In the ULLU web series Right or Wrong, Divya discovers her father is having a physical relationship with her divorced friend, Madhvi. This revelation forces Divya to confront a difficult situation. Watch to see how she reacts and if her decision will be deemed right or wrong.
01:00पैचाना की नहीं माधवी अरे चल चल चल चल चल और बताओ आज तो में मेरी याद कैसे आ गई
01:26यार मिलना तो चाती थी लेकिन
01:28हाँ हाँ लेकिन
01:30हम छोटे शहर वालों से तुम कैसे मिलोगी
01:32मैं भी इसे शहर की हूँ
01:34लेकिन रहती तो तुम शहर में हो
01:36चल छोड़िये सब
01:37अच्छा आंटी कहां पर है
01:39यार आंटी का तो देहान थो गया है
01:42ओ
01:43सौरी दिव्या वो क्या है न कि
01:46मेरी शादी के बाद में मा बाबा भी
01:48शहर में शिफ्ट हो गए
01:49तो उसके बाद में यहाँ पर आना होता ही नहीं है
01:51कोई नहीं यार यह लाइफ है
01:53होता रहता है
01:54खेर अब तू यहाँ आ गई है
01:56अब मैं तुझे नहीं जाने दूगी
01:58और तू जिद भी मत करना मुझसे
02:00समझी न
02:01अच्छा बाबा ओके
02:02और बाइदा वे जीजु कहा है
02:05अच्छा तू अब सारी बाते यहीं करेगी
02:09या फिर मुझे फ्रेश्पी होने रही तू
02:11और यार मैं तो भूल गई थी चल चल चल
02:14जब तक तू यहाँ है ना
02:16यह कमरा तेरा
02:18हां वैसे घर काफी बदल नहीं गया
02:22कमरा तो वैसे का वैसा ही है
02:24मुझे तो लगता है तू बदल गई है
02:26होई नहीं तू जल्दी से रेड़ी हो जा
02:28मैं तेरी यह नाष्टा लेके आती हूँ ठीक है
02:30चल
02:56अरे यह लो चाय
03:11ठैंक यू और बताओ
03:14घर में पूरे दिन ऐसे ही अकेले रहती हूँ
03:17हां बस ऐसे ही टाइम पास हो जाता है
03:19चलो अच्छा है अकेले रहो मस्त रहो
03:22पापा माद भी आई है
03:25अरे बटबटब प्लीज
03:27मादवी
03:29पापा आपने पहचाना नहीं
03:32मैं मादवी वो अशोगनगर सुसाइटी में रहती थी न
03:35ध्यान चंजी की बेटी
03:36अच्छा अच्छा ध्यान चंजी की बेटी
03:38जी अंकर
03:39कैसी हो तुम
03:40मैं ठीक हो अंकर आप कैसे हो
03:41मैं ठीक हो
03:43अप लोग आश्टा कीजिए
03:46मुझे कुछ जरूरी काम है
03:48यार ये अंकल को क्या हो गया
03:56बहुत पतले-पतले से नहीं लग रहे
03:58हाँ मम्मी के दिहान के बाद से ऐसे ही
04:01चुपचाप आते हैं चुपचाप चले जाते है
04:04बुरा मत मानना
04:06अगर ऐसा है तो फिर अंकल को धुसरे शादी कर लेनी चाहिए
04:10हाँ पापा के एक फ्रेंड ने बोला तो था
04:12लेकिन पापा का सोचना है कि समाच क्या कहेगा
04:15कि बेटी की शादी के उमर में बाब शादी कर रहा है
04:19समाच
04:20समाच ही तो समस्याओ का कारण है
04:24मतलब
04:24कुछ नहीं?
