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Hindi_Story_81 - #story

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Transcript
00:00Hello, friends! You all have a nice story with a new story and a new story with a happy story.
00:08Here we get into the sexy stories.
00:12A story will be very far away from you.
00:16Here's ourاں.
00:17Every day must must be a story and a partner will read a facebook story.
00:25Arjun has me a good idea.
00:28
00:58चोदो आहा
01:00और जोर से चोदो
01:02उसने अपनी चुदाई की रफ्तार काफी बढ़ा दी मेरी चूचिया जोर जोर से हिलने लगी
01:07इतने तेज जटके मुझे कभी नहीं मिले थे
01:10मैं सात्वे आस्मान पे थी
01:13आहा मााा
01:15मेरी मादक सिसकारिया सुन कर कोई बुढधा भी चोदना न छोड़े
01:19ये तो एक मस्त पहलवान था जिसका लंड मेरी चूच को तार-तार करने में लगा था
01:24एहा अर्जुन
01:26मैं जढने वाली हूँ
01:28एहा
01:29उसकी इतनी जबरदस चुदाई से मैं अपने चूट के लावा को संभाल नहीं पाई और पूरा चूट रस उसके मस्त लोड़े पे गिरा दिया
01:37वो मुझे अब भी चोदे जा रहा था
01:40मैं संभल नहीं पाई वो निधाल होकर गिर गई
01:43अर्जुन पक्का खिलाडी था उसे मेरी हालत का पूरा अंदाजा था
01:48वो मेरे पीछे से स्पूनिंग पोजिशन में आ गया
01:51उसने अपने लंड को मेरी चूट में डाल दिया और मेरी चूचियों को मसलते हुए मुझे चूमने लगा
01:57धीरे धीरे उसके लंड की रगड से मेरी चूट तयार होने लगी
02:02मैं अर्जुन को अपनी गान हिला कर इशारा करने लगी कि तुम्हारी चाहत की चूट तयार है तुम्हारे लोडे को मजा देने के लिए
02:09अर्जुन बेड से नीचे उतर गया और मुझे खीच कर मेरे पैरों को अपने कंधे पे रख लिया
02:16बेड की हाइट इतनी मस्थी कि उसका लंड पूरी सही जगा पे मेरे चूट को स्पर्श कर रहा था
02:22मैंने अपनी चूट को खीच कर अपने मुग के पास लाकर चूटते हुए इशारा किया चोदों मेरे राजा
02:29अर्जुन उपर अपनी कातिल हंसी के साथ मेरी चूट को फार देने वाले लंड को मेरी चूट के पूरी गहराई में उतार दिया
02:36उमा एहा मेरी चूचियों ने जटका मारा
02:40अब वो जैसे जैसे चुदाई की रफटार बढ़ाता, मेरी चूचिया अपनी हिलने की रफटार बढ़ा देती
02:46एहा उम्मा
02:48आहा मुझे बहुत मज़ा आ रहा था
02:50
03:20
03:21
03:22एक जोरदार मादक चीक के साथ हम दोनों जड़ गए
03:26अर्जुन ने अपना पूरा लंड रस मेरे चूत में डाल दिया
03:30दोनों निधाल होकर एक दूसरे की बगल में गिर गए
03:33अर्जुन ने लंड अभी भी बाहर नहीं निकला था
03:37हम प्यार से एक दूसरे के जिस्म को सहलाने लगे
03:41मैंने उससे पूछा अर्जुन कैसा लगा अपनी चाहत को चोद कर
03:45अर्जुन ने अपने शान्थ होते लंड से एक जटका मारते हुए मुझे किस किया
03:50मुझे जवाब मिल गया था कि वो मुझे ऐसे ही चोदता रहना चाता है
03:55मैंने मुस्कुरा कर उसके लबो को चूम लिया
03:58तुम्हें कैसा लगा चाहत
