00:00अजीज दोस्तों और सातियों, मैं जावेद मुला जी आपको बताना चाहता हूँ कि मैं वाड नमबर चार से उम्मिदवारी कर रहा हूँ, इसी तरह मेरे साथ में गरीब उम्मिदवार इर्फाइंशा, इसकी अहिलिया सालियां अन्यूम इर्फाइंशा ये उम्मिदवार ह
00:30ये उम्मिद्वारी कर रही है और वाड़ पर साथ से अज्जु भाई होटल वाले इनकी वाले दा परवीन भी शेक नाजीम ये उम्मिद्वारी कर रही है उनकी के साथ में रौब भाई मेकनिकल इनकी वाले दा बतुल भी हुसेन कुरीशी ये उम्मिद्वारी कर रही है
00:45ये सबी उम्मिदवार छोटे परिवार से और गरीब तब केसे है इन पर आज मागार के लिए तरह तरह की दबाओ दड़पन और दैशत का महाल इन पर बनाय जा रहा था इसी के तहट मैंने इन्हें अपने साथ सफर में ले लिया हूँ
01:03और कुछ लोग हमारे खिलाफ अफवाय फैला रहा है जिनके पैर के नीचे की जमीन किसक गई है वो एलेक्शन लड़ना नहीं चाहते है वो एलेक्शन को हाईजक करना चाहते है वो एलेक्शन को पैसों के बलबूते में जितना चाहते है लेकिन अवाम हमारे साथ है और इं�
01:33जाने वाले हैं इसी जंग में इसी लड़ाई में अगर मेरी जान भी चले जाती हैं तो इंशालला ये आपका खादिम जावेद
01:41बुल्ला जी अपनी जान कुर्बान करने के लिए तैयार है मैं एक मामुली घर से मेरे वालिद एक साइकल की दुकान चलाने
01:47वाले हैं और मन का लड़का हूं तो इंशालला ये पैसों की जो फाई फैलाए जा रही है ये शहर में तो ये गलत है और इंशालला कल अरफाद
01:55जुमा के बाद में तीन बजे इन से सब मुखालिफीं से मुलकात करूंगा और बताऊंगा क्या अप अपनी जगे पर कायम है आप अपनी जगे पर कायम रहना और एलेक्षांट के लड़ना अल्ला हाफिस के महला वाट्ट कुड़ी तो दिन संगा हो कि इंजर कुणा अर �
02:25करावी आता का अधु अधुंते जग दाहाजागा बिनूर दलेल आता आधारगा अधुन तुम्हाला सत्रागा आहेत्स अटाविस्पाइकी तुम्हाला कि अप्चछत बढ़तात लोगों तुम्हाला किती पसंदी देतात आथ आपन बगावा असा कुठे ही जो और दबर
02:55इते हैं जिल्ला परशिती शंबर टके, पंचेसवी शंबर टके, मार्केट के विटी शंबर टके, शिटकी संबर टके, शग्ल जया ठीकानी, शंबर टके भाजे पोए.
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