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  • 12 hours ago
विशेषज्ञों ने कैमरा ट्रैपिंग, फील्ड सर्वे, डाटा रिकॉर्डिंग और वैज्ञानिक प्रक्रियाओं को विस्तार से समझाया

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00:00देश भर में होने जा रहा अगला टाइगर सेंसस यानि बाग गण्णा को लेकर तैयारी तेज हो गई है
00:16हर चार साल में की जाने वाले इस राष्ट्रिय गण्णा के मद्दे नजर चुनाखान एको टूरिज्म सेंटर में वाइड लाइफ इस्टिटूट अफ इंडिया ने वन विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों को विशेश प्रसिक्षण दिया
00:30ये प्रसिक्षण इसलिए महत्पूर्ण माना जा रहा है ताकि आने वाली गिंती में किसी प्रकार की तूटी न हो और देश भर में बागों की सटीक संख्या रिकॉर्ड की जा सके
00:41प्रसिक्षण में कॉर्वेट टाइगर रिजरू के अधिकारी, उत्राखन के अन्य टाइगर आवाज सेत्रों के अधिकारी तथा जूनियर रिसर्च फेलो शामिल हुए
00:51विशेशग्यों ने कैमरा ट्रैपिंग, फिल्ड सर्वे, डाटा रिकॉर्डिंग और वेग्यानिक प्रकिरियाओं को विस्तार से समझाया
00:59प्रशिक्षन प्राप्त करने के बाद या अधिकारी अपने अपने वन प्रभागों में फिल्ड स्टाफ को वही तकनीक सिखाएंगे जिससे सेंसस के दौरान एक समान और वेग्यानिक पदती का उपियोग हो सके
01:13आप जानते हैं पूरे प्रदेश में एक अखिल भाड़ती है जो बाग जो गड़ना होती है वो की जाती है हर चार साल में की जाती है उसकी जो next cycle है वो शुरू हो गई है उसमें एक training of trainees का सबसे पहली जो training थी वो WIA में पूरे नॉर्थ इंडिया के states के लिए हुई उसी के
01:43उनके लिए training की जा रही है यह training दो phase में की जाएगी आज पहला phase है और उसके बाद फिर इसका second phase भी किया जाएगा और उसके बाद field में activity शुरू होंगी जिसमें की science survey, line transact और फिर camera trapping यह सारी चीज़ की जाएगी यह सारी information उसके बाद finally WIA में भीजी जाएगी ताकि वहा�
02:13पर देंगे और उसके तुरंद बाद camera trapping की exercise भी शुरू की यह training जो है इसमें जो हमारे जो field team को जो हमारी जो tiger cell वाले हैं जिनोंने की दरहदून में जाके WIA में जाके training ली वो लोग इस training को दे रहे हैं और साथ ही WIA के researchers और वहां के जो project officers हैं वो लोग भी स्माएग है
02:28गौर तलब है कि कॉर्बेट टाइगर रिजरू विश्व परसिद्ध है बाग घनत के मामले में ये दुनिया के प्रमुक टाइगर आवासों में गिना जाता है यहां 260 से ज्यादा बागों की उपस्तिती दर्ज है जो इसे भारत ही नहीं बलकि वैश्विक स्तर पर भी महत
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