बार-टेल्ड गॉडविट पक्षी....जिसे दुनिया का सबसे लंबी दूरी तय करने वाला माइग्रेटरी बर्ड कहा जाता है. सर्दियों में साइबेरिया से हजारों किलोमीटर की दूरी तय कर मुंबई और कोंकण के तटों पर आता है. लेकिन बार-टेल्ड गॉडविट पहली बार विदर्भ में दिखाई दिया है. वाइल्ड फोटो ग्राफर डॉ. तुषार अंबेडकर ने अमरावती के पास नंदगांव पेठ से कुछ दूरी पर बोर डैम के किनारे कैमरे में कैप्चर किया. बार-टेल्ड गॉडविट अलास्का से न्यूजीलैंड का 11 हजार से 12 हजार किलोमीटर तक का सफर बिना रुके तय करता है. ये दूरी आठ से दस दिन में पूरी करता है. इस पक्षी का असली घर साइबेरिया, अलास्का और उत्तरी यूरोप और टुंड्रा इलाका है. ये यहां से सर्दियों के शुरुआत में भारत के साथ-साथ श्रीलंका, ऑस्ट्रेलिया और अफ्रीका के तटों पर भी पहुँचता है. ये महाराष्ट्र में, ये मुंबई, थाने, ऐरोली, वाशी की समुद्री खाड़ियों में पहुंचा है. साथ ही उरण, पनवेल और अलीबाग तटों की समुद्री खाड़ियों में कई बार देखा गया है. रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग, देवगढ़, मालवन और गणपति पुले के समुद्री तटों पर भी मिलता है. लेकिन विदर्भ के इलाके में इसे देखने पर पक्षी प्रेमी हैरानी जता रहे हैं.
Be the first to comment