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  • 2 days ago
दिल्ली में छात्र ने मेट्रो स्टेशन से कूदकर दे दी जान, पिता ने स्कूल पर लगाए ये गंभीर आरोप

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00:00नमस्कार मैं हूँ आपके साथ सुमिछ चौधरी और आपका बहुत स्वागत करता हूँ और वक्त है खबरे असरदार का जहां सबसे पहले आज वो खबर जिसने हर माता पिता को चिंता में डाल दिया है
00:11दिली में एक बहुत दर्दनाग खबर सामने आई है दिली में 16 साल के चातर ने मेट्रो स्टेशन पर प्लैटफॉर्म से कूद कर अपनी जान दे दी
00:19कटना कल दोपहर किया है चातर ने के पास से एक सूसाइड नोट भी बरामत किया गया है
00:24स्कूल की तीन टीचरों पर मांसिक उत्पीडन का इस बच्चे ने आरोप लगा है
00:28चातर की मौत से गुसाएं लोगों ने स्कूल के बाहर पर दशनकर इनसाफ की मांग की है
00:33एक नीजी स्कूल में दसवी में पढ़ने वाला चातर राजेंदर पैलेस मेट्रो स्टेशन के प्लैटफॉर्म से कूट कर उसने जान दे दी
00:41मौके पर मौजूद लोगों ने तुरंट उसे पास के बियल के अस्पताल में पहुचा है
00:45जहां डॉक्टर ने उसे मिर्थ खुशित कर दिया
00:47सुसाइड नोट में टीन टीचरों के नाम काउलेक किया गया है
00:50उन पर लंबे समय से मांसिक परताडना का आरोप लगाया गया है
00:54साथे लिखा गया है कि मेरे चाह है कि इनके उपर एक्शन लिया जाए
00:58ताकि मेरी तरह कोई और बच्चा परिशान ना हो
01:01और मिर्थ के चाहतर के पिता ने भी आरोप लगाया है
01:05कि उनका बेटा पिछले कई महिनों से स्कूलों में अपने साथ होने वाले बरताव से परिशान था
01:09पुलिस ने मामला दर्च कर लिया है
01:11और सुसाइड नोट के अधार पर स्कूल और संबंदित शिक्षकों से पूस्ताच की जा रहे
01:16सुसाइड नोट में चात्र ने अंगदान करने की बात भी लिखी है
01:21चोटी चोटी चीजों के लिए डाटती है
01:28मुझे भी कंप्लेंट करी तो
01:29यह बेटा शरारती है पीछे चोटा बच्चा है अगर यह शरारत ने करेगा तो करेगा तो टीचर में उसके बाद भी उसको टॉर्चर करना रखा जारी रखा था वह पैर पिसल करके गिरा था स्कूल में
01:46तो वहाँ पे जो मैडम थी उन्होंने उसको डाटा कि तू जान रूच के गिरा है यह रोने लगा तो यह रोने मिने का डाटा कर ड्रामा मत कर और और इससे मुझे कुछ परक नहीं पढ़ने वाला और यह सब स्कूल के सामने हुआ
02:04परिशानी आती थी पापा पिछले दस ग्यारा दिन पहले आये भी थे स्कूल में उस और टैंट के दस दिन बचे ता आट दिन आमने यह बोला था उसको पापा ने उसे कि बिटा आट दस दिन बचे एक कंप्रीट कर लो अब आट दस दिन भी नहीं हो संभाल पाया तो उस
02:34परसो इनका एक प्ले का प्रैक्टिस था उस प्ले के प्रैक्टिस में उस शौरिया का पहर फिसल और उसके लिए उसे बहुत बुरी तरह से डाटा वो रोने लग गया
02:42और खबरे असरदार में अगली खबर मेरट से है मेरट में डॉक्टर की लापरवाही का चौकाने वाला ऐसा मामला सामने आया है
02:50जहां खेलते हैं समय बच्चे खायल हो गया थाई साल के बच्चे के घाव को डॉक्टर ने टाके लगाने की जगे फैवी कुएक से चिपका दिया
02:57इस दौरान बच्चा लगातार दर्स से कराता रहा लेकिन डॉक्टर ने इसे गबरहट बता कर टाल दिया
03:03बाद में दूसी जगे इलाज कराने पर सच का पता चला इस मामले में जांच अब और तेज हो रही है
03:08मा इर्विन कौर की गोद में बैठे धाई साल के मनराज सिंग के साथ जो कुछ हुआ वो देश के तमाम परिवारों को खबरदा करता है
03:18ये खबर बताती ही कि आम आदमी नजाने किस अस्पताल और डॉक्टर की चंगुल में फस जाये जो इलाज की नाम पर खिलवाल करने लगे
03:24मनराज की सिर्पर आँख के पास आप जो चोट देख रहे हैं ये में इसके कोने से लड़ने की अजास्ति लगी
