नोएडा में एक हैरान कर देने वाला साइबर फ्रॉड सामने आया है, जिसने सभी को चौकन्ना कर दिया है। एक 50 साल के इंजीनियरिंग कंसल्टेंट ने स्टॉक ट्रेडिंग में गैरेन्टीड रिटर्न के नाम पर साइबर क्रिमिनल्स पर भरोसा कर लिया और नतीजा हुआ 12 करोड़ रुपये की भारी भरकम ठगी। WhatsApp पर आए एक मैसेज से शुरू हुई बातचीत धीरे-धीरे ऐसे जाल में बदल गई, जिसने उनकी जिंदगीभर की कमाई को खत्म कर दिया। फर्जी स्क्रीनशॉट, नकली ट्रेडिंग ऐप और IPO के लालच ने इस केस को देश के सबसे बड़े साइबर इन्वेस्टमेंट स्कैम में बदल दिया है। अब पुलिस मनी ट्रेल खंगाल रही है और बैंक अकाउंट्स को फ्रीज करने की कोशिश कर रही है।
00:30और जब ठगी का एहसास हुआ तो उसने तुरंत साइबर क्राइम ब्रांश में शिकायत दर्च कराई
00:35पीडिक ने बताया कि यह पूरा मामला एक वाट्साप मेसिज से शुरू हुआ था
00:4017 अक्तूबर को एक अनजान महिला ने उसे शेर मार्केट में बड़े प्रॉफिट का लालच दिया और उसे एक वाट्चाप ग्रूप में जोड़ दिया
00:47कुछ दिनों बाद उसे एक फेक ट्रेडिंग आप डाउन्लोड करने के लिए लिंक बेचा गया
00:52फिर उसे दूसरे ग्रूप में शिफ्ट किया गया जहां सदस्य रोजाना हाई प्रॉफिट के स्क्रीन शॉट दिखा कर उसका भरोसा जीटते रहे
01:00पीडित को 15 प्रतिशत कमिशन और ग्यारिंटीड रिटर्न्स का वादा किया गया
01:0550,000 रुपे से शुरू हुआ निवेश धीरे धीरे बढ़ता गया और देखते ही देखते उसने 9 ट्रांजाक्शन में 11,99,50,000 रुपे ट्रांसवर कर दिये
01:17जब पीडित ने पैसे निकालने की कोशिश की तो उसके अकाउंट में 9,00,000 रुपे क्रेडिट कर दिये गए
01:23ताकि उसे लगे कि यह प्लाट्फॉर्म असली है लेकिन असली जाल तब बिच्छा जब उससे 17 करोड रुपे के एक फर्जी IPO खरीदने का दबाव बनाया गया
01:33कभी उसे एहसास हुआ कि वह एक बड़े साइबर रैकेट का शिकार हो चुका है
01:37एसे चो विजे राणा के मुताबिक पीडित ने तुरंत NCRP पोटल पर शिकायद दर्ज की और मामला भारतिय न्याय सहिता वह ID Act के अलग-अलग धाराओं में रिकॉर्ड किया गया
01:49पुलिस ने कहा है कि पीडित ने कई बैंक अकाउंट्स में पैसे भेजे थे और सभी अकाउंट्स की मनी ट्रेल को ट्रैक करने और उन्हें फ्रीज करने का काम जारी है
01:58साइबर क्राइम ब्रांच इस पूरे मामले की गहराई से जाज कर रही है
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