04:00क्या तुम्हारी चूच शान्थ हो गई
04:03अर्जुन ने मेरे चूचे सहलाते हुए पूछा
04:05मैंने हसकर कहा मेरा यहां आना सफल हो गया
04:09ऐसी चुदाई बहुत कम मिलती है
04:11मुआहा
04:13हम दोनों एक दूसरे को फिर से चूमने लगे
04:16रात के करीब दो बस चुके थे
04:19अर्जुन क्या ये तुम्हारा मस्ट लंड अब मेरी चूच से बाहर रह सकता है
04:23मैंने कातिल मुस्कान के साथ कहा
04:25क्यों अर्जुन ने पूछा
04:28कल मेरा पेपर है
04:29और अगर ऐसे ही रात भर मुझे चोटते रहोगे
04:32तो कल एकजाम में सोती रहूंगी
04:34और दोनों हंस पड़े
04:36फिर उसने अपना लंड निकाला
04:39मैं बात्रूम जाने को मुड़ी ही थी
04:41कि उसने मुझे बाहों में उठा लिया
04:43आहा अर्जुन
04:44क्या कर रही हूँ
04:46चाहत कल का क्या प्रोग्राम है
04:49मैंने बताया एकजाम से
04:51आने के बाद मैं तुम्हारी
04:52सारी रात मेरी ऐसी चुदाई
04:55करना की मैं हमेशा याद रखू
04:57परसों भी रात आठ बजे
04:59तक मेरी चूद तुम्हारी गुलाम है
05:01बस तुम्हारा लंड न ठक जाए
05:04और दोनों हंस पड़े
05:06फिर हम दोनों ने
05:07एक दूसरे को साफ किया
05:09और रूम में बेड पे आ गए
05:10उस रात सोने से पहले
05:13अरजुन ने मेरी एक और बार
05:14दमदार चुदाई की मैं ठकान के मारे
05:17पूरी नींद में उसके बाद सो गई
05:19चाहत चाहत
05:20हुम्म मैं नींद में थी
05:22मेरे गान की दरार में
05:25कुछ रगड खा रहा था
05:26फिर आवाज तेज होने लगी
05:28चाहत चाहत उठो
05:29हाँ मैं अचानक से उठी क्या हुआ
05:32अरजुन कुछ नहीं मेरी जान
05:35उठना नहीं है
05:36तुम्हें जाना नहीं एकजाम देने
05:39वाट
05:40कितना टाइम हो गया
05:42मैं हरबडा के पूछने लगी
05:44अरजुन ने प्यार से कहा घबराओ
05:46नहीं अभी टाइम है
05:48मैं फिर कुछ रिलेक्स हुई
05:50मगर तभी मुझे याद आया
05:52कि कुछ रोड सा मेरे गांड की दरार में था
05:55मैंने नीचे देखा है
05:57भगवान अरजुन
05:58तुम्हारा लण अभी भी खड़ा है
06:00उसके लण को पकड़ के
06:02मैंने हिलाया कितना कड़क है अरजुन
06:05और वो हंसने लगा
06:06अब जहां तुम्हारी जैसी चूत की मलिका हो
06:09वहां लण कैसे शांत बैठ सकता है
06:11हम्म मैंने बोला
06:13लेकिन मेरे राजा अभी मुझे
06:15एक्जाम के लिए जाना है
06:16तो इसे तो तुम मेरे लोटने
06:19तक संभाल कर रखो
06:20मैंने उसको तरपाने के लिए
06:22उसके लंड के टोपे को चूस लिया
06:24हम्म मुआह
06:25चूत तो मेरी भी गीली होने लगी थी
06:28लेकिन एक्जाम भी जरूरी था
06:30अरजुन बिलकुल चाहत
06:32तुम जल्दी से तयार हो जाओ
06:33मैं तुम्हें अभी ड्राप कर देता हूँ
06:36मैंने हम्म में सर हिलाया
06:38फिर मैंने अपने काम रस से सने जिस्म को साफ किया
06:42और एक्जाम के लिए तयार हो गई
06:44तब तक अरजुन भी तयार होकर आ चुका था
06:48वह मेरे लिए जूस और कुछ ब्रेकफास्ट लाया था
06:51उसके रात भर की दमदार चुदाई के बाद
06:54मुझे इसकी पूरी जरूरत थी
06:56क्योंकि उसकी चुदाई से मेरी जिस्म में दर्द आ गया था
