00:00अपने को बुख्यमंत्री महाना लेत ना जो जिता वह सिकंदर लेकिन वह सिकंदर बनने का राज
00:05कोही समझ निये सका आज तक तेजस्वी यादाउचा सवारा मिलना राजो प्रचंड
00:12तुम्हा प्रतीसाद होता, तो प्रतीसाद खरा होता कि तयानी ते नविन AI तंत्र न्यानने तेहर के लिए बांच छो हती।
00:20हे आधा कड़े रहा देखा लेले।
00:22जो जीता वो सिकंदर
00:52लेकिन वो सिकंदर बनने का राज, वो कोई समझ नहीं सका आज तक, जे जिंकले तैंचा अभिननन आहे, एका गोश्टी से मला नवल वटते, कि प्रचाराचा दर्मयान तेजस्वी यादोचा सवाना मिलना राजो प्रचंड प्रतिसाद होता, तो प्रतिसाद खरा होता कि त
01:22जान का रे ता, जान के रीका मा कुरचा जासता हता, शेजसा है, वो एक फैक्टर है, लेकिन ठीक है, उससे काफी फरक हुआ हुआ हुआ, होगा शायद, लेकिन रोजाना जो लोग भुगत रहे वहाँ पे, वो इतने आसाने से उनके मन में बनलाऊ नहीं आ सकता,
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