अयोध्या ध्वजारोहण – PM Modi का ऐतिहासिक संदेश। आज का दिन भारतीय इतिहास में स्मरणीय रहेगा। अयोध्या के राम मंदिर में धर्म ध्वज फहराने के अवसर पर PM Modi ने कहा:
“Ghulami की मानसिकता इतनी गहरी थी कि प्रभु राम को काल्पनिक कहा जाने लगा। हमने नौसेना के ध्वज से गुलामी के प्रतीकों को हटाया और छत्रपति शिवाजी महाराज की विरासत स्थापित की। यह सिर्फ डिजाइन का परिवर्तन नहीं था, बल्कि मानसिकता बदलने का पल था। इस मानसिकता से हमें ‘रामत्व’ की पहचान नज़रअंदाज़ हो गई थी। अगले 10 वर्षों में हम इससे मुक्त हो सकते हैं और 2047 तक कोई हमें विकसित भारत बनने से रोक नहीं सकता।”
00:00साथियों, हमारी ववत्ता के हर कोने में गुलामी की इस मान्तिक्ता ने डेरा डाला हुआ था
00:09अब याद करिये भारतिय नवसेना का द्वच, सदियों तक उस द्वच पर ऐसे प्रतीक बने रहे
00:19जिनका हमारी सब्व्यता, हमारी शक्ती, हमारी विरासत से कोई सम्मंद नहीं था
00:27अब हमने नवसेना के द्वच से गुलामी के हर प्रतीक को हटाया है
00:34हमने छत्रपती सिवाजी महराज की विरासत को स्थापित किया है
00:41और ये सिर्फ एक डिजाइन में बड़लाव नहीं हुआ, ये मानसिकता बदलने का ख्षन था
00:50ये वो गोसना थी, कि भारत अब अपनी शक्ती, अपने प्रतिकों से परिभाजित करेगा
00:59न कि किसी और की विरासत से
01:02और साथियों, यही परिवर्तन आज अयोध्या में भी दिख रहा है
01:09साथियों, ये गुलामी की मानसिकता ही आए
01:14जितने इतने वर्सों तक, रामत्वकों नकारा है
01:19बगवान राम, अपने आप एक वैल्लू सिस्टिम है
01:25और्चा के राजा राम से लेकर, रामेश्वरम के भक्त राम तक
01:32और शबरी के प्रबु राम से लेकर, मिठिला के पाहुन राम जी तक
01:39भारत के हर घर में, हर भारतिय के मन में
01:44और भारत वर्स के हर कणकण में, राम है
01:48लेकिन गुलामी की मानसिक्ता इतनी हावी हो गई कि प्रभु राम को भी कालपुनिक गोशित किया जाने लगा
02:00साथियों अगर हम ठान ले अगले दस साल में मानसिक गुलामी से पूरी तरह मुक्ति पा लेंगे
02:12और तब जाकर के तब जाकर के ऐसी जौला प्रदलित होगी ऐसा आत्म विश्वात बढ़ेगा कि दो हजार सै तालिस तक विश्षित भारत का सपना पूरा होने से भारत को कोई रोक नहीं पाएगा
02:32आने वाले एक हजार वर्ष के लिए भारत की नीव तब ही ससकता होगी जब मैं काले की गुलामी के प्रोजेक को हम अगले दस साल में पूरी तरह में आधर पूर्वक कहता हूं यह पल कंदे से कंधा मिलाने का है
02:54यह पल गती बढ़ाने का है हमें वो भारत बनाना है जो राम राज्य से प्रेरित हो और यह तभी संबव है जब स्वयम हित से पहले देश हित होगा जब रास्त हित सरोपरी रहेगा
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