00:0019 साल पहले 2006 का साल दिल्ली के बॉर्डर से मुश्किल से 5-6 किलोमिटर की दूरी पर एक जगह है नोईडा में निठारी और उसी निठारी बस्ती में एक कोठी D5 और उसी D5 कोठी के पीछे नाले से अचानक इंसानी कंकाल एक के बाद एक मिलना शुरू हो जाता है
00:17उस D5 कोठी के मालिक थे मुलिंदर सिंग पंधेर और उसी कोठी में एक नौकर था सुरेंदर कोली बाद में पुलिस इस मामले की जाच करती है
00:27मुलिंदर सिंग पंधेर और सुरेंदर कोली दोनों को गिरफतार किया जाता है
00:31पुलिस की गिंती में कुल 16 लाशे थी और इनी 16 बच्चों की मौत के लिए मुकदमा दर्ज होता है
00:38इसके बाद मामला सी बी आई की स्पेशल कोट पर चलता है फिर इलाभाद हाई कोट फिर सुप्रिम कोट
00:44लोवर कोट 16 में से तीन केस में तो दोनों को बरी कर देती है लेकिन 13 मामलों में फांसी की सदा सुनाती है
00:5113 के 13 मामलों में सुरेंदर कोली को फांसी की सदा जबकि 3 मामलों में मौरेंदर सिंग पंधेर को
00:57इसके बाद ये मामला इलाभाद हाई कोट जाता है
01:00अलाभाद हाई कोट सुरेंदर कोली को 13 में से 12 मामलों में बरी कर देती है
01:05जबके मुलेंदर सिंग पंधेर को भी तीन मामले में बरी कर दिया जाता है
01:10जिसमें बाद में सुप्रिम कोट भी अपनी महर लगाती है
01:12अब अभी एक 11 नमंबर को सुप्रिम कोट आखरी केस में सुलिंदर कोली को भी बरी कर देती है
01:19यानि 19 साल बाद निठारी के 16 बच्चों का कातिल अब कोई नहीं है
01:23जिन दो लोगों को पहले नोड़ा पुलिस और सीविया इन हैरेस्ट किया था दोनों बरी है
01:28निठारी में 16 बच्चे मारे गए इसमें कोई शक नहीं लेकिन उन बच्चों को किस ने मारा
01:33ये सवाल आज 19 साल भी अपनी जगा कायम है
01:36और इसी मामले में आज बात करने के लिए
01:39इनी दो किरदारों में से एक मुलिंदर सिंग पंधेर हमारे साथ मौजूद है
01:45बहुत बहुत शुक्रिया पंधेर साथ यहां आने के लिए हमसे बारचीत करने के लिए
01:49पंधेर साथ जब आपको कोट में पहली बार पेश किया गया था लोवर कोट में
01:54तो हमेशा हमारे हैं कोट में एक दस्थूर है
01:56कि गीदा कुरान या उस धर्म के मानने वाले जो भी उसके गरंथ है उस पर हाथ रखकर खिलाते हैं कि जो कहेंगे सच कहेंगे
02:03मैं आप से पूछना चाहता हूँ कि अब तो धेश की सबसे बड़ी दादलत भी आपको बरी कर चुकी है
02:07वाकई निठारी के अंदर क्या वह उस रीफाई कोठी में आप उससे बिल्कुल अन्जान थे बिल्कुल आपने कुछ नहीं किया कुछ नहीं
02:18उस कोठी के मालिक आप थे दो सालों तक उसी बस्ती में बहुत सारे बच्चे गायब हुए
02:25बलकि एक तो यह है कि 16 और 19 की बात हो रही है लेकिन एक जगे पर शेयरत कोली नहीं यह कहा था कि
02:31चालिस बच्चों तक का नाम लिया था कि तो बहुत सारे बच्चे गायब हुए और उसी कोठी के पास आकर तार जुड़े थे
02:37कि जो भी बच्चे गायब होते हैं जितने विटनेस थे उन्होंने का कि आखरी बार उने डी फाइब कोठी के बाहर देखा गया
02:43आपके कानों तक कभी ये बात नहीं आई और आई तो फिर आपने कुछ कदम उठाए
02:48सबसे पहले मैं ये प्रशन आपको डालूँगा ये आपके पास कहां से कहानी है ये भी सारे बच्चे डी फाइव के सामने से गायब होते थे
02:59जाधा तर जो बयान थे जी जब केस खुलने के बाद है जी अब बोलो ना 2007 जनवरी की बात है जी बोलो केस खुलने के बाद है ये द्रिश होगा उसने तो सब को पता था तो वाज़र वह मेरे को भी पता था उसने मुर्डर गिरा या रेप की कोई कहानी नहीं थी