06:59हालांकि मैं पहली बार नहीं चुद रही थी
07:02लेकिन हाँ इतनी दमदार चुदाई पहली बार हो रही थी
07:05मैंने जच से ब्रेकफास्ट किया और अर्जुन ने मुझे सेंटर तक ड्राप कर दिया
07:10शाम में मैं आऊं लेने चाहत
07:13नहीं अर्जुन तुम्हारा जिम भी है
07:15तुमसे मैं आकर मिलती हूँ
07:18मैं आ जाऊंगी
07:19शुक्रिया एक स्माइल के साथ मैंने उसे लिप किस दिया
07:23और एक्जाम के लिए चली गई
07:25शाम को मैं करीब 6 बजे फ्री हुई
07:28लेकिन अभी तक मेरे आँखों के सामने सिर्फ अर्जुन का लंड ही नजर आ रहा था
07:33आलम तो ये था कि मेरा पेपर भी उतना अच्छा नहीं हुआ जितना होना चाहिए था
07:39सिर्फ मुझे अर्जुन का लंड चाहिए था
07:42ऐसा मुझ पे उसके चुदाई का खुमार चाया था
07:44मैं जल्दी जल्दी वापस होटल को आने लगी
07:48सोचा की जल्दी जाकर फ्रेश होते ही अर्जुन के लंड को अपने चूट में ले लूँगी
07:53उसकी गर्मी मुझसे बरदाश्ट नहीं हो रही थी
07:57करीब आठ बजे मैं होटल पहुची
07:59ट्राफिक के वज़े से काफी टाइम लगा
08:02मैंने रास्ते में ही सब स्नाक्स एंड लाइट डिनर था
08:06ताकि चुदाई के वक्त मुझे भूग की तलब न लगे
08:09मैं दिमाग से कम और अप्चूट से ज्यादा सोच रही थी
08:13मैंने रिसेप्शन से चाभी ली और रूम का गेट खोलते ही थोड़ा शौक हो गई
08:18एकदम ताजे गुलाब की खुश्मू पूरे कमरे में फैली थी
08:22पूरा रूम सजा हुआ था साफ सुथरा
08:24और बेड पर एक योगा पैंट जो ज्यादा मोटा नहीं था जीना कह सकते हैं
08:30लेकिन काला होने के चलते सायद सिर्फ मेरे उभार ज्यादा दीखते
08:34और एक स्पोर्ट्स ब्रा भी बगल में ही पड़ी थी
08:37साथ में उपर एक चिठ्थी रखी हुई थी
08:40मैंने उसे तुरंत खोला
08:43आखिर मैं भी देखना चाहती थी कि अर्जुन ने क्या प्लान किया है
08:47मैं मैं समीर
08:49अर्जुन सर ने ये आपके कमरे में रखने को कहा है
08:52आपकी स्पोर्ट्स ब्रा में एक और चिठ्थी है
08:56आप उसे देख लीजिएगा
08:58मैंने उत्सुकता से जट से ब्रा को जढ़ा
09:01उसमें से एक और चिठ्थ निकली
09:04चाहत तुम को ये मिला
09:06इसका मतलब तुम रूम पे आ गई हो
09:09मेरी चूत की रानी
09:10मेरे लंड का हाल बेहाल है
09:12तुम जल्दी से ये ब्रा और योगा पैंट पहन कर
09:15उपर जिम में आ जाओ
09:16और नीचे कुछ नहीं पहनना
09:18कोई पैंटी नहीं, कोई और सपोर्ट ब्रा नहीं
09:21थोड़ी एकसरसाइज हो जाए
09:23और नीचे एक लंड की छोटी पिक बनी थी
09:26मेरी चूत ने अब अपना बहाव तेज कर दिया
09:29मैं जच से नहाई और उसके कहे अनुसार
09:33सिर्फ योगा पैंट और बिना ब्रा की स्पोर्ट्स ब्रा को पहना
09:36ये स्पोर्ट्स ब्रा बाकी स्पोर्ट्स ब्रा की तरह नहीं थी
09:39ये कुछ ज्यादा ही स्ट्रेचिबल था जिससे मेरी चूचिया चलने पे हिल रही थी
09:44अर्जुन की इस खुराफाती दिमाग का सोच कर मैं काफी रोमांचित हो रही थी
09:49रात के करीब 10.30 हो चुके थे मुझे नहा धोकर अपने चूट की चुदाई के लिए तयार होने में