04:54कुछ
05:00मुच
05:19आजना मैं तेरी फेवरेट दाल फ्राई बना रही हूँ
05:29सुन रही है ना मैं क्या बोल रही हूँ
05:32हाँ सुन रही हूँ
05:34लेकिन मैं कुछ सोच रही थी
05:37बोल
05:37अच्छा सुनना
05:39मुझे अंकल के बारे में कुछ बात करनी है
05:42पापा के बारे में क्या
05:44तू बता रही थी न कि अंकल किसी से कुछ बात नहीं करते
05:49चुपचाब बैठे रहते हैं
05:51तो क्या वो बाहर भी किसी से बात नहीं करते
05:54पापा के कुछ दोस्त हैं
05:55लेकिन वो जादा किसी से बातचीत नहीं करते हैं
05:58वो जादा तर टाइम ना अपने कमरे में ही रहते हैं, अब तो उनका कमरा ही उनकी दुनिया है, कमरा उनकी दुनिया है, मतलब, मतलब, मैं उनके कमरे में कभी नहीं जाती हूँ, एक बार मैं उनके कमरे की साफ सफाई करने जा रही थी, तो अचानक से आके चिलाने लगे, कि
06:28ज़्यादा भोली मदबन
06:31तुझे सब समझ में आ रहा है
06:32तु तेरी सेक्स लाइफ के बारे में बता
06:34क्या दीविया ऐसी बाती मत कर
06:36हाँ हाँ तुम्हे तो अब experience हो गया है न
06:39यहाँ तो हम बातों से ही काम चला रहे है
06:41ऐसा कुछ नहीं है
06:42चला मैं आज डाल मैं बना देखी
06:45चल चल अब बात मत बदर
06:46हाँ मुझे तो तुम लोगों का डेली का चक्कर लग रहा है
06:49वैसे भी एक बार experience हो जाने के बाद ना आदत लग जाती है
06:54सच का
06:55आदत बढ़ जाती है
07:06माफ करना मेरा ध्यान नहीं था
07:08कोई बात में
07:10ये मुझे क्या हो रहा है
07:18सुद मादवी
07:26मुझे कुछ समाल लेने बाहर जाना है
07:29तू चल रही है मेरे साथ
07:30नई तू जा मुझे यहाँ पर कुछ काम है
07:33चल ठीक है
07:34मादव माल ला
07:57युर बाहर लेक है
07:58तू जा युरौ
08:00प्रस्ट में गड़ीं थाया है
08:30भीगी हुई जवानी है पिस्तर में खमासान मुसम कमाल करारा माल
09:00प्रफ्रव में दो में र्वानी है कि अ हुई एए रगार और रहा है
09:11प्रवलय सेवस्टार और रहा है
09:24रहा है
09:26कर दो, किस कि अधिनNewra कर दो, क्माशन करत दो की अं有 FAब
09:36ए ए ए»
09:41कि ए ध
09:44ए!!
09:56प्रहुचर अर्णाव प्रोड़ प्रोड़ प्रोड़ प्रोड़ अर्णाव प्रोड़ नहीं है
10:26झाल झाल
10:56झाल झाल
11:26झाल झाल
11:32मिलेंक झाल
11:40चाय मिलेगी?