03:20वो जो गैब बच्चों की investigating टीम थी क्योंकि वो हमारा केस investigate कर रही थी उनसे ये बातें पता लगती थी ये जो हिस्सा है कोठी नंबर डी एक से लेके डी छे तक और किसी हद तक निठारी की जो पुलिया पार करके ज्यादा बच्चों का यहां से गैब होना सुना जाता है
03:50चार कोठियों की सामने मैं कहूंगा क्योंकि बच्चे अपने घर से निकले पर यह कहने का आखरी टाइम उनको वहां देखा गया वहां देखा गया पर ये most cases में उस तेम ये पता लग गया आप डी फाइब कोठी में कब आय थे मैं 2004 में आया था सुरेंदर कोली से कैसे मु
04:20जी हैं 2004 से 2006 अगले दो सालों में कभी आपने सुरेंदर कोली के बेहवेर उसके बढ़ताओ के बारे में कुछ अजीब चीज़ देखी कभी बिलकुल नहीं सबसे पहले यहां पर थोड़ी सी माँ आपको रुखावर देना चाहा हूं कि यह काफी गलत फहमी है इस घर में सि
04:50नहीं पता सब को था किसी ने उठाया नहीं और उसका कारणा आप जानते हो और उसी चीज़ के लिए मैं कह रहा हूं बार बार यह सब इन्वेस्टिगेशन को एक तरीके से गुमराह की एक मुनेदर साहब जो पूरे के इस स्टेडी से लेके सारी बाते हैं आपने खुद �
05:20पार्टी वाली कहानी ये गलत है सिर्फ एक ही पार्टी इस घर में हुई है और वो मैंनी था वो सिर्फ एक ही पार्टी थी वो मेरा जनम दिन था अच्छा और वो भी जो ये एसकॉट लड़की हैं प्लीज इसमें थोड़ा सा ध्यान रखिये दिस वास नोट टोटली ए से
05:50और दूसरी बात एस फार एस लोगों के इंपरिशन में आएगा पेड सेक्स दैट वस निवर इन इशू और आप पूछोगे फिर क्यों क्या वज़ा थी ये जी क्या वज़ा थी येस उनको मेरे घर में एक तो सकून मिलता था सबसे पहली बात घर खाली है खाना उनको मिल
06:20बूद यूजिए को मैरे धनाई नहीं करूँगा मैं तो खुद नहीं पिता था और बाद में मैंने बेयर लिनी शूब कि फोड़ी बो थी
06:36क्यों किती है तो तो र्ह किरती ती रहों किती है और जो आप ये कहानी कहरे हैं ये और अब आपMonी कोर्ट में
06:45ही है भी सिर्फ एक ही पार्टी थी जो हमने थ्रो की थी उन्होंने आपके एक दो दोस्त थे जिनके साथ आप अक्सर बैस एक दो नहीं बहुत अच्छा बाइदा जब यह आप स्कॉर्ट बुलाते थे और कोठी के अंदर होते थे तो जाहिर सी बात है यह रात का वक्त होता �
07:15लड़की आती थी बड़ी पायल उसका कोट में नाम है और वो अक्सर आया करती थी यह क्या निठारी बस्ती की नहीं थी बाहर की थी तो निठारी की बस्ती की भी कोई ऐसी स्कॉर्ट यह लड़की थी जो आप कोठी में आया करती थी बिलकुल नहीं कभी नहीं तो जो भी
07:45पुलेंदर कोली के अंदर भी कुछ अर्मान जागे या एक शैतानियत जागी और उसका बहुत असर पड़ा आपके इस एक्ट से ये कितना सच है ये बात का जवाब वही दे सकता है मैं किसी के दमाग के बारे क्या बोलो देखो इनसान डूपता क्या नहीं कहता है और कोई भ
08:15उपर उठ रही है तो वाजब है वह कुछ ना कुछ ऐसा कही देगा और कह सकता भी है और हो भी सकता है पर उसको उसने कभी ये चीज मेरे से जाहर नहीं की जब दिसंबर लास्ट वीक 2006 में पहली बार आपकी और आपके परोसियों के कोठी के पीछे नाले से कंकाल बरामद
08:45उस ताइम तो केस सारा खुली चुका था भी हाँ जी ये कोई सीरियल के लिंग का मारूमल है तब जाके मेरी कानों में पती बात पड़ी पहली बार आपको क्या पता तेला सुरेंदर कोली के बारे में वो तो पहले तो लिंक उसका जो बनाया गया था वो तो पाहल के साथ �
09:15बिल्कुल तो क्या आपकी जब गिरफतारी हुई तो कोली ने ये स्टेटमेंट दिया था कि मैंने जो कुछ भी किया है वो सब मुलेंदर सिंग पंठेर जी के कहने पर किया यह आप उससे पूछ यह उसका स्टेटमेंट है हाँ मैं इस ही लिग रहा हूं तो मुझे कैसे मा
