- 11 hours ago
Jinn Ki Shadi Unki Shadi – Episode 22 brings another thrilling and mysterious chapter!
In this episode, hidden secrets begin to surface, unexpected events unfold, and the story takes a surprising supernatural twist. The jinn’s intentions become clearer as the characters face new challenges.
👉 Watch the full episode in HD
👉 Don’t forget to Like, Share & Follow for more updates!
Episode 22 Highlights:
✔️ Mysterious encounter in the old haveli
✔️ Emotional moment between the lead characters
✔️ A shocking twist involving the jinn
✔️ Suspense builds for the next episode
Stay tuned for Episode 23, coming soon!
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Short filmTranscript
00:00क्या?
00:02हाँ
00:03लेकिन उन्होंने तो तावीज पहना हुगा है
00:05पता नहीं अभी इस वक्त उनके गले में कोई तावीज नहीं है
00:08हमें फॉरण हवेली पहुचना होगा
00:10लेकिन तक खरीमन आज़ा खंटा लगेगा यार गाड़िसू
00:13आप इदर आए
00:30अली आप अंदर जाएए
00:32मैं बाव बद्द साम को लेकर आती हूँ
00:35तिहान से
00:47चचा
00:48चचा
00:49चचा
00:50चचा होँच में
00:51चचा
00:52चचा होँच में आए
00:54बाई बाभी आभी काए
00:55बाभी आभी हाँ
00:56चचा
00:57अली विल से उत्वाइज सवी उत्र आता बस
00:58हाँ याद आया
00:59जैसे ही पी बाद से उत्रा आजर जाशर अंहाँ आजरृ भाइ को गहांने कि गया है
01:13आजरृ निमुछुम्छत है अंहाच कर दस पर दुच्छा
01:15जैसे ही मैं आगे बड़ा
01:17वा है और हमया किया? सब लाल हो गया!
01:20दिमाग, दिमाग मेरा मफ हो गया!
01:23और और और और और चुछ यहाद दी हारा?
01:29और जिए जही हादा?
01:37इछे इस घ्राइख!
01:38भाई! भाईबी!
01:40एली? तूम पापस आगे है?
01:42लद्या! लद्या भाईबभी घा है?
01:44जर्दी बोलो नादिया असर भाई और जारा भाई के कड़े से तावीज मैंने उता रहा था
02:11क्या
02:14क्यों
02:18आजर ने मममा क Laureा कर दूह כईा था
02:21उसने मुझे का करा मैंने यह नहीं किया तूम मममा पॉजब ने मार दे चेज प्च तेकल तो मैंने-
02:27कियाने करने में तो चाचा चंगेस का था भीस था तो मुझे तो कुछ नहीं किया पर ये गल्ती में है, मुझे नहीं पता
02:33रेकिन खुशी में तो कहा था कि बाबा बदुर इसलाम ने हविलीद के गिर्द हसार बांदा हुआ है
02:37आजर अंदर कैसे दाखिल हुआ
02:39अली मिया एक लड़की अंदर गुसने की कोशिश कर रही थी, मैंने रोका तो कहने लगी अली की दोस्त हूँ
02:46कौन? अपना नाम खुशी बता रही
02:48शुकर करें बाब के रोकने से रुख दे
02:51खुशी
02:54बाई बाबी का कुछ पता चला
02:58और बाबा बर्दुस्ताम कहा है?
03:02अली में गई थी उनकी खान का पे
03:04वो शहर में नहीं है
03:05फिल्हाल वो हमारी मदद नहीं कर सकते
03:08और क्या लगता यार
03:16आजर भाई भाबी को कहां लेकर के आउगा?
03:20आजर भाई ने उन्हें कैद खाने में कैद कर दिया
03:23यह तो ममा भी वही होंगी ना
03:27भाई भाई भाई आप लुक ठीक है?
