00:00हमारा देश संपूर्ण दुनिया का विश्व गुरु था अनेक राजाओं के रज्जों से मंडित था कभी चक्रवती समराड भी होते थे दुनिया का एक बहुत बड़ा संबल भारत वर्ष था तब भी भारत वर्ष था और हजार साल तक आकरमकों के पहरत वले रोंदा गया
00:30होने लगा यह सब था तब भी भारत था वो वैबो के दिन नहीं रहे वो आकरमन के दिन भी चले गए अब राम मंदिर पर जंडा पहराने वाले हैं तब भी भारत था अब भी भारत है
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