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  • 4 hours ago
जिनके दौर में हुए चर्चित एनकाउंटर, देखें यूपी के पूर्व DGP प्रशांत कुमार से खास बातचीत

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00:00नमस्कार मैं हूँ शम्स ताहर खान और आप देख रहे हैं वारदाद यूपी में सबसे ज्यादा और सबसे चर्चित इनकॉंटर इन्ही के दौर में हुए
00:13विकास दूवे का एइनकॉंटर हो अतीक अशच्छ की पुलीस हरासत में हुई मौत यज पिर मुखतार अंसारी की जेल में हुई मौत
00:21यह सब इन्ही के कारेकाल में हुआ यहां तक के यूपी में गारी पलटने से लेकर बाइक पलटने तक की कहानी इन्हीं के दौर की है
00:30हमने इन ही मुद्दों पर बात की यूपी के पूर्व डीजीपी प्रिशान्त कुमार से तो पेश पूरी बात चीत
00:37क्या गाड़ियां परती है बेकुट परती है और विदास दोगी जैसे नहीं बढ़ती है आप यह बताएए कि ऐसा भी तो कुई नहीं होता ना जिए आठी पुलिस वालों को मारा अपने थे और उसके 20 साल पहले थाने में दर्जाप्राप्त वंत्रिया को होली शे मार दे और
01:07जिसमें दो हाई कोट के डिटार्ड तवेची जस्टिस नहीं इसको देखा कोई ऐसे चीज़ भी जो मैं कहूंगा और आप मान लेंगे या कोई और कहेंगा तो मान लेंगे तो जो एक प्रक्रियास्ताय है उसके हिसाब से अब अब गटना होने के बाद सरी तो बाद में उ
01:37मैं बैटके स्टूडियो में है तो मैं कमी बेसी लिकान तो यह कोई ही है वो तो कोई है वो तो लोग कुछ भी आप कही है आप जो भी है जो चीज है उसके कॉन्रारी एक लरेटिव करते हैं लिगे आप जैसे एक सीमियर अफसर अगर किस पर रोस्मी डालेंगे तो फिर ए
02:07सभी चीजों की अच्छा बिजाब के एफसरल अंदर से सदी क्योंकि इंडिपेंडेंट बोडीज है सभी न देखा लेकि पावाल ही है अतार प्रशांदी कि एक शक्त जिसने यतना बड़ा क्राइंक है इसको इतली देख ठूंड रहे हैं इसके साथ बुरी फोर्स चल दे
02:37चमड़ी चीटे और फेक देते थे तो यहां इसा नहीं जब पता ऐसे बुस्तासी है अठाट असने फोलिस वालों को वहारे गोली पाथ तो उसके और सिगूरेटी टाइट हो जाएए वाई उसके हदगड़ी होई जाएए चीन न पाए और एदिम भी आपते बखत बंद �
03:07मोरतासाइक की पड़ती थे जो अधी गहमत गवेटा असाब दसका है एंकॉंटर होगा तो वहां पर भी इसको जोड़ा लेका इंभारी से कि उधर गारी पड़ती इधर उस इन पादे में आप क्या थे नहीं वो तो देखे उसको तो बंद रेकते हुए और हट्या ने दे
03:37और यह भी तो उसमें जब यह घंड़ा हुई तो यह भी तो था कि यह उसे दिन कॉनवाय आना था वुजरात से लेकर उसको छुड़ाने जा रहा था
03:46इस चीज को आप देखे लाकि उसकी उसकी कितनी कितना दुस्षासी है कि घटना करने के बाद से कही चला गया और जिस दिन वो गाड़ी उतने लंबे अगर मैं आप से काउंटर पर चाहिए अगर मैं आप से काउंटर पूर्च चेंग है अगर आमा को उस दोरान तीम भार
04:16जब एक बाद से कहरे लिए अगर मैं आप से को जब नहीं चीज के घटना है प्रमटना होते रहती है यह को सवार दासल में यह उस वक्ट इसकी कलास हो गे थी जरो शोर से इनाम ले इक लिए तो आगे अगे था और जिस जगह पर इनकांटर वा जिस मोटर साइटी बढ त
04:46तो तो पता है कि अम ही कानून है उस माफिया के उसे को बेल देने के मावले में 20 विस है उन्राइब देजें और एक्यूस किया
05:04कि यजी आप इसमाद में वही तो मैं बाल कर रहता कि क्या ऐसी चीज है तो जब जिदरो टालेंस है और आप इतना-दूस किखा रहे है और एप इतना फौाराइड करो उसके पाससे