09:45होता था महलग में होता था हमें आपस एक दूसरे के साथ बात करनी अलाओ नहीं थी आपकी जब गिरफतारी हुई थी तब पुलिस ने यह कहा था आपका रिमान जो लिया था कि सुरेंदर कोली ने यह स्टेटमेंट दिया है कि मैंने जो कुछ किया है इनके कहने पर किया ह
10:15था आप बताओ मेरे को यह मैं कहा रहा हूँ यह है मीडिया फ्रेंजी मतलब पुलिस ने यह थी उनकी मिजबूरी इसी को मैं कहा रहा हूँ अगर यही ड्रामा ना हुआ होता तो एक्च्छल गुनेगार आपके सामने बैठा होता यही ड्रामा हुआ है
10:34सिर्फ एक ही इंट्रेस्ट सावी मुनिंदर सिंग पंदेर किसी तरीके से पकड़ा जाए मुनिंदर सिंग पंदेर कास्टिडी में रहे मुनिंदर सिंग पंदेर की कहानी चलाए जाए मुनिंदर सिंग पंदेर के उपर सारा कॉल डाला जाए
10:48investigation को तो कोई role ही नहीं इसमें
10:51कहां ता इसमें role भी
10:53असली कातल पकड़ना चाहिए
10:55एक भी खबार का statement हो
10:57मेरे को
10:57जिसने लिखके दिये दिया होगा भी
11:00जो असलियत है वो सामने आनी चाहिए
11:01किसी नहीं नहीं कहा
11:03सबने तो फैसला ले चुके थे
11:06तो जब फैसला ही ले चुके हो
11:09investigation किस तरफ जाएगी
11:10वो तो naturally वो तो ऐसे ही ब्यान लिखेंगे
11:14कई बार ये बात
11:15बलके एक बार आई थी कि
11:16कई लोगों ने complaint की थी कि इस कोठी के
11:19अंदर से आस पास से कुछ अजीब सी बद्बू आती है
11:21वो नाला सामने
11:23जी
11:24उस नाले के उपर तो पबलिक बैठती थी
11:26बाकी के कोठी के पास से कभी complaint नहीं
11:28कि दी फाइफ में थी
11:29क्यों आपको कैसे पता भी दी फाइफ की सिर्फ complaint की
11:32ये सारे वहाँ की जो witness तो उस वक जो सारी बात है की
11:35उन्होंने बताई
11:36किसी witness ने ये बात तो अपना
11:38CBI को बात बताई ही नहीं है
11:40जब उन्होंने ब्यान दी है
11:41CBI ने तीन दिन अपना
11:43यहां पर शोर मुझाया नॉइडा में लाउड स्पीकर पे
11:46भी हमें इस केस के बारे बताओ
11:48उस तेम तो किसी ने कुछ बताया नहीं
11:50यह तो बाद में जब मेरे को फसाने की
11:52जब सादन बना सारा कुछ बना
11:53उस तेम ये कहानी आने लगी वो क्यों
11:55उस तेम तक तो कोई
11:58बद्बू मैं जानता हूं बद्बू थी
12:00और बद्बू वाजब थी
12:03क्योंकि वहां पर एक नाला था
12:04नाले में कुछ भी हो सकता है
12:06क्योंकि नाला बंद किया हो था
12:08सबने बंद किया हो था
12:09कोली फस्ट रोर पे रहा करता था
12:11पहले वो रहता था गराज में
12:14अच्छा
12:14गराज के बाद मैंने एक सेवन्ट कौर्टर बनाया
12:18उसके उपर
12:18सेवन्ट क्वाटर में वो रहने लगा
12:22सेवन्ट क्वाटर के साथ उसका बात्रून था
12:24जब ये सारी चीजें हुई
12:29और आपका जो से मैंने शुरू में पूछा था कि कोली उपर रहता था
12:32कभी आपने जाने कि कभी मतफ़स ट्रोर पे जहां कोली रहता था
12:36उस वक्त कभी मौका मिला इत्फाक हुआ कि जाकर देखू यहां
12:41नहीं मैं तो सिर्फ क्रिस्ट्रक्शन के टाइम गया था उपर उसके बाद तो मतलब ही नहीं है
12:44मैं तो कभी किचन में भी नहीं जाता था सही पूछो तो मैंने क्या गरना वाँ पे
12:48मेरे दो काम ही नहीं है जब आपने कुछ नहीं देखा कभी कुछ नहीं लेकिन आपके जो भी जो कई बार ऐसे स्ट्रेट्मेंट आये हैं
12:57जिसमें आपने सीधे सीधे निठारी में जितने बच्चे मारे गए आपने यह कहा है कि यह कोली ने किया है