03:31जिसके पीडित बहुत से घरों में बच्चे या बुजर्ग होते हैं परिवार परिशान होता है बच्चा रोता है परिवार अस्पताल के पास भागता है यही मेरट में इस परिवार के साथ भी हुआ
03:40रोते बिलखते मनराज को लेकर मा मेरट के भागिश्री नाम के अस्पताल पहुंची लेकिन फिर वहाद जो कुछ हुआ सुनिये और सोचिये किस तरह तमाम प्राइवेट अस्पताल इलाज के नाम पर ऐसे डॉक्टर को बैठा कर चल रहे हैं जिनें पता ही नहीं है कि इला�
04:10अरोप सुनकर हसी आ सकती है लेकिन ये गंभीर बात है सवाल है कि कैसे अस्पताल शहरों में है
04:40जहां ऐसे जोला चाप डॉक्टर बैठी हैं जो बच्चों को टाका लगाने के जगा सोचतें कि पाच रुपाए की फेविक्विक से वो खून रोग देंगे इसके बाद क्या हुआ अब आप आगे मासे सुझी
04:49साथ साथ साथ बजे लोग पडिया लेके गए तो महां पर डॉक्टर को काफी देर लगी दो से तीन घंटे इसकी चोट में से उन्होंने उसकी चोट को पहले खोला और फिर उसकी सीजर से प्लकर से फेविक्विक के पीसे निकाले और फिर इसके सिचित लगाए
05:04कि सोची अगर आख में वो फेविक्विक चली जाती तो क्या होता इसके बाद आरोपी अस्पताल ने तो चुपी साथ लिए कोई कुछ बोल नहीं रहा वहीं मेरक के सीमों ने शिकायत के बाद जाच के आदेश दिये
05:16चांच ताय समय में पूरी करके आरोपी अस्पताल उसके करमचारी पर एक्शन होना जरूरी है
05:38यह पता करना भी चाहिए कि क्या ऐसे लापरवाही भरे इलाच के और भी पीडित इसी अस्पताल के हैं
05:44अगर हाँ तो उनकी सब की शिकायत जोड़कर ऐसी कारवाई की जाए जो नजीर बने
05:48और आज की अगली खबर देखकर जिसे आप समझेंगे कि दहशत क्या होती है
05:55महराश्ट के पूने में तेंदुों का आतंग बढ़ गया
05:58तेंदुों के हमले में पिछले 20 दिनों में तीन लोगों की मौत हो चुकी है
06:01जिसके चलते लोगों में भै का महराश्ट के पूने में तेंदुों का हमला इतना बड़ा इतना खतरनाक बन चुका है
06:08कि लोग अब किलो वाला पट्टा गले में बांद कर खेतों में काम करने को जा रहे हैं
06:12वीडियो नमबर एक जगा कोलहपूर महराश्ट अचानक तेंदुए का हमला होता है
06:20वो तेंदुआ जिसे पकड़ने के लिए बन विभाग की तीम ने बड़ा घेरा बनाए
06:23नेकिन अचानक तेंदुआ हमला करके भाग जाता है
06:26कई घंटे तक ऑपरेशन चलता है फिर तेंदुआ पकड़ा जाता है
06:29दूसरा वीडियो महराश्ट का पूने बाइक से आता किसान अचानक सड़क पर गिर जाता है
06:35किसी को समझ नहीं आया हुआ क्या
06:37सीसी टीवी कैमरे ने सच बताया
06:40हाइवे पर बाइक से आते किसान पर तेंदुए ने हमला किया था
06:43तीसरा वीडियो जगा नांदेन महराश्ट
06:48तेंदुए का आतंक फैला हुआ है
06:50इस तेंदुए की वज़ा से लोग रात के अंधेरे में घर से बाहर नहीं निकल पा रहें
06:54चौथा वीडियो पिछले महीने आयाटी मुंबई कैमपस में तेंदुआ टहलता देखता है
07:00पाच्वा वीडियो जगा नाकपूर बहराश्ट घर के भीतर घुसाए तेंदुए की पूछ दिखती है
07:06दूसरी मंजिल के घर तक पहुँच गया इस तेंदुए की वज़ा से पूरी बस्ती इलाका यहाई कठा हो जाता है
07:12महराश्ट्र के अलग-अलग इलाकों में स्वक तेंदुए को लेकर ऐसी दहशत जिसका सामना आम आदमी कर रहा है
07:19लेकिन अब जो तस्वीर हम आपको दिखाने जा रहे हैं वो अब तक कहीं नहीं देखी गई
07:23तेंदुए का आतंक कैसा जिसने जान बचाने के लिए जुगाल के भरोसे जनता को छोड़ दिया है
07:28महिलाओं के गले में ये जो काटेदार कील वाली बेल्ट लगाए आप देख रहे हैं
07:35ये वो हकीकत है जो बताती कि किस डर में पूड़े के पिमपर खेड के लोग रह रहे हैं
07:39जिने अब तेंदुए के हमले से बचने के लिए स्तरापने गले में लोहे की नुकीली कीलो वाली बेल्ट बांगनी पड़ रही है
07:45खास कर महिलाय और वो लोग जो खेतों में काम करते हैं घर के बाहर आते जाते हैं
