00:00मोटू और पतलू हस्ते खेलते शहर से अपने घर लोट रहे थे
00:03तभी पीछे से तेज रफ़तार में ट्रक आकर टक कर मार दी
00:06दोनों जमीन पर गिर पड़े पर मोटू किसी तरह उठ गया
00:09लेकिन पतलू वहीं जमीन पर बेहोश हो गया
00:11अपने दोस्त को बेहोश देखकर मोटू फूट फूट कर रोने लगा
00:15फिर मोटू ने एक ठेला गाड़ी खींचते हुए लाया
00:17और पतलू को ठेला गाड़ी में बैठा कर खींच कर अस्पताल ले गया
00:21वहाँ डॉक्टर ने कहा
00:22इलाज होगा लेकिन पहले पैसे जमा करो
00:25पैसे न होने पर मोटू ने सिलेंडर वाले मालिक से मदद मांगी
00:28मालिक ने कहा पैसे चाहिए तो काम करना होगा
00:31मोटू दिन रात मेहनत करने लगा
00:33कभी मोटू ट्रक से सिलेंडर को उतार कर गोदाम में रखता
00:36तो कभी सिलिंडर लेकर शहर भर में पहुंचाता
00:38मोटू की इमानदारी और लगन को देखकर
00:41मालिक ने उसे रुपे दिये
00:42वो रुपे लेकर मोटू दोड़ता हुआ अस्पताल पहुंचा
00:44और डॉक्टर को दे दिये
00:46इलाज शुरू हुआ और कुछ देर बाद
00:48पतलू की आँखें खुली
00:49उसने मोटू का हाथ पकड़ कर कहा
00:51तुने मेरी जान बचाई तु सिर्फ दोस्त नहीं
00:53मेरा भाई है दोनों की आँखों में आशु थे
00:55दर्द के भी और खुशी के भी