13:04कहा की हैम आपना ने कुछ अभी हाल में भी कहा था कि कोली रात को एक-दो बार शाहर देखा है निकला
13:11भी � geographic point इस तरीकें कर सकता है यह क्योंकि उसकी आप ने एक दलील भी दी
13:16थी कि जब जब इस कोठी में कोई murder हुआ यह कोठी के बाहर जहां भी आप उस कोठी में
13:22में मौझूद नहीं थे आप पहली बार उस्ट्रेलिया में थे पिर चंडीगर में किर कहीं टू अबर आप बलके आप बलके आप यह तो मैं भी कहता हूँ वो तो कोर्ट वो तो CBA कह रही है है हाँ इसलिए मैं जो फैक्ट से उसी बात कर आप जोड रहे हो ने उसको मैं नही
13:52देखो बेर सुहर तो जाता रहता हूँ आता रहता था पर आप नियुक्स कोई बात नहीं है है और हमें आपके कभी ऌलते निया इस तरह की मैंने एकक्सेस पाया हूँ नहीं।
14:13मेरे दो जो कनक रिए बैग्स गयराते होते थे पॉलूथीन के वुज़ायत यते फैं जो पडोसी आपके डॉक्टर थे उनके साथ आपका रिष्टा कैसा था जैसे एक काम पडोसी के साथ हो तर ज्यादा उठत बैठत नहीं थी कभी नहीं थी आपको उमीद थी कि आप अप
14:43सबसे पहली बात इस केस में चश्मदीन गवा कौन है चश्मदी देख भी नहीं है तो फिर तो फिर बार-बार क्यों इस इशू को उठाये जाए किसी के उपर भी आप उंकल नहीं उठा सकते हैं यह इशू इसलिए उठ रहा है पंडेर साब कि 19 साल के लंबे इंतजार के बा
15:13मैंने भी 20 साल सजा काटी है मेरा परिवार भी सडकों पर आया हुआ है आप नहीं जानते लोग मेरे बारे क्या कुछ कह रहे हैं मैं अपने आपको कैसे जिन्दा रख रहा हूं मुझे ही मालूम है इतना असान नहीं है जो खेल खेला गया वो छोटा खेल नहीं है और जिन्
15:43देवल कुमिट सुसाइड बच्चे उनके उनका परिवार उनको छोड़के चले जाएगा विश्वास उठ गया मेरा मेरी मेरी सारी सुसाइटी तोड़ दी
15:57मेरे खाने पीने के सादम तोड़ दीये लोग चीलों की तरह मेरे मेरे परिवार के उपर तूटके पड़ गये उनको घर से नकालने के परियास किये गये मेरे रिश्टोदारों के उनको सड़क पर लगाने के लिए बुगा रखने के लिए परियास किया गया मैं पीड़त �
16:27वो लोग में हमेशा मुझे अच्छा आदमी कहते थे
16:30आखरी सवाल पंडेट साब आप से
16:33आप भी आजाद हैं तो सुरेंदर कोली भी आजाद है
16:36कानूनी देश की सबसे बड़ी अदालत नो से रहा कर दिया
16:39लेकिन जो उसके उपर इल्जाम लगा था आप से कहीं ज्यादा संगीन
16:42एक इल्जाम था आदम खोर होने का भी
16:45मुझे नहीं लगता कि ऐसे लोगों को समाच जल्दी अक्षिप्ट करता है
16:50या नोकरी देता है
16:51अगर मौका मिला तो क्या आप वापस सुरहिंदर कोली को अपने पास रखेंगे
16:55सबसे पहले तो बात यह अभी मुझे जुरूरत नहीं है
17:02अगर मैं नहीं मुझे जुरूरत नहीं है
17:05अब मैं इन चक्रों में यह जो कहते हैं नहीं एक वारी आदमी
17:10यह जिसको जिसके ऐसे दोर में निकला हो
17:13तो हम तिकरीवण ऐसे नोकर नुकरों के चकर में आप पड़ते नहीं है
17:18अगर उसने मदद मागी कि मेरी जिंदगी जैसे आपकी जिंदगी
17:20मैं मदद देने लाइक रहा ही नूँ
17:22तो आप उसको नहीं रखेंगा
17:24मैं मदद लाइर के नहीं हूं रखना क्या है लगा तो मैं मदद भी नहीं कर सकता किसी की अगर कभी आमना सामना हुआ आप दोनों की मुलाकात ही तो आप उससे क्या पूछना चाहिए अगर मेरा आश्रिवाद मांगेगा जुरूद हूँगा
17:34मुरीदर सिंग पर्डेर साब बहुत बहुत शुक्रे आप से और जिस तरीके से आपने बात की थैंक्यू सो मथ थैंक्यू थैंक्यू थैंक्यू
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