हरिद्वार की पवित्र धरती… हर की पौड़ी की सुबह… और देओल परिवार के सबसे भावुक पलों का साक्षी बना गंगा तट। धर्मेंद्र जी के अस्थि विसर्जन और पिंडदान के दौरान कौन था सबसे आगे? किसने किया अंतिम प्रवाह? और उस वक्त परिवार के बीच क्या हुआ जो कैमरों में कैद नहीं हो सका?
00:00वो कल लोग आ गए थे हाँ पर कर उन्होंने इंफॉर्मेशन हमें पहुचाई उन्हें दो व्यक्ति मेरे पास आए उन्हें सब हमारे से जान करी दी उसके बाद फिर उन्होंने कहा कि कल हम शायद यह जो इस मौस्थी प्रभागा जो प्रबंद में कल करेंगे तो इस संब्�
00:30ने वहाँ पर हमें जो कारी करम था अस्ति का कारी करम से पहुचे वह था कि पहले कारी कराई और वहाद हमां में कारौने लेकिन किनी का नो से
00:52सन्नी जी और वोबी जी गए उनका पोता ध्रमेंदर जीगा सन्नी जीगा जो छोटा बेटा है करण और एक मामा बेटा भाई उनका साथ में था वो गया और हरकी पोड़ी पे उन्होंने अस्तिविचर्ण किया पिरिणदान की विधी सब उन्होंने क्या स्टाउस में कि जो �
01:22स्टाइब चनप दोनों बेटे चनि जी और बोवी जी की दूनों बेटे बोभी समय समय थे उसने उसके प्रस्चाओ नीचे घाड बनावा हैं पेली भी था उसमें घंगाली में उन्होंने स्टाफ किया अटका कि शुग्ष जिदने लों खाय थे गर जुगे और इकने अस
01:52यह मुख्य तह जो एंट्रियां है ना हमारी यह जनरेशन से लिया रही है उन्हें भी हमने आर्दस पीडी का रिकॉर्ड दिखाया है यहां पर लास्ट उनकी घर से 95 के आसपास रिकॉर्ड हमारे पास है जो जी जीन के भाई छोटे भाई है उनकी घर से इस्तिया आई थी उ
02:22माता जी आए थी लेकिंगे आठ तस जनरेशन कमने डिकॉर्ड दिया है और उन्होंने फिर एंट्री कराई हम से एंट्री के बादने पूरा परिवार अपना परिवार अपने भाई अजीत्ची का परिवार सब लिखवाया सुमें और फैसके तरह क्या करना क्यों सारा उन्
02:52बच्व किसी की नजहें में ना हूं क्योंकि वह बहुत इसमें मैं मैं बानता हूं इतने दरद में मैंने बहुत कम लोग देखा है इंडस्टी जूड़े अपने पिता की प्रती प्रेंद आधान का तो दज्जह लग रहा था वह लगातार बहुत इमोशन में आ रहे थे प
03:22इसमें जाओं में इस दुख को ले गए यही कारण हो सकता है कि कुछ बाची होगे आपकी किस तरह उन्हें अपने बाव लगती है अब दिवंगत आत्मा श्री धर्मेंद्र जी के बारे में उन्होंने पोचा कुछ बाते की है कि एना म्रामनों की प्रती बहुत इसमें र�
03:52दिवार है उनके प्रतियाव का भाव बनाना है यह में चाहते हैं
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