03:46हाँ
03:46हम तो ठीक हैं कि तुम्हारी यह दोस्त और इसकी मा जो ने यह बिलकुल भी ठीक नहीं है
03:50दुश्मनों के साथ मिली भी थी भी हमारे खलाफ प्लैनिंग करनी थी
03:53हमारी कमर में खंजर भोप नी थी
03:55और हमें खबर भी नहीं होनी थी
03:56असक भाई हम मजबूर थे
03:59अली को मैं सब बता चुकी हूँ
04:00क्या बता चुकी हूँ? यह बता ती है कि
04:28कुछ भी याद कौन मा मुझे कुछ याद ने हमा मैं कौन मैं कहा हूं जूत मत बोले आउंटी आपने मुझ से आजर को हवेली में दाखिल होने की जाज़त दिलवाई थी उसी वक्ताप पर शक हो गया था
04:41आजर भाई मुझसे बहुत ज्यादा ताकत पर यह ताला नहीं खोल पा रही हो अली मुशी तुम बाबा बदर लिस्लाम को बिलाओ यह ताला वो खोल सकते हैं
05:02मुशी गई थी बाबी उनको लेने वो शहर में नहीं है
05:04लास्ट अम समीना ने खोल रा था ना ताला
05:11उसके पास बाबा बदर साम का तावीज है
05:16नाद्या ब�لको ठीक गह रही है
05:18हम समीरा के घर जातें और वो तावीज लेकर आतें
05:21ठीक है
05:23खुशी और मैं समीरा की घर से वो तावीज लेकर आतें
05:27तुम अपना पर अपने अम्मी का तावीज तवार के भाई भावी को दो, तुम्हारे पास तीन तावीज होने चाहिए ना दिया, तीस रखाया है
05:33हमारे कमरे में उपर तरास में है
05:37चंगेश शाचा, जाए याँ जाकर वो तावीज पहने
05:40चलो कुशी
05:43असन बेटा, जब किसी बच्चे के उपर जिन हावी हो जाता है, तो उस बच्चे की जान चुडवाते हैं जिन से, उसकी शादी नहीं करवाते हैं, हम भी यही कर रहे थे
05:56यह अदाश वापस आगी आपकी
05:58अभी भी है
06:00आपको किसने हग दिये हमारे बारे में फैसला करने का कि क्या दुरूस्त है और क्या नहीं
06:04तो बहुत है, हल्प नहीं करने चाहिए जिन होगी
06:07हाजर, अली हवेनी वापस आगया है
06:29और वो तैखाने तक पहुच गया है
06:31यह दो और भी अच्छी बात है
06:36अब दोनों भाई मिलके हमारे लिए पहली आल करेंगे
06:40तुम ये बात पहले से जानते थे
06:43साहर है, मेरा घर है
06:47यहाँ कोई भी बात मुझसे चुपी नहीं रह सकती
06:50लेकिन उन्हें तैखाने में कैद करने से क्या होगा
06:53तो दिड़ा भी भी उनके साथ खड़ा है
07:06लेकिन मुझे तो वो कही नहीं आई नजर तो मुझे भी नहीं आ रही है
07:16प्लिवा वही मौचूब थी मुझा अली की बात उससे अंदाजा हो गया
07:20उस बुढ़े को ऐसा मल किया खुशी पी इस वक्तों हमें नजर नहीं आ रही हाजर अब क्या होगा
07:26हम खुशी को कैसे वापस हासल करेंगे
07:28बस चमके एक बार वो हत्यार मेरे हाथ लग जाए
07:34हमरे सारे मुझे अलो जाएंगे
07:37लेकिन अकर उनने समीरा से तावीज ले लिया
07:40और उससे अपने भाई को आजाद करवा लिया
07:43तो वो दोनों मिलकर हत्यार तक पहुंच जाएंगे
07:45और फिर हत्यार और खुशी दोनों उनके कब जिम्में होंगे
08:13जाएंगे
08:43सामकुम्जी मैं अली हवेली से
08:45अली चौधरी
08:47ओ सारी मैं अपको पहचान गई हूँ
08:50आ सामने काई कैसे आप
08:53बेकुल ही थाए आप जमशेद भाई है घर पर
08:55जी जमशेद घर पर ही है अपने कमरे में होंगे
08:58मैं किचन में थी आप लोग अंदर आए ना
09:00अब नहीं अच्छी हम थोड़ी जल्दी में आपको तो पता है हवेली के जो हालात है
09:04बाबा बदुस्लाम ने आपको ए तावीज दिया था जिसकी मदद से आपने तहखाने का ताला खोला था
09:09क्या वो है आपके पास?