07:50इस काटे वाली बेल्ट को गले में लगाना कोई सरल काम नहीं लेकिन तेंदुए से जिन्दगी बचाने के लिए अब इसी जुगाल के सहारे जनता है
07:56आमाले है कुत्रे मुडव मंचे शक्कल वाटली कुत्रे मुड़ एना आमी कुत्रे चन्म वागाचे संगर्ष चालला अताम्चे समर कुत्र वोड़लो तो त्यावेस आमी काठे वाजो तो तो आमाले वाटले कुत्र नाई चाता आमचे हाता आयला येस चेतना आमी कुत्र
08:26करता है जिसके बाद जिन्दा बच पाना मुश्किल हो जाता है इसलिए जुगाड यहां लगाया गया ताकि तिन्दुआ गर्दन पर वार करें तो
08:55किल से उसके मुह पर चोट लगे और आम आदमी बस सके यहां तक कि अपने घर के कुट्टे को भी लोग अब यहीं बेल्ट पहनाने लगें यह बेल्ट के आड़े हमारे दिमाख में इस वज़ेसा है कि जो हमारे इस पिछली कुछ दुनों से विबट का बहुत सारा वावर व
09:25इस वज़ें बेल्ट की वज़े से उसको कुट्टे को मिन्स क्या हो प्रोटेक्शन होऊ कुट्टा बज गया हमारा सो हमने यह सोचा कि हमारे घरवाले जब भी खेत पर काम करने चाहते थो
09:35तो नीचे जब ऐसे जुकते है तो उनके गले में ऐसा बेल्ट होगा तो इस बेल्ट की वज़से उनका प्रोटेक्शन हो सकता है जैसे का आप देख रहें इस बेल्ट के ऊपर एसे खिले है इस खिले की वज़से विवट को गरदन पकड़ना आसां नहीं होगा
09:50मिन्स ओ क्या रुख सकता है मिन्स हल्ला करने से हमारे उपर
09:54आम लोगों ने तो खुद इसलिए ऐसे जुगार का सहारा लिया
09:58क्योंकि पूरे जिले के जुन्नर बन प्रभाग में 2000 से ज्यादा तेंदुएं
10:02जो पिछले 20 साल में हमला करके 56 लोगों की जान ले चुके है जबकि 25 जार से जादा जानवर दावा है की मारे गए
10:09पिछले 20 दिन में ही शिरूर तालुका के पिंपर खेड में तेंदुएं के हमले में तीन लोगों की जान गई
10:14इसके बाद गुस्साए ग्रामीडों ने वनविभाग की गाड़ी और आफिस को जला दिया पुड़े नासिक हाइवे जाम कर दिया
10:20तेंदुए के बढ़ते हमले से नागरिकों में दह्शत का महौल है दिन में भी घर से बाहर निकलना मुश्किल है अब जाकर वन्विभाग वाले भी ऐसी बेल्ट बना रहें जिसे तीन हजार से ज्यादा लोगों को बाट कर उन्हें तेंदुए के हमले से बचाने की तैया
10:50का में ब्लास्टिक से बना हुआ है कि तो जब भी हम इसको यूज करते है Amazon नेक को प्रो टेक करते है कुछ इस तरह अगर तेंस पर एटा करता है इंसान पर बैठे
10:51Plastic प्लस सिलेकोन मेटेाल यूझस करते हैं असको नेक करते हैं कुछ इस तरह अगर
11:01तेंध्वां उस्पे अटैक करता है इनसान पर बैठे वे काम करते वे इंसान पहें तो उसका नेक
11:06जो जबड़ा होता है तेंदुए का वो इसके टीद के उपर आता है और उसको इंजोरी होके वो इनसान को छोड़ देता है जो फीटल अटाइक होते हैं डेथ अटाइक होते हैं के लेपड के वज़े से लोगों पे किसानों पे हम 100% इसको अवोइड कर सकते हैं इसको यूज
11:36जानकार बताते हैं कि तिंद्वे छोटे कद के लोगों के साथ खेतों में काम करने वालों पर सीधे गर्दन पकड़कर हमला करते हैं।
11:43ऐसे में सीधे गर्दन परवार होने से इस खत्रे से बचने के लिए पिंपर केड़ की महिलाओं ने अपने गले में नुकीली कीलों की पट्टिया पहनना शुरू कर दिया है।
12:13नहीं नहीं है यह रिपोर्ट देखें।
12:43मतलब साफ है टीवी स्मार्ट बढ़ गए लेकिन सरकारी विभाग स्मार्ट हो नहीं पाए।
12:47लेहाजा टीवी और आरो दोनों सिर्फ सफेध हाथ ही बनकर पड़े हैं।
12:51सब्सक्राइब कर देखें।
12:53लाइट का कनेक्शन आगनवाडी तक तो यह पर बाहर से कनेक्शन नहीं किया भी था।
12:57आगनवाडी में कनेक्शन नहीं नाइट का है।
13:00फोर यह टीवी वाल्टर फिल्टर यह सभी चीज़े आई हुई है।
13:04पर जब तक लाइट की अवस्ता नहीं होगा जब तक हम बच्चे को कैसे दिखा सकते हैं।
13:08मीटर लगा है क्या आपको?
