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  • 8 minutes ago
राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस विशेष:प्रदूषण को खत्म करने और पर्यावरण संरक्षण के लिए सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता पर जोर देना जरूरी,लोगों को करना होगा संकल्प

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00:00। राश्टिय वाईयू प्रदूशन नियंत्रम दिवस मुझे लगता है कि इस दिवस पर प्रण लेने की जरूत है कि हमारे देश में जो वाईयू प्रदूशन एक समस्या बड़ी हो गई है
00:16पर्टिक्लरली अगर हम बात करें तो दिल्ली एंसियार की जहां हमारा एर कॉल्टी इंडेक्स पर्टिक्लरली सर्डियों के अंदर 500 तक जा रहा है और अगर पर्टिक्लरल मेटर की बात करें तो वो 500 चूपर जाके 800-900-10000 तक जा रहा है
00:37मैं लगता है समय आ गया कि कोई एक सीरिस थिंकिंग इस पर करने की मेरा स्टॉंग बिलीफ है कि अब दिली जैसे शहर को जरूरत है एंवार्मेंटल प्लान की
00:51कि हमने बहुत मास्टर प्लान देख लिए बहुत डवल्लमेंट प्लान देख लिए जिस तरीके से पॉपुलेशन का ग्रोथ हुआ है या कह सकते एक्स्पोजन हुआ है भूमी तो हमारी फिक्स हैं देली की बात करें तो करीब 2425 स्कूर किलोमेटर इसका एरिया है पर अग
01:21देख का highly densely populated district of the country है आज लोगों को सुच हवा की किलत हैं लोगों को सुच पानी की किलत हैं कहीं न कहीं इसके जिम्मेदार हम लोग भी हैं जिस तरीके से वेस्ट जनरेशन मुझे याद है एक समय में दिल्ली में 40-40 लाग population होती थी
01:47हमारा वेस्ट हाड़ी हजार टैन्स पर डे और आज रिसंट्री तो वह 14-15 जार टैन्स पर डे हो गया आज हमारा जो कंस्ट्रक्शन डेमोलिशन वेस्ट हैं जो पहले नजरी नहीं कम आता था आज रीड़लोप्मेंट एतनी हो रही है कि वह भी 10,000 टैन्स पर डे आ गया �
02:17समय है अब हमारा तीन आर पर काम करने का समय है अब हमारा शुद हवा का समय है एन्वार्मेंटल पर अन्टा डिल्ली और एंस्यार इस पर्टिक्लरली जितना भी डवलप्मेंट हो वह एन्वार्मेंट को दियान में रखते हैं क्योंकि अगर प्रकृति ही नहीं बचेगी �
02:47उस तरीक इसी क्या ग्रीन कोर बढ़ा है राज्य सर्कार ने अभी सतरह जंगल बनाने की बात की है तीन दो महिया वाकी प्रश्टी बात की अच्छी बात होना चाहिए और यह भी सही है कि एक वैक्ष्टी को साथ पेड चाहिए जोतना वो ऑक्सिजन देते हैं जोतना वो क
03:17प्रश्टी एक्टिविटी सब हो गाडियां कम करनी हैं बढ़ानी हैं सड़के के धूल मित्री अठानी हैं ग्रीन कवर अलाना है वायू की शुदता कैसी होगी तो हमारा जो है वो एन्वार्मेंटल जुआ हैं एन्वार्मेंटल प्लान्ट के बेस पर ही हमारी बिल्दिं�
03:47आज भूजल का जो दोहन है वो अन्रेगुलेटिड है कि जिसकी जो मर्जी है वो भूजल का दोहन कर लेता है प्रकृति को कितना लोड चाहिए तो कि प्रकृति का अगर बैलेंस बेगड़ गया तो फिर कोई नहीं बचेगा मुझे लगता है इससे राष्टिये प्रदू
04:17उसकी रोक थांग और अब हमें बीमारी होने के बाद इलाज मुझे करना अब हमें प्रिवेंटियू भी करना है हमें ऐसा कोशिस करनी हैं कि सघ्वियों में हमारा ऑट चाहिए दोसों से ज्याधा है और मुझे लगता है कि दिन्ली सरकार्टी और धेम सरकार्टी चाहिए �
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