09:11जी जी वो मेरे पास है मैंने जूर्वी बॉक्स में रखा था
09:14अवेली से आने के बाद मेने और जमशेद में कुछ दिन वो तावीज पहना
09:17लेकिन जब सब ठीक रहा थो हम लोगों ने समाल दिया
09:20हमें उसकी बहुत सक्स ररूरत है क्या वो हमें मिल सकते है
09:24प्लीस हाँ क्यों नहीं आपनों कंदर आये ना प्लीस
09:36अन्य आसर भाई क्या समीर आप हमें जल्दी से तावीज के पास ले चारे है
09:44जी जी आप लोग आये मेरे साथ हैं प्लीस
09:53अलो
09:54जम्षेथ यह क्या किया तुमने
10:02असर पिटाप देखो बात को समझने के कोशिश करो
10:19आई नो तुम्हार ले मुश्किल है लेकिन सोचो अगर गौर से तो हम लोग तो तुम लोग फाइदे की बात करें थे अली की जान चुडवाना चाते तो जिन्नी से
10:28इस उत में इस मारे में बात करने के बिलकुल मूड भी नहीं हूँ
10:32असर भाई एक सकिन असर भाई प्रॉमिस भाई गौड आप ट्रस्ट करें एक बार मेरी बात सुन ले मैं को सीक्रेंस में सारे बाकियात बताऊंगी मैं यकीन से कहरी हूँ कि आपको यकीन हो जाएगा कि हम बेकसूर हैं पर रहने दो नादिया अब अब हम सब कुछ बेक च
11:02से ले जाएगा और हम सब भी तो यही चाते थे ना कि हुशी से हमारी जांग चुट जाए तो यह बात आप पहले नहीं कह सकती थी बैसे तो चौबीस घंटे जबान चलती आपकी अरे पहले कैसे बताते तो बाबा बदर अले इसकादर गर्वीदा हुए वे थे कि हमें ल�
11:32हेल्फ करना चाह रहे थे हम तो समझे थे कि तुम लोग हमें इस घर का फट समझते हो लेकिन नहीं हम तो गहरी थे और गहर हमेशे घहरी होता है ना दिया इस घर से हम जाएंगे ना तो वापछ नहीं आएंगे
11:43अरे आप यहां क्यों बैट गए हैं तो क्या करें नीचे जाकर बाई और बाभी पर उम्मीद होंगे कि हमने उनके रहाई के लिए कुछ किया होगा हमने ऐसे नाकाम देखकर बहुत मायूस हो जाएंगे
12:08अली एक बात तो साफ है आज़र भाई ने हम पर मस्तकिल नज़र रखी हुई है
12:15मना वो हमारे पहुँचने से पहले समीरा की घर नहीं पहुँचते
12:20चूबी है हमें मस्तक्बिल में नहायत रासदारी से कदम उठाने होंगे
12:26बाबा बदरस्ताम में जाते तो हम हवेली के एड़ कि धसार करवा लेते
12:33पागे तुम्हारे आज़र भई अंदर दाखिल ना हो पाए
12:36पता नहीं उनको हवेली में दाखिल होने की अजाज़त किसमें दी
12:40वो दाखिल कैसे हुआ है
12:42आप लोग चाय पीएंगे
12:45भाई भावी को खाना पूचा?
