00:0028 संसद का तूसरा शीत काली सत्र शुरू हो चुका है
00:0419 दिन तक चलने वाले सेशन में 15 बैठक होनी है यानी 15 दिन संसद में चर्चा होनी है
00:10लेकिन सवाल पहले दिन से यही है कि क्या इस बार वो संसद चलेगी
00:16जहां देश की जनता उमीद लगाए देखती रहती है कि सार्थक बहस गंभीर चर्चा में संसद खबरदार रहेंगे
00:22मौनसून सत्र में उमीदें धुल गई थी लेकिन क्या इस सर्दी वाले सेशन में संसद का राजनीतिक मौसम बदल चुका है
00:29इसी राजनीति की खबर से आपको सबसे पहले आज खबरदार करना है जहां प्रधान मंतरी नेरेंद्र मोदी ने आज 10 मिनिट और फिर 10 दिन वाले दो दाउं चले
00:39पहले बाद दस मिनिट की उस प्रंट फुट वाली राजनीतिक बल्लेबाजी की जहां बिहार की एतिहासिक जीत मिलने और वोट चोरी का मुद्दा बिहार में नकारे जाने के बाद
00:49विपक्ष के आगे प्रधान मंत्री आज आक्रामक शैली में उतरे
00:53प्रंट फुट पर रहने की वज़े ये भी रही कि आर्थिक मोर्चे पर भी मजबूती से देश अडिग है
00:58दूसरी तेमाही में भारत की अर्थ्वेवस्था ने उम्मीद से कहीं बहतर प्रदर्शन करते हुए
01:038.2 प्रतिशत की मजबूत विकास दर्ज की है
01:06श्रम सुधार वाला बड़ा कदम सरकार उठा चुकी है
01:09अमेरिकी दबाव को धीरे धीरे धीला कर दिया जा रहा है
01:13और रूस के राश्चुपती पुतिन इसी हफते भारत आ रहे
01:16इन सब के बीच इसी हफते वन्दे मातरम के डेड़ सो वर्ष पूरे होने पर भी
01:21संसद में दस घंटे चर्चा होने जा रही है
01:24याई अगले चुनावी राज पश्चिम मंगाल को लेकर भी टिच पर उतरने का माहौल बन चुका है
01:29इतने सारे शॉट्स के बीच
01:31संसद में आज सत्र के पहले दिन दस मिनिट में वो बात कही गई
01:35जिसके बाद सियासत, ड्रामा और अक्शन देखने को मिला
01:39यहाँ ड्रामा नहीं डिलिवरी होनी चाहिए
01:44ड्रामा करने के लिए जगा बहुत होती है
01:50जिसको करना है करते रहे
01:53संसत के शीद कालीं सत्र के पहले ही दिन साफ हो गया
02:15इस बार विपक्ष के खिलाफ प्रधान मंत्री ने नई रणनीती बनाई है
02:20पहला संकेत सत्र की शुरुवात से पहले हर बार की तरह मीडिया से आकर बातचीत करने के दौरान देखा आप भी मौसम का मजा लीजिए यह प्रधानमंत्री का ये बयान संसद में बदले सियासी मौसम का संकेत इस सवाल की वजह समझ ही जानकार कहते हैं किसी सत्र की शुरु
02:50पहले उन्हें पराजय की बाउखलाहट करार दिया गया यहां तक कि सीधे विपक्ष्टों खुद ही उधान मंत्री ने रणनीती बदलने में मददगार साबित होने वाल तिप्स देने की पेशकश कर दी लेकिन सबसे बड़ावार जिसने शीद कालिन सत्र को अगले 18 दिन र
03:20नारे के लिए भी जितने नारे बुलवाने हो पुरा देश खाली पड़ा है जहां पराजीद होकर क्या आये वहां बोल चुके हो जहां अभी पराजय के लिए जाने वाले वहां भी बोल दीजिए लेकिन यहां तो नारे नहीं नीती पर बल दिना चाहिए और वो आपकी न
03:50इंटर सेशन के पहले दिन शांत रहे, मीडिया के सामने कुछ नहीं बोले।
04:08राहूल गांधी ड्रामा नहीं डिलिवरी चाहिए वाले बार पर चुप क्यों रहे, क्या बिहार की हार इसकी वज़ा है।
04:14क्या राहूल गांधी को लगता है कि जिस वोट्चोरी के मुद्दे पर पूरी यात्रा तक बिहार में निकाली, उस पर भी अगर 6 सी जनता ने देताई है, तो वोट्चोरी का मुद्द अब संसद में कैसे उठेगा।
04:23पराज़ाई के निराशा में से बाहर निकल करके आएं, और दुरभाग यह है कि एकाथ दो दल तो ऐसे हैं को पराज़ाई भी नहीं पचा पाते।
04:38और बहुत रहां तक बिहार के नतीज़े इतना समय हो गया है तो अब थोड़ा समल गए होंगे, लेकिन कल जो मैं बयान भजी सुन रहा हूं उनकी, तो उसे लगता है कि पराज़ाई ने उनको परेशान करके रखा है, लेकिन मेरा सभी दल्गों से आग रहे हैं कि शितकाल
05:08पराज़े की बोखलाहट को मैदान नहीं बनना चाहिए, और ये शितकालिन सत्रा वीजय के अहंकार में भी परिवर्तित नहीं होना चाहिए
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