00:00पराज़ाई के निराशा में से बाहर निकल करके आएं और दुर्भाग यह है कि
00:07एकाद दो दल तो ऐसे हैं को पराज़ाई भी नहीं पचा पाते हैं और बस होत रहा था कि बिहार के नतीजे इतना समय हो गया है तो अब थोड़ा समल गए होंगे
00:23लेकि कल जो मैं बयान भजी सुन रहा हूं उनकी तो उसे लगता है कि पराज़ाई ने उनको परेशान के रखे रखा है लेकिन मेरा सभी दल्गों से आग रहे हैं कि शितकालिन सत्र में
00:40पराज़ाई की बोखलाहट को मैदान नहीं बनना चाहिए और ये शितकालिन सत्र विजय के अहंकार में भी परिवर्तित नहीं होना चाहिए
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