12:48जी
12:48नीचे ते खाने में उनको दे आया हूँ
12:51आपके लिए बनाओ
12:53बना दें चाय बना दें चाय चाय सर में बहुत दर्द हो रहा है
12:56अले हम बता रहे थे ना कि चंगेज चाचा को वापस आने के बाद कुछ याद नहीं है
13:04यही बताया है उन्होंने
13:05कि जैसे यह बस से उत्रे
13:06तुमारे आज़र भाई ने हमला कर दिया
13:08इसका मतलब है
13:10आज़र भाई चंगेज चाचा पर कबज़ा करके इस हवेली में दाखिल हुए है
13:15असद भाई जारा भावी जिसने भी दर्वाजा खोला होगा
13:19उन्होंने चंगेज चाचा को घर में आने की अजाज़त दी
13:22और यू आज़र भाई इस हवेली में दाखिल हुए है
13:26यह मुझे तो कुछ समझ में यारा मेरा दुमाख माओफ हो रहा है
13:36अली सिर्फ एकी तरीका है
13:37हमें जल्दा जल्द पहेलियां सुझा कर उस अत्यार को ढूनना होगा
13:41तब ही हम असद भाई और जारा भावी को इस कैद खाने से रहाई दिला पाएंगे
14:07आप से कुछ हर्स करना चाहता है
14:11बोलो बेटा
14:12बावासरदार चरदार आगर और उनकी हलिया को गया काफी वक्त पुचर चुका है
14:19और अब तो उनकी कोई ख़बर भी मौसूल नहीं हुए
14:21और जाते जाते वो कह गये थे कि
14:25खुशी की तब्यक काफी नासाज है
14:28तो बावासरदार मैं
14:31मैं हुशी की वज़े से काफी प्रिशान प्रिशान मत होना बेटर
14:35अगर कोई प्रिशानी वादी बात होदी तो ओजरूर हम से राप्त खड़ देए
14:40यवी बावासरदार नहीं होने वाली बीवी की खेरीः जाना चाहता हूँ
14:47अगर आप अजाज़त दें तो मैं सरदार आजर की हविली का चक्र लगा हूँ
14:55मैं मैं खुशी के लिए कुछ कंदारी एनार और चीन के सेव लेकर जाना चाहता हूँ
15:03तो पहले तो मैं वगवानस्तान जाओ गया पर की इसके बाद आजर की हविली
15:11जी बाब सेदार आप तो जनते हैं कि आज मामू सरदार की रिसुमा अफ़ा पर देंगे
15:19मैं मुकद्स आपको गवा बना कर कहता हूँ
15:22ते राग तक वापस लोटाँगा
15:24तीक है
15:26यह लेकिन गुरूब आफ़ास से पहले घर वापसाए हूँ
15:32जी बाब सेदार
15:41यह खाना गहरा है
15:47और यह कम गहरा है
15:51अन्य कुछ तो चक्र है इस बाक्स का
16:11यह खाना गवाँ
16:18यह लिक्या
16:21फज़ यहीं माचुंदर लेकिन वो मुच्छ नहीं आरे ह।
16:32अजिए भी तो नहीं नहीं आरे है आजर
16:34उनने भी अपने कित सुलेमानी हिसार खेंचा हुआ है
16:37मैं उसकी नजरों से पुषिदरा हूँ
16:39और वो मेरी नजरों से उचा
16:41मैं उसकी आवाज मी नहीं सुम सकता
16:44लेगे नली को सुन सकता हूँ
16:46वो उसी से बात करा है
16:48क्योंके वो और कोई कम्रे में मौझी नहीं
16:51अब पर नजर रख़्ा आजर
16:53हमें उनकी एक-एक हरकत की खबर रखनी होगी
16:56हाँ देख रहूँ
16:58इस मक्तली पहली में मिलने वाला डपड़ टोड़ रहा है
17:02उते चाबी का सांचा बने
17:06लेकिन ये तो खाली है
17:08डपड़ में चाबी की जबा है
17:17मकर चाबी यहां मुझूर नहीं
17:20क्या पता वो चाबी
17:21आजर जाजम आ रहा है
17:29कहीं ऐसे थो नहीं
17:40हमसे पहले आजर भाई ने इस पर हाथ साफ कर लिया
17:43खुशी
17:49अगर ऐसा है तो वो हमसे पहले हैत्यार तक पहुंच जाएगा
17:54किसी तरह तुम कुछ पता लगा सकती हो
18:07के चाबी किस के पास है
18:09या अजर आजर भाई के पास है भी या नहीं
18:14कोई तो तरीखा होगा खुशी
18:16सुचो प्लीज
