Skip to playerSkip to main content
  • 54 minutes ago
सवाईमाधोपुर. अल्पसंख्यक विभाग से मिलने वाली छात्रवृत्ति बंद होने से विद्यार्थियों की पढ़ाई पर संकट गहराता जा रहा है। दो साल से छात्रवृत्ति का इंतजार कर रहे विद्यार्थियों की परेशानी अब बढ़ती जा रही है। गरीब परिवारों के बच्चों की पढ़ाई अधर में लटक गई है।

पहले हर साल मिलने वाली इस सहायता से हजारों विद्यार्थियों को राहत मिलती थी, लेकिन लगातार दो वर्षों से राशि जारी नहीं होने से हालात बिगड़ गए हैं। फीस जमा न कर पाने के कारण कई विद्यार्थियों को कॉलेज और स्कूल छोड़ने की नौबत आ रही है। किताबें व अन्य शैक्षणिक सामग्री खरीदना भी कठिन हो गया है।
दो साल से बंद है आवेदन
अल्पसंख्यक विभाग से मिली जानकारी के अनुसार विभाग की ओर से 2022-23 में अंतिम बार विद्यार्थियों से आवेदन लिए गए थे। इसके बाद से आवेदन बंद है। 2022-23 में मैट्रिक स्कॉलरशिप में 3932 विद्यार्थियों ने आवेदन किया था। इसमें 2689 विद्यार्थियों का भौतिक सत्यापन हुआ। इसी प्रकार इसी प्रकार मैरिट कम मैन्स स्कॉलरशिप में 137 ने आवेदन किए थे। इनमें से 128 आवेदन सही मिले थे। वहीं बेगम हजरत महल नेशनल स्कॉलरशिप में 2022-23 में 334 छात्राओं ने आवेदन किए थे। इनमें से 228 आवेदन सही पाए गए थे। विभाग के अनुसार इनमें से कई छात्र-छात्राओं के खाते में राशि भी पहुंच गई थी। लेकिन जिनके आवेदनों में कमियां रह गई थी, उनके खाते में राशि नहीं पहुंची। इसके बाद से आवेदन लेने बंद कर दिए थे।

बंद होने का यह है कारण

अल्पसंख्यक छात्रवृत्ति योजना में देशभर में बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया था। फर्जी दस्तावेजों के आधार पर कई शिक्षण संस्थानों ने छात्रवृत्ति उठा ली। यह घोटाला वर्ष 2021-22 और 2022-23 के दौरान घटित हुआ। मामले के बाद इन प्रकरणों की जांच की जा रही है। ऐसे में 2022-23 के बाद विभाग ने भी छात्रवृत्ति आवेदनों पर रोक लगा दी है । पिछले दो साल से छात्रवृत्ति के आवेदन नहीं भरे जा रहे हैं।

यूं मिलती है छात्रवृत्ति

अल्पसंख्यक समुदाय के छात्रों के लिए ‘पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप’, ‘मेरिट कम मीन्स स्कॉलरशिप’ और ‘बेगम हजरत महल योजना’ चलाई जाती हैं। इन योजनाओं के तहत पात्र छात्रों से आवेदन एनएसपी (नेशनल स्कॉलरशिप पोर्टल) के माध्यम से लिए जाते हैं और छात्रवृत्ति की राशि सीधे लाभार्थियों के खातों में भेजी जाती है। प्री मैट्रिक छात्रवृत्त में कक्षा नौ से दसवीं के छात्र-छात्रा, उत्तर मैट्रिक में कक्षा 11 से उच्च स्तर तक के छात्र-छात्रा, मैरिट कम मैन्स छात्रवृत्ति स्नात्तक व स्नातकोत्तर के सभी तकनीकी एवं व्यवसायिक पाठ्यक्रम में अध्ययनरत छात्र-छात्रा के लिए एवं बेगम हजरत महल छात्रवृत्ति कक्षा 9 से 12 की केवल छात्राओं के लिए दी जाती है। इसमें जैन, मुस्लिम, सिख, ईसाई, पारसी व बौद्ध श्रेणी के बच्चों को छात्रवृत्ति के लिए अलग-अलग राशि प्रदान की जाती है।

इनका कहना है...

दो साल पहले अल्पसंख्यक छात्रवृत्ति योजना में फर्जी दस्तावेजों के आधार पर कई शिक्षण संस्थानों ने छात्रवृत्ति उठा ली थी। सरकार ने 2022-23 के बाद से छात्रवृत्ति के आवेदन लेना बंद कर दिया है। इसकी पूरे देशभर में उच्च स्तर पर जांच की जा रही है। 2022-23 में भौतिक सत्यापन के दौरान जिन विद्यार्थियों के आवेदन सही मिले थे, उन बच्चों की छात्रवृत्ति खाते में आई है।
मनोज कुमार, अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी, सवाईमाधोपुर

Category

🗞
News
Transcript
00:00Never
Be the first to comment
Add your comment

Recommended