05:19एं फॉरेन मेट वर्पन बेरामाद हो रहे तो आप उस नो कर भाई करेंगी
05:26अच्छी एफासी फोर्स थी जब और उसके बाद तीम लोग आते हैं और बेहत करीम सो गोली मार पर चले जाते हैं और आज पास किसी और का उंटा निशाना रही नहीं जाता है
05:45पुलिस कस्टडी में तीन लोग का आकर अधी पुमार के जा इसको आप किस फूब लेता हैं पुलिस की सेपरिटी मुलाफस्स या फिर इसके बीसे बुज़ा होता हैं यह बहुत ही अनफॉर्सूनेट इंसिडेंट है और उस रहती को दो बार तीन बार उसने स्टेट से ला�
06:15से लाए गये और उस दिन भी अगर आप उस पुरे वीडियो प्लिकेंगे वो उस तो मना किया जा रखता कि आप उधम न जाए प्रेस देपॉर्स लेकिन वो चुके प्रेस भी वहां थी इसके परवाह किये बिनाए अब वहां पे
06:44कैमरा लिए और उस चैनल की आईडी लिए लड़के खड़े हैं वो कौन सहसा लिटमस टेस्ट है जिससे आप इन लोगों को चेक कर पाएं क्या अगर पुलिस कहती कि आप भाग देए तो वो मान लेते तो पुलिस की और बुड़ाई दूए ताइमिंग और इन तीनों ने
07:14एक जिन पर है जब दो देखते हैं असत के और उसके बाद अब असब की बोड़ी पहुचाए जा रही है बहां अब यह चरदातर यह थी जा भाब भाब लेकिन इसकी दोरा में करें दोमा के एंकॉंटर दो या तानिस और हख ना जैसे कहा कोई इंकाउंटर में इसी हत्या
07:44कॉंप्रमाइस नहीं कर रहा था जो इनका प्राना ट्रिक है कि अगर कोई प्यार समना वाने को धंका के रहा है तो वो तो एक अलग मैटर है वो तो हत्या का भी तुत जी पॉंचित अभी उनसा जिसमें इनाम गोशिव इसमें तो मिस्टेकर आइडेंटिटी से कोई पत्र
08:14पुरिस ऐसा नहीं कि जानमुद के वैसे ही कही घुमाने ले जा रहे थी यह डिरेक्शन्स हैं कि शाम को जब आप उसको वापस कस्टेडी में देंगे जेल में तो मेडिकल एग्जामनेशन अनिवारे बंडेटरी आउप्शनल नहीं आप उसको पूरा मेडिकल कराई गया
08:44आपको अस्पताल में ले नाके बुझापते वहां के तो लौको से टेच्छन पर आपके फिर वहां से ले जाये गा था इस पर मोटिब को लेकर भी सवाम का था तो उन तीनों ने जिस तरह किसे गोली जानाने के बाद नारे लगा और फिर यह नों रायत पुलिस की करसूम
09:14से पुलिस ने इसको पपड़ है इस दौरान हमारे स्पाईयों को भी गुल उस पुरिय ले इससे पाही भी मर सकते हैं कि स्री बात कि अगर फुलिस वाले फाय अब देते हैं तो इसकी पूर्य चांस्स है कि यह मर जाताएं
09:44लेकिन उस दौरान वो जिस तरह की अफ़रत अफ़ी थी वो फ्रैक्शन ऑफ दो सेकंड की बात है।
09:51उन्होंने गोश्मार की है रदी है।
09:53इस तरह की कोई न तो आपने कभी किसी मूवी में दिल की होगी।
09:58न आप अपने सपने को सोसते होंगे।
10:00और न जो लोग वहां पर पुलिस वाले मौजूद थे या जो पत्रकार मौजूद थे।
10:05उनके लाइब में आगे इस तरह की दुबारा सेम घटना होगी।
10:09तो यह तो सबके यह एक अचानक होगी।
10:12उस समय पुलिस ने खौधी सयम रखते हुए।
10:17उसको गिराके उसका वपन भी कभजे में लिया।
10:21तो अगर मार देते तो करशाब देखिये तो सब पहले से कानिक फिक्स था।
10:28पुलिस ने उसको भी कतम गए ताकि कोईची बदा के चलोगी।
10:32तारी के बार रखतारी के बार पूछता चोई जितना बता पाया।
10:36तो मौटी भाई था।
10:38मौटी जो है वही है उसके ट्राइक चलना है।
10:41मौरंग भाई है जी मसमिले मर्शूर हो रहा था।