18:18सुचो प्लीज
18:20सर्दार जाजम खुशामदीद
18:31क्या सर्दार आजर और खुशी अभेली में मौजूद नहीं
18:38वो खुशी हमसे नाराज है
18:42सुलिमा ने ये सार खींच कर खुद को पुशीदा किया हुआ है
18:45आप तो जानते हैं
18:48क्या खुशी साल के बारह महीने आपसे नाराज रहती है
18:52वो डेर सो साल की होने को आई गया लेकिन अभी भी बच्चों कितना बेहेव करती है
18:58बस ठीक हो जाएगी
19:00हमारी सर्दार आजर से मुलाकात करवाई जाए
19:05जी पैगाम भेजा है वो आते ही होंगे
19:08वो इसका मतलब यह हुआ के
19:13हम आज भी अपनी खुशी से नहीं मिल सकेंगे
19:20कर यह बताएए कि अब खुशी की तबियत कैसी है
19:25जी जी तबियत तो बिलकुल ठीक है
19:27वो तो हमारे वापस पहुंचने भी ठीक हो गई थी
19:31देखिये आप बहुत हाराम से आपके साथ बात कर रहा हूं
19:36कि आप हमारी होने वाली बेगम खुशी का खास ख्याल रुकें
19:40उसकी हर मर्जी को पूरा करें
19:42और ख्याल रहें
19:44कि हैंदा हुआ आप लोग उसे नहरास नहों
19:46जी जो कमसेदार
19:48हुँ
19:50और हम अपनी ताकत से उसे टूनने की कुश्य करते हैं
19:54आपते हमारी हमारी है
20:04क्या इस ताकती हुआ हुआ ताकता हुआ
20:11और खी ताकता हुआ
20:13झाल रहा हुआ
20:16जी जी वाल
20:22झाल झाल
20:52मुझे चापे ऐली को देादेनी चाहिए
20:56हो सकता है चापे मिले पर ऐली खुशो कर
21:00हमसे अपना दिल साफ कर ले
21:01पहले अली ने तुम से महपद ना किyan possession
21:05नादिया
21:05मगर तुम ने तुमसे सची महपत किया
21:08तो हमे उसका साथ जरूर देना चाहिए
21:09कहा नादिया
21:18वो बार हवा लेने जा रही हूं
21:23सब वो केशन सी हो रही है
21:25और हम हमें जो हो रही है
21:48नहीं नहीं नहीं नहीं नहीं नहीं नहीं नहीं नहीं आ रही है
21:54क्या उसका सुलिमानी हिसार इसकदर मजबूत हो सकता है
21:59कि हमारे अरगमास के बावजूद ना ठूटे
22:03सब्दार क्या आपने अरगमास का चिला कर रहे है
22:07हाँ, मगर उसके बावजूद खुशी हमारी आंकों से ओजला है
22:14सच सच बताओ के खुशी कहा है
22:17सची बताया आपको, खुशी नाराज है
22:22जब उसका मूठ ठीक होगा तो खुद ही आ जाएगी
22:25क्या वो किसी इंसानी वजीफे चिले का शिकार तो नहीं हो गई
22:30उसका सुलिमानी हिसार इसकदर मस्बोट नहीं हो सकता कि हम उसे अरगमास की बावजूट न देख सके
22:39सरदार खुलफान ने आपको फोरी याद किया जाजम सरदार
22:45उनका कहना है कि कुछी देर में घुरूब अफ़ताब हुआ चाता है
22:48हमें अपना वादा याद है
22:51हम आ रहे हैं
22:54और सुनो तुम लोग तुम लोगों के पास कल शाम पाँच बजे तक कब वक्त है
23:01कुछ भी करो ढूंडो उस खुशी को उसको मनाओ उसकी मिन्नत करो लेकिन
23:06उसको मेरे सामने लेकर आओ
23:09कल शौम पांच बजे मैं हर हाल में खुशी से मिन्ना जाओंगा
23:15सुना तो लोगों ने
23:17लेकिन मुझे तो उसकी नजरों में साफ नजर आता है
23:33कि वो आपसे महबब करती है
23:35कमान यार वो सरफ मेरी दोस्त थी
23:38और अब तो जो कुछ उसने और उसकी माने हम लोगों के साफ पर दिया है
23:41मैं उसको दोस्त भी नहीं समझता
23:43आप भले माने या ना माने
23:46महबब तो आपसे करती है
23:48और गाद से क्यार मैं
23:50कभी हूँ उसको इस नजर से दिखा ही नहीं
23:53क्यों?