13:09मीटर भी नहीं लगा है ऐसा पर बील तो आता है।
13:12और ऐसी कारस्तानी एक आंगनवाडी की नहीं है।
13:16आगर मालवा जिले के इस दूसरे केंद्र का हाल देखिए।
13:19जमीन पर बोरे वाली चटाई विचा कर बैठे बच्चे और इनके सामने सिवाई डिब्बे से निकाल कर स्मार्ट टीवी को रखा तो गया।
13:25लेकिन ये भी डिब्बा ही है। वजा वही टीवी बटा बिजली कनेक्शन अब तक नहीं पहुचा।
13:30लिहाजा टीवी का दूर से दर्शन करा के आंगनवाडी कारेकर ता खुद टीवी स्टाइल में सिखा रहे है।
14:00अब तीसरी आगनवाडी को देखे बच्चे हैं लेकिन बच्चों के लिए स्मार्ट टीवी स्मकसद से भेजा जाता है।
14:21किने और नय तरीके से सिखाया पढ़ाया बढ़ाया जा सकेगा नतिया ढखके तीन पात बिजली कनेक्शन है नहीं।
14:28वहाँ चाहे टीवी स्मार्ट भेज लीजे होगा कुछ नहीं।
14:32बच्चे को गर में में परेशाने होते हैं और यह टीवी रखी और यह सब सामान रख्या है जो लाइट का वो सब लाइट बिना कुणका इससे कहा है।
14:44तो यह टीवी जो आपकी यह लाइट नहीं है तो चला ही नहीं सकते हैं।
14:48लाइट एंडर नहीं टीवी चल सके और नहीं यह आरो चल सके बिना लाइट के आपके।
14:53अब सवाले के आखित बिजली का कनेक्शन गया था तो वज़ा है सरकारी विभागों की आपसी लड़ाई।
15:00सरकार की सुविधाओं को पनी का लगाती विभागों की अंदेशी का खामे आजा अब फोटे फोटे बच्चों को उठाना पड़ रहा है।
15:07चुद्ध पानी का यंत और इस्माज कीजी तो आंगनवाडियों में आ गए हैं मगर काम नहीं आ रहे हैं बलकि वहाँ पर भूल खा रहे हैं।
15:14आंगनवाडियों में ना मीटर हैं और ना ही जिज़ियें। एते में बच्चों का उज्वल भुष अंधकार में दिखाई दे रहा है।
15:21दावा है बिजली विभाग कई आंगनवाडियों पर बिजली का बिल बकाय होने का दावा करता है।
15:26परियोजना दिकारी दावा करती है कि जब कई जगा कनेक्शन ही नहीं नहीं मीटर तो बिल कैसे बिजली का सकता है
15:33है कि युपार भुपाप्ता है नहीं नहीं रहता है नहीं इसरह है।
15:52नहीं करेंन कई के क weren't you तो देनने के में लिखा हने हैं?
15:56करे है लोड्स संबंदी काई पूछे क realize को सकता मैंने कि आपता है थे महिता है।
16:01अंगनबाडी जितने भी केल है, तो इनके लिए हमारा विभाग बिल्कुल प्रतीबत है, कि सभी को सुचावी बिद्धुगौस्ता देना है, वो हमारे विभाग की तरफ से बिद्धुद करेक्शन प्रोवाइड भी किये गा है, लेकिन कुछ लोकल लेवल पर कुछ काड से
16:31मतलब एक विभाग कहता है, बिजली का बिल पहले भरो, दूसरा विभाग कहता है, पहले बिजली का कनेक्शन जोड़ो, दो विभाग की चक्की में बच्चों के स्मार्ट टीवी से पढ़ने सीखने के सपने पिसे जा रहे हैं, प्रमोद कार्पेंटर आगरमालवा आज त
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