00:00मैं आपका और सदन के सभी मान्य सदस्यों का रज़ाई से आप हर व्यक्त करता हूँ
00:19कि हमने इस महत्मपुन अउसर पर एक सामुहिक चर्चा का रास्ता चुना है
00:29जिस मंत्र ने जिस जय गोष ने देश के आज हदी के अंदुरों को उर्जा दी थी प्रेणा दी थी
00:46त्याग और तपस्या का मार दिखाया था उस वंदे मात्रम का पुंड़ स्मरन करना
00:56इस सदन में हम सबका ये बहुत बड़ा सवभाग्य है
01:05और हमारे लिए गर्व की बात है
01:11कि बंदे मात्रम के 150 वर्ष निवित इस अइतिहासिक आउसर के हम साक्षी बन रहे हैं
01:22एक ऐसा कालखन जो हमारे सामने इतिहास की अंगिनित घटनाओं को
01:40अपने सामने लेकर के आता है ये चर्चा सदन की प्रतिवध्यता को तो प्रगट करेंगे
01:51लेकिन आने वाली पेडियों के लिए भी दर्थीडी के लिए भी ये शिक्षा का कारण बन सकती है
02:04अगर हम सब मिलकर की इसका सद उप्योग करें तो
02:09आदेने देख जी एक ऐसा कालखन है जब इतिहास के कई प्रेर का ध्याय फिर से हमारे सामने उजागर हुए है
02:25अभी अभी हमने हमारे समिधान के 75 वर्ष गवरोपुर्व मनाये हैं
02:37आज देश सरदार वल्लभाई पटेल की और भगवान बिरसा मुंडा की
02:46एक सो पचासवी जैनते भी मना रहा है और अभी अभी हमने गुरुतेग मारूर्द के
02:58तीन सो पचासवा बलिवा बलिदान दिवस भी मना है और आज हम बंदे मात्रम की
03:09एक सो पचास वर्स निवित सदन की एक साहमुईक उर्जा को उसकी अनुभूती करने का प्रयास कर रहे हैं
03:21बंदे मात्रम एक सो पचास वर्स की यात्रा अनेक पड़ावों से गुजरी है
03:32लेकिन आदेनी अद्धिक जी वंदे मात्रम का जब पचास वर्स हुए तब देश
03:43गुलामी में जीने के लिए मजबूर था और वंदे मात्रम के सो साल हुए
03:57हुए तब देश आपात्काल की जंजीरों में जकड़ा हुए जब बंदे मात्रम
04:13सो साल के अत्यंत उत्तम पर्व था तब भारत के समिधान का गला गौट दिया गया था
04:23जब बंदे मात्रम सो साल का हुआ तब देश भक्ति के लिए जीने मरने वाले लोगों को
04:35जेल के सलाखों के पीछे बंद कर दिया गया था जिस बंदे मात्रम के गीत ने देश को आजहदी की उड़ जा दी थी उसके जब सो साल हुए
04:49तो दुर्भाग्य से एक काला कालखन हमारे इतिहास में उजागर हो गया है हम लोग तंतर के खत गिरोग में थे
05:05आदनिया अद्यगी एक सो पचास वर्ष उस महान अध्याय को उस गवरों को पून स्थापित करने का आउसर है और मैं बानता हूं
05:27सदन ने भी और देश ने भी इस अवसर को जाने नहीं देना चाहिए यही बंदे मात्रम है जीतने
05:43में 1947 में देश को आज़ादी दिलाई स्वतंतरता संग्राम का भावात्मक नित्रुत्व इस बंदे मात्रम के जैगोश में था
06:00आज़े नित्रिक जी आपके समक्ष आज जब मैं बंदे मात्रम 150 अनिमित चर्चा के लिए आरंब करने खड़ा हुआ हूं
06:18यहां कोई प्रतिपक्ष नहीं है क्योंकि हम सब यहां जो बैठे है एक्चुली हमारे लिए रण स्विकार करने का उसर है कि जिस बंदे मात्रम के कारण
06:36लक्षावदी लोग आज हादी का अंदोलन चला रहेते और उसी का परणाम है कि आज हम सब यहां बैठे और इसलिए हम सभी सांसदों की नी हम सभी जन प्रतिनीदियों के लिए बंदे मात्रम के रण स्विकार करने का ये पावन पर्व है
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