23:54क्या बुराई है उस बिचारी में?
23:58शकल भी मुनासिब है
23:59और फिर इनसान जादी है
24:01और सबसे बढ़कर आपसे महबब भी करती है
24:05लेकिन मैं तो तुम्हारे होते वे किसी और के बारे में सोच भी नहीं सकता
24:10अच्छा
24:15अगर मैं आपके जिंदगी में ना होती फिर
24:19तब भी नहीं यार मतलब पागल है वो साइको है हाईपर है मेरे टाइप की नहीं है
24:24ऐसी लड़की को मैं बहिन तो बना सकता हूँ लेकिन बीबी नहीं
24:29ऐसे नहीं कहते बुरी बास
24:33अच्छा थी बना
25:03अच्छा
25:04अच्छा
25:05अच्छा
25:06अच्छा
25:33अच्छा
25:34अच्छा
25:36एकलामालकूम
25:37जी वजूर किसे मिलना है
25:52असादिया अली से मिलवाती जी
25:55वाबाजी
25:55आप लेकिन हमें तो पता लगाता कि आप शेहर में नहीं हैं
25:59हाँ बिटा हम सफर में थे हमें खबर मिली कि आप लोग मसीबत में
26:06बस अपना सफर मुखूफ करके आपके मदद के लिए चले आए
26:11शुक्रिया बाबाजी असल मैं आजर ने भाई भावी को नीचे तेखाने में कहत कर लिया
26:16हर्म से ताला भी नीख खुल रहा हूं चलिए है ताला कुल लिते आए्जयाओ है उस्था अखयू को अ
26:35बाबाची आगे
27:05असलाम लेकुम बाबजी शुकर है बाबजी आप आगए अगर जिनों को इजाज़त न दिल्वाई जाती हमारा हसाद तूटता नहीं
27:17जी बाबाबान ने इसका हल निकाल लिये आज के बार ऐसे गलती नहीं होगी
27:35है इस फिशे हम बाबारा हसार बान देंगे आप लोग इस्तियाद कीजिए जाए लाग
27:59एट याट कीजी चे लाँ
28:04मेरे तुदबश और पेस्टो अश्रकाट बार में था
28:31जी ममा इस गैसे हमारा सारा समान उठा लिया है मैंने
28:34ओके गुड़ देखो कितने बुरे वो चाचा को बेजा भी ने हमारा समान उठाने के लिए
28:40ओ गॉड़
28:46अच्छा अश्द बिटा देखो जो रिष्टे होते हैं ना वो बहुत मुशक्त से तूटते हैं
28:52अश्दी जो हम लोगों का बॉंड है वो कभी टूटी नहीं सकता है इसलिए कभी भी तूमें से किसी को भी अगर हमारे खलूस या सचाई की जरूरत पड़े तो विए जस्टर कॉल अवे हमें कॉल कर लेना
29:03सचाई और खलूस ओ इन अलफास के माईनी भी पता है आपको
29:10अली तुम्हा भी जिन के कबजे में हो तो तुम्हें इस बाते समझ में नहीं आएंगी ठीक है
29:17चले ममा
29:19तो थोड़ी अपसेट होगी ना इसले इस तरह वरना वो कभी भी इतनी रूडली नहीं जाती
29:26जारा बिटा तुम जब भी कभी कोर्मा बनाओगी मैं तुमाई कोर्मे को बहुत मिस करूँगी मुझे जरूर याद करना जब भी कोर्मा बनाओगी
29:34पाई
29:39हम ने हसार बना दिया है
30:04हम जा रहे हैं ख्याल रहे हैं कि अब आप किसी जिन की छल कपट में नहीं आई
