00:00ये जो पूरी एक बात है कि हमारे यां आदर्श युगल प्रभु राम और सीता मैया है तो ये आज का दिन जो चैन है मुझे लगता राम नौमी के तरह विवा पंचमी भी हमारे यां बहुत शुब बहुत पवित्र मानी गई है और इस दिन ये ध्वजा रोहन मैं यही मानत
00:30बात दिया जाता है कि जब लग गंग जमुन जल धारा अचल रहे अगिवात तुम्हारा और मानता है कि कोशल्या जी ने सीता जी को जब उनकी परशन उतारी तो यही कहा जब तक गंगा जमुना में धारा है तब तक सीता जी जैसा स्वभाग तुम्हारा रहे तो यह सीता
01:00प्रबु साक्षात नारायन के जिनके सहाय जानकी नात हो जाएं ये पूरा जो भाव है कि वहां पे राम हमारे लिए सिर्फ एक दशरत नंदन नहीं है वो सिया के वर हैं इसलिए श्रेष्ट हैं और माता जानकी भी असा धारण है शिव के धनुच को ऐसे उठा करके इधर स�
01:30तो मैं आज मानूंगे हिंदू धर्म में हमारी संस्कृति में धर्म की स्थापना सदाचार की स्थापना मानी गई इसको धर्म को बहुत अलग ढंक से religion में लोग संकीन उसकी परिभाशा कर देते हैं धर्म हर्थात हमारा क्या करता हो हमारा आचार विभाहर कैसा हो तो उसक
02:00जय हो जय हो राम तुम्हारी जय हो वसुद्हा हसे सुद्हारस बरसे जग से दूर अनय हो जय हो राम तुम्हारी जय हो जय हो राम तुम्हारी जय हो
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