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  • 11 hours ago
झारखंड के कल्याण विभाग का स्किल कॉलेज गरीब परिवारों के युवाओं की जिंदगी बदलने में अहम भूमिका निभा रहा है.

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00:00जार्खन के युबाओं के लिए तक्निके शिक्षा और रोजगार का नया आधार बने है राज्जी के कौसल कॉलेज
00:05अनसुचित जन्जातिया, अनसुचित जाती, अलपसेंखक और पिछडा बर्ग कल्यान विभाग द्वारा संचालीत
00:11ये कॉलेज, ग्रामीन और आर्थी कुर्प से कमजोर चात्रों के लिए अवसरों का नया दुआर खोल रहे हैं
00:17ये जार्खन सरकार के कल्यान मंत्राले का एक बहुत ही अलग सी इनिस्टिव है जो पैन आईटी फांडेशन के साथ मिलके हो रहा है
00:27हमारी जो पैन आईटी अलम बनाई रीजफोर इंडिया मुमे में हेड़कौर्टर है
00:33खल्यान मंत्राले के साथ मिलके जार्खन के लिए इस इस पी भी बनाया है जिसे हम प्रेजा फांडेशन बोलते है
00:40उसी के अंदर गत्य कॉलेज है यह आप जो कैंपस देख रहे हैं यह सरकार की है और यह सिर्फ जार्खन की उप्तियों के लिए है
00:48ऐसी बचिया जो दस्मी पास है और अपने लाइफ को बहतर बनाना चाहती है उन बच्चियों के लिए है
00:55We can call our help line number, our app or website to start the process or direct walk-in.
01:12रिजा फाउंडेशन की निगरानी में चल रहे कॉसल कॉलेज आज राजी में रोजकार आधारित सिक्षा का सबसे सफल मॉडल माने जा रहे हैं।
01:20राजी के 24 जीलों में कॉसल कॉलेज संचालित है जबकि कुल 30 कॉलेजों को शिकृती मिल चुकी है।
01:26IT, कुलिनरी, हॉस्पिटिलिटी, हेल्थ, रिटेल, सेकुरिटी, माइनिंग, लेक्ट्रिकल और टेक्स्टाइल जैसे 35 से अधिक ट्रेडों में NSQ प्रमानित प्रशिक्षन दिया जाता है।
01:56उसके बाद कुछ theory classes हैं, वो भी चार हैं, फिर life skill की classes होती हैं, जिसमें बच्चों को एक work-life balance, communication हो हिंदी हो, इंग्लिस हो, और आने वाले दिनों में कुछ foreign language भी आएंगी, थोड़ी से digital literacy, थोड़ी से financial और entrepreneurship ये सिखाय जाता है।
02:16चोथा system जो की बहुत ही important है, आपने जो अब भी round लिया, उसमें देखा होगा, एक cafe है छोटा सा, हम लोग इसे केसी, मतलब कॉसल college सेवा cafe बोलते हैं, ये पूरा का पूरा बच्चों द्वारा संचालित किया जाता है।
02:30ये जो बच्चे हैं, वही उसे manage करते हैं, और हमारा ऐसा एक प्रवधान है, कि एक साल के stay में, बच्चे वहां कम से कम 440 घंटे पूरा कर देते हैं, ये बच्चों को industry ready कर देते हैं, और जादा तर जो हमारे client है, जहां पे बच्चे जाते हैं, उनका feedback है कि ऐसा लगता है क
03:00workshop, smart classroom, industry visit, guest lecturer और hostel, भोजन की पुर्ण पेवस्था, आर्थिक रुप से कमजोर चात्रों के लिए पुरा कोर्ष ने शुलक है, वही उच्च सिक्चा के इच्चुक चात्रों के लिए लोन किशुविदा भी है, जिसे वे पढ़ाय के साथ ही चुका देते हैं, अब तक 1.7.7
03:30मेरी सेक्टर में अकेले 4500 से अधिक चात्रों का प्लिस्मेंट हुआ है, हालिया प्लिस्मेंट ड्राइब में दा रेसिदंसी चन्ने में 12 और हिल्टन होटल में चार चात्रों का चैन हुआ है
04:00कॉसल कॉलेज केवल ट्रेनिंग नहीं बलकि बदलाव की एक मजबुत प्रक्रिया है, महिलाओं के ससक्तिकरन से लेकर प्रवासन कम करने तक इनका असर दिख रहा है
04:29जारखन की बेटिया जब हातों में ओफर लेटर लेकर देश भर के बड़े शहरों की और बढ़ती है तो ये पूरे रज की छमता और विश्वास का प्रमान बन जाता है
04:41चंदन भटाचारिया, ETV भारत, राची
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