30:11यह लोग मकार मखलूक हैं यह मखलूक जूट बोलने में और धोका देने में अपना सानी नहीं रखती
30:22ओती बाबाजी लेकिन आपने का था न कि जिनों में अच्छे बुरे भी होते आप इलेकल बेटा लेकिन मैं तो बुरे की बात कर रहा हूं बाब़ जी अप हमारे लिए क्या हुकम है
30:37क्या कर सकते हैं आप पहली हाल करें आप हमारी मदद परेंगे ना पहली हाल करने में बेटा तरसल आपकी दादा ने पहली हाल करने के लिए खास तोर पर आपको नामसद कर रखा है ये काम कोई और नहीं कर सकता आपके लिए बेहतरी ये है कि इस काम को जल से जल ख़तम कर ले
31:07कि उस खबीज बुढ़े ने एक बार फिर हिजार केंज दिया अवेली के किर्थ उदर जाजिम धंकी देखेंगे कल शाम पाउंच बच तक कैसे डूनेंगे खुशी को
31:34मसला तो यह है कि खुशी से रापता भी नहीं हो पा रहा उससे बात हो तो मैं उसे कुछ समझा बस चमकी बस समझाने का वग्या मैं ये मजीद कालक मुँपे नहीं मल सकता हूं हलफान और जाजिम से लड़ने की ताकत नहीं है मच में क्या मतलब है तुम्हारा मतलब यह कि अ
32:04लेकिन अगर खुशी के फरार की खबर हमने उसे चुपाई तो मुझे नीस तो ना पूट कर देगा जी मुश्किल में डाल दिया इस लड़की ने तोनो तरफ से नुकसान तो मेरा ही है ना अपनी बेहन की जान बचाऊं या तुम्हारी और अपनी जान बचाऊं मेरी एक �
32:34ना दो अल्ला इतना अंधेरा क्यों किया वाई
32:45सकूँ सरोने दो दे यार
32:48कि तब बुरा रो रही हो और क्यों रोने दो मैं तुमको ना दो और वैसे भी जिन्देगी का रसूल है दूसरों को रोलाना है खुद में ही रोना है
33:00तुमने तो कभी किसी के साथ कुछ बुरा नहीं क्या पर क्यों रो रही हो यह मुझे आपकी और सारफ आपी के जूटी उमिद होने से ही निकर रहा है
33:07देखो ना दो समझने के कोशिश करो वुजो अली है ना उस जिन्नी के असर के अंडर है
33:13वो किसी के असे के अंटर वंडर नहीं है
33:15वो मुझे पसंद ही नहीं करता है
33:18और प्लीज
33:19आपनों मुझे इपाद माल देने थे हैं अब
33:22देखो अगर वो तुम्हे पसंद ना करता
33:24तो फिर वो तुमसे फ्रेंडशिप क्यूं करता हो
33:26और इस तरा चौप इस गंटे खुशी खुशी तुम्हें अशा टाइम क्यू सपेंड करता हो
33:29हाँ
33:30मुझे नहीं पता
33:32पर वो मत्सर रियार नहीं करता
33:34मैं
33:35मैं इसकी खुशी की गाते गई
33:37और उसको चाबी दे गई थी
33:39वो खुशी के साथ ही मैंस कह रहा था
33:42और मैंसे चेहते हैं
33:45कहते हैं नादिया तो बहुती हॉटी हाइर साइ गोर अगी है
33:48अज हो थुशी तो भीस ने कि यह को मों तुटँगे मुझे मिले साइको
33:52और कहते हैं
33:54नादिया को मम्मी बेहन बना लूगा अगर उसो शादी नहीं करोगा
33:58तुम गई क्यों थी उसके पास?
