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  • 3 minutes ago
सोशल मीडिया से ब्रेक मेंटल हेल्थ के लिए क्यों जरूरी, देखें स्टडी

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00:00साल 2023, दे यूएस सर्जिन जेनरल्स अडवाइजरी आई थी
00:04इसमें बताया गया था कि सोशल मीडिया का इस्तमाल करने वाले युवाओं की मेंटल हेल्थ यानि मांसिक स्वास्ते खराब रहती है
00:10अब देखिए उनमें चिंता हो, अवसाद हो, अंग्जाइटी, तनाओ, स्लीपलेसनेस यानि अनिद्रा, नीन नहीं आना, इनकी शिकायते बढ़ती जा रही है
00:21इस एडवाईजरी में बताया था कि सोशल मीडिया की वज़े से युवाओं के अंदर एक नकरात्मक, एक नेगिटिव सोच आ रही है
00:27वो हर चीज में उनको लगता है कि ये नहीं हो सकता, ये गलत है, वो गलत है, इसकी गलती है, उसकी गलती है
00:33वो खुद को नुकसान पहुचाने की भावना में महसूस करने लगते है
00:37सिर्फ यही नहीं, इसमें चिंता जताई गई थी कि सोचल मीडिया का ज्यादा इस्तमाल करने वाले कॉलेज गोइंग युवाओं में सबसे ज्यादा डिप्रेशन देखा जा रहा है
00:47सोचे कितनी गंभीर बात है
00:48भारतिय युवाओं का भी यही हाल है, सोचल मीडिया का इस्तमाल या कहें कि मोबाइल फोन से चिपके रहने की आदत उनमें एक तरह का नशा बनता चला जा रहा है
00:56बड़े विनम्र रूप से हम आपसे आज यह खबर दिखाना चारहें और एक विनती करना चारहें
01:02देखें साल दोजार चौबिस में आयायम रोता की एक स्टडी ने बताया कि हमारे देश के युवाओं प्रती दिन 6-7 घंटे मोबाइल फोन का इस्तमाल करते हैं
01:12अगर आप कुई मीनिंग्फुल देखने के लिए पढ़ाई के लिए या फिर किसी ऐसे पॉड्कास के जरी जिससे आपके टॉपिक पर आपकी जानकारी बढ़ रही है ऐसा कुछ देख रहे हैं तो यह बात समझ में आती है
01:21लेकिन आप सोची कि स्क्रीन टाइम साथ घंटे होना कितने घंटे हम जगे रहते हैं दिन बार में उन में से 6-7 घंटा स्क्रीन पर नज़र इसका मतलब यह हुआ कि देश का युवा अपने प्रोडक्टिव दिन का 25 प्रतिशत हिस्सा तो मोबाइल फोन में बिताही दे र
01:51मेरिकल रिसर्च जर्नल जामा ओपन नेटवर्क में एक नई स्टडी आई है इसे बताया गया है कि मोबाइल फोन से केवल दो हफते की दूरी रखकर आप अपने मानसिक स्वास्फ को बहतर बना सकते हैं दो सब्सक्राइब करके देखें इस सटी में पाया गया कि जिन यु
02:21अंग्जाइटी यानि एक हमेशा एक डर एक रेस्लेस उसके लक्षन करीब 16 प्रतिशत कम हो गया तो आपके जिंदगी में पूरा बदला हुआ सकता है शोद करताओं ने अपने स्टडी में सोशल मीडिया इस्तमाल करने वाले 18 से 24 वर्ष तक के युवां को शामिल किया थ
02:51स्टडी से एक अच्छी बात ये पता चली कि जिन युवां में अवसाद के लक्षन पहले से थे उन्होंने जब मॉबाइल फोन सोशल मीडिया से दूरी बनाई तो उनके लक्षनों में कमी देखी करी यानि अगर कोई व्यक्ती निराशा अवसाद अनिद्रा की समस्या महस
03:21इस्टरग्राम, स्नापचार, इनसे ब्रेक लेने में ज़्यादा दिक्कत आ रही थी और वहाँ पर तो टिक टॉक भी था तो आज हम आपको वन वीक सोशल मीडिया डीटॉक्स चालेंज भी देते हैं आपको सिर्फ एक हफते तक मॉबाइल फोन सोशल मीडिया का काम से कम स
03:51इसको आप विडियो बना कर रखे एक छोटा सा हमेशा दूर रही है फोन से सोशल मीडिया से दूर रही है आपको बस करना यह है कि अपने मौजूदा स्क्रीन टाइम की फोटो लीजिए फिर अगले एक हफते तक स्क्रीन टाइम को प्रति दिन 30 मिनट पर लेकर आईए और
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