23अब ये सवाल उठता है कि
06:25election commission की appointment
06:27कैसे होती है, वो मुद्धा भी
06:29supreme court में आता है,
06:31chief justice का या supreme court के
06:33judge का क्या role होना चाहिए इसमें,
06:35इसमें इसमें भी काफी चर्चा हुई है, इसमें
06:37आप कैसे देखते हैं?
06:38इसमें अभी
06:39आपको पता है कि पहले
06:41supreme court का judgment आया था, उसके बाद में
06:44आपकी एक judgment पर आते हैं,
07:09बुल्डोजर justice का जो मामला था, वो आपने भी कहा है कि वो
07:13आपके हिसाब से भी एक बहुत-बहुत जरूरी आपका फैसला था,
07:17implementation उसकी हमने देखी है कैसे होता है,
07:21कितने ही राजे हैं जहां बुल्डोजर चल रहे हैं, अभी
07:23अखिलेश यादर जी ने भी उस पर टिपनी की,
07:26कैसे देख रहे हैं आप यह बुल्डोजर के मामले को,
07:29और justice के मामले को, जब लोगों के घर तोड़ दिये जाते हैं,
07:32बिना किसी due process के?
07:35देखे हमने तो पूरा उसमें detailed judgment दिया है,
07:38we are also given directions, thereby prescribing procedure कि अगर
07:43किसी का, फिरो, और और यह,
07:46he may be an accused, और यह may be even an convicted,
07:51अगर गर किसी का घर गिरात है, तो फिरो,
07:53और यह, और यह, और यह, पुरी फैमिली के
07:59affect हो जाती है, उसकी बीवी, उसकी बच्चिया और रहे,
08:02तो आपके judgment में है, I am asking your personal view,
08:04now that you are not on the bench, I am so sorry for interrupting.
08:08So we have detailed, given the detailed procedure as to what is to be prescribed,
08:13हमने उसमें अभी लिखा है कि इस निर्देशों का अगला पारण नहीं होता है,
08:17तो it will amount to contempt of court, और जो शासन के अधिकारी है,
08:21they will be liable to be prosecuted for contempt of court,
08:24और जो घर गिराए गए है, उनको फिर से तोड़ा जाएगा,
08:27और जो officers की गलती है, उनसे उसका पैसा असुल किया जाएगा,
08:32और उसमें हमने इसके लिए बोला था कि All India लेवल पे
08:35Supreme Court एं मॉनिटर नहीं कर सकता है,
08:37therefore we had given the liberty to the citizens to approach the high courts
08:40and the high courts to take particular steps,
08:42तो अभी I have seen from my own city नागपुर में एक बार ऐसा हुआ था,
08:47तो वहां के जो division bench के judges थे उन्होंने
08:51immediately action लिए and history measures were taken,
08:55action against officers were taken.
08:56So we do expect the high courts to be alive to the situation and
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