34:00चावी ते ने गई थी
34:03हाँ?
34:04चावी ते ने गई थी इसी कुशी की खादे
34:07कौन सी चावी पिटा?
34:09पान को
34:12पान को
34:17वो ना तीसरी पहेली वाले डबे से मुझे चावी मिली थी
34:22और वो अवीली का जो पिछला वाले हिस्सा है उसमें जो किताब वाली अल्मारी है
34:27उस चावी से खुड़ेगी मुझे ऐसा लगता है
34:30मुझे यह लग रहा है कि यह चावी सरफ ताला नहीं खुलेगी
34:38यह तुमारी प्रब्लम्स, मैं फ्रस्ट्रेशन
34:40फ्रतमारी बत्रों अकावी खुले यह चाहिए
34:44भुके सिनिमा
34:50कितमा उन्शबास जो यह चाहिए
34:54किते हैं फ्र्दस्ख बाहुं
34:55किते हैं किते हैं
35:01किते हैं
35:05किते हैं
35:09असत, आज खाना खुशी ने बनाया, तुमाई लिए दम का कीमा और मेरे लिए यखनी पुलाओ
35:15इसे किस ने बताए के मुझे दम का कीमा और तुम्हें यखनी पुलाओ बहुत पसंद है?
35:20अब भाई मैंने बताया था क्योंके खुशी ने पूचा था इसका बस यही काम है
35:24हर वक्त पूचती रहती है के भाई को क्या पसंद है भावी को क्या पसंद है
35:28आदा गेंटा पहले ये किचन में गई थी
35:31आदे गेंटे में कौन सा दमका कीमा और यखनी पुलाओ बन जाता है
35:35जरूर कोई जादू से इसने ये खाना बना है
35:39नहीं नहीं असर्थ मैंने खुद खा के देखा है बनाओ बहुत ही लजीज बना तुम ट्राइ करो
35:45नहीं भई सॉरी
35:47मुझे पूरे वक्त में बना हुआ और गैने खाना ही पसाद है
35:51जादू का खाना मैं नहीं खा सकता
35:55भाई
35:56यार खाना तो कोई ऐसे खाना शोड़के नहीं जाते
35:59भाई बात तो सुने यार
36:00भाई
36:01पुशी तुम परिशान नहीं हो
36:04असद ऐसे कभी-कभी बिल्कुल बच्चों की तरह भी हेप करता है
36:07आइस्ता ऐस्ता ठीक हो जाएगा
36:08मैं उनके लिए ओमलेट बना दो
36:10नहीं नहीं
36:11इसको भूक ही नहीं होगी
36:12जब भूक लेगी तो तुम देखना कि वो यही दम का कीमा खाएगा
36:15और तुम फेकर क्यों कह रही हो
36:17मैं खा रही हो ना तुम्हारा बनायावा पुलाओ
36:18पुलाओ
36:21सब्सक्राइब
36:37सब्सक्राइब
36:38सब्सक्राइब
36:45कंफ्सक्राइब
36:47की मैंश הרुण
36:49सब्सक्राइब
36:50तबाँ तुछ तुम्हारा
36:52तुम्हारी अमदर के � mniej जब।
36:53पुल्धल
36:54की मदद
37:01मैंतएब
37:05पुल्धल
37:07कियो पुल्ग
37:09कियो मैंतव
37:11सब्सक्राइब
37:13झाल झाल
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