10:44तो मौरंग भाई होता है को पुलिस ने उसके चार्ज़स को हल्का कर दिया या कुछ और चीज कर दिया।
10:52तो इस चीज में को हैं लिए उता सभी चीज़ से हैं तो उतने हैं।
11:02आपके काईग में इन दोनों के लावा एक मुकतार अधार है।
11:05प्रवां टेल डॉन के नाम से बशूर। इस देल में महता है।
11:09जो हाट अटेक मेडिकल ली पताया है।
11:12लेकिन फैमिली का और बाकी इस वक लोगों का यह कहना था है कि बहुत वक्त से स्लोपवाइजल जया जा रहा है।
11:18इस में बालवा डॉल आउट किया रही है मेडितल, पोस्मॉटम लिपोर्ट में पिशे।
11:22लेकिन उसको लेटर भी सवाल प्रवाइजल तो यह वो स्टैड़ी का हिसा का सताय करना माफिया को किसा है।
11:28इस में से दो लाइफ कन्विक्शन था तो उमसे इस जीवन में तो छुंपना नहीं सा, बेल नहीं होगा।
11:42अब जुडिशियल प्रोसेस है कि अपील होती अपील के बास से फिर अंडरीगू सुप्रिम पुट का क्वामला चाहता है।
11:51लेकिन और इसमें तो बड़ी सिंपल हो तो पुलिस से में मतलब ही नहीं होसता।
11:57वो तो जेल के अंदर का मैटर है। जेल अलग विभाग है, जो कि द्री विभाग से अलग है।
12:03जेल के अंदर तो सिभाही रहता है, उनका पुलिस से कोई लिला दे रहा है।
12:06उनके ऊपर किसी तरह का ऑपरेशनल और सुपरवाइदरी कंड्रोल उलिस विभाग का या ग्री विभाग का भी नहीं है।
12:15वो एक अलग कारागार विभाग है।
12:18और है तो जेल नहीं राग विभाग है।
12:20नहीं राजची के बात अलग होती है।
12:23राजची में तो सुनिम के भाग है, इंकने विभाग हैं सबके समनों से ही चुपता है।
12:28लेकिन यह जीज तो और इसके बाद अबर मालिये कोई कोई कते जाब सुप वाजी तो असी बार पढ़ी लगभा परिशनमा उता है।
12:39अगर आप पुराले रेकॉर्ड देखें जीज, इतने बार कहा के भई हम अच्छा नहीं कर रहा है।
12:49जिस तरह के रेकमेंडेशन जेल के डॉक्टर से रहा है।
12:54अब उसका कराएंगा। उसका लड़के तो बजाते हैं उसकी पत्ती जेल में पकड़ी गई।
13:00इसको कोई कहता है क्या है। भाई आप तलाप खुदुआ के मचली बाल रहे हैं जेखेंगें।
13:07यह तो कोई नहीं माता है।
13:09आपने किसी को मारा कौन सो गोली।
13:12एक एलेक्टेड विदायव को 500 राउंड्स आप एक एक फोटी सेवन वेर फाइट।
13:20और जो क्रिमनल इतिहास है वो तो जायर सभी चांगता है।
13:30शांती और यह दिए कि में हुआ से ऐसे क्रिमनल या क्रिमनल इतिहास वाले रहें।
13:39लेकिन यह बार बार रिजाम उठा इसको लेके पॉडिकल भी रियक्शन के यूपी पुलिस सेलेक्टिच एंकाउंटर या इस तरह की लोगों को निशाने पक लेती है।
13:49यह कहते हैं। और जी इसके बारे मितुते आपने लंबे वक तक काम किया।
13:54आप जैसे देखिए। जो मैंने आप सुमधाया थी जो भी माफिया मावे रहें।
14:01वांस कोन मावे रहें।
14:05बिल्लू।
14:08अधित राना, हनीद दुजाना, दुर्मलुपाद्याई, अरिकेष, प्राकेष पंडे, कनेया, परवेस,
14:23अति, संजीव जीवा, खानोबर।
14:30देखिए, कुछ चीज़ा हैं जो लोग कुछ सजा काटके भी बाहर आ रहें।
14:35अगर आप कन्विक्टेट वारे गए अपराधियों और माफियों सुची खुद देखेंगे तो आप कोई लगने लगेगा कि यह सब मोटिगेटिट एजिंडा हैं जिसमें लोग चल फें।
14:53चाहिए जान लगाए चाहते हैं हासवक पर प्रटेकर प्राश्टिस के तरह यह हैं कि जो इस तरह के क्रिमिनलिया मात्या हैं उनकी तरफ मत देखो बाती जो है उखुद कि तो कच्छे इस चीज़ा हैं आप सुनते भी आए लेकते लिए आदे आपके नदर में कदी ऐसी �
15:23पहले कि पुलिस विभाद को हम तो स्पी से लेके और प्षिर्स पदों कत्रा चुरें मुझे आज तो किसी भी तेरे मंत्रियों में जो कि यहां मानिय मुखवद्री ही होते हैं तो मैंने कभी नहीं कहा कि कोई सेलेक्टेड चीज़ा हैं और मैं क्यों इसी रिजीम की बात �
15:53अब यह कुछ अपनी राजनेतिक मुझे नहीं होगी लेकिन जब हम लोग नीचे के अस्तर के तो किछिनों के कोई हमें बहुत अंदाजा नहीं राकाता हैं लेकिन जैसे हम लोग ऐसे स्पी थे और दोभी थे रे वो कभी कोई हैं अगर आप कुल बंदमर्शिक करताब कर �
16:23अगर पॉल्टिकल लिनेर्शिक का इंट्रेफरेंस नहीं होता है और बिल्कुल खुली छूट एल्पी प्रेस्ट ते याद एक समार ओगी है जो हर बार आदी लोग खास्ताव पर कुछ आप खास्ताव पर आपके ते लोग ते लोग ने पर भी रेकर तो उसके बार बीट
16:53लेकिन खास तौपर एक राइट यह लेक जो लिफ्ट है लेक पैल उसके खास हिससे पर बस गोली मारा है ऐसे मतलब सैको केस में तो यह नई चीज कहां से लिजाओ यहीं पर गोली मारा की
17:11देखिए मैं एक अपने पुरू अधिकारी की आशा उड़ा था
17:15को लिवान टोड़ा सा उनने विप्रा रहा अधिकरम साहब घरा अधिक्रम साह तो अधिकारी का अभी आपने काल खंवे असे कारें अधिया तो लो होने बताया कि यह इसा नहीं एक को पहली बारी रादा एट अधिकर में फुरू पईश्ण
17:45तो अपरादियों पर कारवाई रूती रहे गए यह अब है कि अब कुछ कर निक्शन से हो गए मैं तो यह बता रहा हूं कि के वाल ठोकने वाली बात ने कहें आप कर निक्शन की देख उससे भी बहुत फरक पड़ता है यह जो गदग की थी जना यह ज़िए पन गोई लगना
18:15कभी भी यह नहीं कहा लगता कि आप सीधर सीने पर डिल्यू मात तो यह सब लड़े कि अगर कोई आदमी इस तरह के बागी का आदमी का फर्स्ट अटेंप्ट होता है कि पहले तो फाइरिंग ना हो दूसरा हो तो बहुत हो इंकापस्टेट करिए उसको इस तरह से कर दीए
18:45कुलिस वालों की ट्रेनिंग और अपराजी और ट्रेनिंग तरह को तो अवेसली थवड़ा है डिसिप्लिन तो अन तहीं कि प्रपर ट्रेश्पलिन ही होती है बार बार बीच मू है प्रायम नी कराइगा था सब चीदों का चाहा हुआ हम डू वा टृव टृवा है को तो कि
19:15होना चाहिए या नहीं प्रशांद कुमार की अपनी राय क्या है जिनके कारेकाल में यूपी में सबसे ज्यादा इंकॉंटर हुए उन्हीं प्रशांद कुमार का मानना है के इंकॉंटर को अपराध रोकने का आखरी हत्यार नहीं होना चाहिए इंकॉंटर तभी हो जब जरू
19:45अगर कोई पालसी ना अभी है ना हूनी चाहिए ऐसी परसी के नहीं आपछी
20:02लेकिन यह सिती भी नहीं होनी चाहिए कि अगर आपको चीज में दवस्था के दुआरा, सिस्टम के दुआरा, कालिंग के दी गई है, तो हम सिटिंग डख बनके मैठे रहे हैं, हम पर जो चाहे करें, और हम अपने समय धानिक ददिकारो कारी ज़से हम बैचे हैं, लोग प्र
20:32हैं, हमनों बहुत पहले एक जिगा देखें हैं कि स्टेट मों में साव इसकी वीडियोग्राफी दरादी है, तो अगर उस तरह का डिसीजन है, स्ट्राटिज डिसीजन है, कि हम किसी भी सित्री में फाइरिंग नहीं करें, तो ठीक है, तो ऐसी सित्री तो है नहीं कहीं है, �
21:02कि इसका स्थान, यह तो चीजें कोई ऐसा नहीं की कुरली अपनी एगू को सटिस्वाई करने के लिए और इससे बड़ी पीड़ थफभाने के लिए चीजें हमें लिए, यह तो मजबूरी है, तो वारदात के खास पेश्क्रस में फिलाल इतना ही, मगर देश और दुनिया
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