09:57जिम लास्ट फ्लोर पे थी मेरे फ्लोर से पांच फ्लोर उपर
10:01मैंने लिफ्ट का गेट खोला और उसमें बैठे स्टाफ से जिम के फ्लोर पे ले जाने को बोला
10:07ओके मैं उसने कहा मैं मैं समीर
10:10हाई समीर मैंने उसको स्माइल दी
10:13मैं आप बहुत अच्छी लग रही हो अरजुन सर इस्टू
10:17मैंने उसका इशारा अच्छे समझा मैंने ठैंक्स कहा और जिम वाले फ्लोर पे निकल गई
10:23मेरे जिम में घुस्ते ही जैसे मानो जिम का माहौल थोड़ा अलग हो गया हो कितनों का ध्यान मेरे सक्त होते मम्मों पे आटिका था
10:31और ऐसा हो भी क्यों न
10:33मुझे भी जिम के आइने में खुद को देख कर अपने आप पर गर्व महसूस होने लगा कि उफ
10:39मैं ऐसी हुसन की मलिका हूँ
10:42मेरी नजरे अब अरजुन को खोज रही थी
10:45अरजुन हाई मैं चिलाई
10:47क्योंकि जिम का म्यूजिक लाउड था
10:50मैं जिम के बारे में आपको बता दूँ
10:53जिम काफी बड़ा था और चारो तरफ ग्लास लगी थी
10:56और सामने की तरफ एक बड़ी बालक नी थी
10:59जहां से पूरा शहर दीखता था
11:01ये तो हुई जिम की बात
11:03अरजुन मेरे पास आया
11:05वो मुझे इस ड्रेस में देख कर काफी उत्तेजित लग रहा था
11:09लेकिन सिर्फ लंड से
11:11चहरे के भाव उसके काबू में थे
11:14मैं समझ नहीं पा रही थी कि ऐसा क्यों
11:17मुझे लगा था वो मुझे पे चड़ बैठेगा
11:20हाई चाहत
11:21क्या लग रही हो
11:23थोड़ा वार्माप हो जाए
11:25मैंने मुस्कुराते हुए कहा
11:27चुदाई की वार्माप
11:29वो हंसा हम
11:30नहीं लेट्स दू दिस
11:32सबकी नजर हमारी तरफ थी
11:35उसने एक मूव बताया और चलाया
11:38गाईज दू योर वर्काउट
11:39मैं पुसप्स की पोजिशन में आ गई
11:42लेकिन ये कुछ और था
11:43अर्जुन ने मेरी कमर को पकड़ा
11:45और गाण को उठाने को कहा
11:47मेरी गाण की शेप देखकर
11:50उसके चहरे के भाव गायब हो रही थे
11:52वो जान बूज कर
11:53मुझे बताने का दिखा कर
11:55मेरे गाण से अपना लंड सटा देता
11:57उसका मोटा लंबा लंड
11:59काफी हाड लग रहा था
12:01मेरी गाण की दरार से होते हुए
12:03उसकी आग मेरी चूत में जाने को
12:05बेताब हो रही थी
12:06अर्जुन मेरे जिस्म के उतार चड़ाव
12:09से असच हो रहा था
12:11उसने मुझे लेट कुल मशीन पे
12:13चूचियों की कसरत के लिए कहा
12:15मैं करने के लिए उस मशीन पे चली गई
12:18अर्जुन मुझे चूने का कोई मौका नहीं गवाना चाहता था
12:22वो मुझे बताने के बहाने मेरे चूचों को
12:25साइट से हलका प्रेस करके बोलने लगा
12:27अगर आप ये करोगी तो आपके साइट बूप्स फैट फ्री होंगे
12:30मेरी चूट की हालत उसके चूने से खराब हो रही थी
12:34मेरी चूट का पानी मेरे योगा पैंट से होकर मशीन के सीट पे गिरने लगा
12:39सीट गीली हो गई थी
12:42अर्जुन मेरे जिस्म की गर्मी को समझ रहा था
12:45एसी में पसीना तो आएगा नहीं
12:48मेरा अब किसी भी हाल में लंड लेने का इरादा था
12:51मैंने अर्जुन को बताया
12:54अर्जुन मैं बहुत गर्म हूँ कुछ करू
12:56कहानी जारी रहेगी
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