11:43चीलाती?,
11:44सिरी ऄुर
11:53समाल लग जायगा
12:06यह गलती से यह
12:13दिविया
12:24तुम जल्दी आ गई
12:28क्या
12:29मतलब तुम्हे आते आते देर हो गई
12:32अरे वो रास्ते में एक फ्रेंड मिल गई थी
12:34और तुम क्या कर रही थी
12:36मैं बस कीचन से आ रही थी
12:37अचा सुनना मेरी हल्प करा देना थोड़ी
12:39ओके
12:43तुम मेरे कमरे में आई थी
12:46नहीं
12:47मेरी किताब कहा है
12:49कौन से किताब
12:52तुम जो कहना चाहती हो
12:54साफ साफ कह सकती हो
12:57क्या तुम मेरा साथ निभाओगी
13:00हमने जो किया वो सही है
13:14आप पतुम मेरे कहा हम जो को तुम ऊचाए
13:21तुम मेर्स
13:29क़िवो
13:30नीना क्योंगर पच्छिए
14:00इस साल की दिन उसका शरीर भरावा था उसके शरीर का एक एकिस्सा मानुस सामने वाले को बुगारा था तभी अशोक बारिश में भीगावा अंधर आता है
14:13कितनी तेज बारिश हो रही है बार मैं पुरा भीग गया है मेरे कमरे का फ्यूज उड़ गया है आपको एतराज नहों तो मैं यहां कपड़े बदलनू जी जरूर मैं दोल्या लाती हूं जी
14:32कर दोल्या है
15:02कर दो कर दो कर दो
15:32कर दो कर दो
16:02झाल झाल
16:32झाल
17:02झाल
17:32गेंख दोफ आट दरीजिए से लिए फ्यादें
17:39हॉब
17:46जय हुए है
17:48च्च्च्च्च्च्च्च्च्च्च्च्ब
17:52अध्म
17:55कॉछ
17:57अध्म
18:01प्फ। शिट।
18:05दिवया तुमने मेरे वोब
18:08तुम मेरे कम्रे में आई थी?
18:10नहीं
18:14क्यों?
18:15नहीं, कुछ नहीं
18:31लिवया झाल
18:32लिवया चीछ
18:35दो
18:37जैसो
18:40प्रहत
18:42अर्ष्ण
18:44टुम
18:45अर्ष्ण
18:50तुम
18:55नहीं
18:56तुम
18:59दिव्या वो कहीं बाहर गई है कहां गई है कब तक लोटेगी कुछ पता नहीं अच्छो
19:29बाहर जिव्या विव्या विव्या को बाहर भी स्थचिण से बाहर नहीं विव्याओ
19:51कुछ
19:54करता कर दो
19:56मेरी किताब कहा है?
20:05कौनसी किताब?
20:09मादवी?
20:19तुम जो कहना चाहती हो
20:21साफ साफ कह सकती हो
20:23इस आग को दबा के मत रखो
20:26तुमारा जिसम ही नहीं
20:28तुमारी आत्मा भी जुरस्ती रहेगी
20:31कब तक यूँ अकेली अकेली जलती रहोगी
20:35अपने मन को यूँ बांद के मत रखो
20:38उसे खुला छोड़ दो
20:40हम इंसान है
20:44हर किसी को किसी ना किसी साथे की जरूरत पढ़ती है
20:49तुम्हें पढ़ती होगी
20:50मुझे पढ़ती है
20:52क्या तुम
20:55मेरा साथ निभाओगी
21:01मुझे अपने मुझे अपने श्लेक बांद किसी ना कीज़ में भी उत्याओगी
21:11क्या तुम्हें आप़ते है
21:16क्या अल्ट करेंगी
21:21तुम्हें रहते है
21:25क्या वार्ट
21:28क्या वार्ट
21:29झाल झाल
21:59झाल झाल
22:29झाल
22:59झाल
23:29क्यों इतना सोच रही हो
23:48क्या हमने जो किया वो सही है
23:54क्या सही क्या गलत यह फैसला करने वाले हम कुन होता है
24:00हमारा समाज है न जो हमें पुछे बगएर हमारे लिए क्या सही क्या गलत यह सारे फैसले कर लेता है
24:08तीविया नहीं बताया था कि आप समाज के डर से दूसरे शादी नहीं कर रहे हैं
24:15हाँ और बीटी के फ्यूचर के लिए मुझे समाज के काईदे कानूनों को निभाना पड़ेगा
24:21तुम्हारी हालत भी कुछ ऐसी ही है न
24:26मैं जानता हूँ पिछले तीन सालों से तुम तुम्हारे पती के साथ नहीं हो
24:33तुम शहर में अलग अकिली रहती हो
24:41ये आपको कैसे मालूँ क्यों तुम मेरे बारे में पता करने की कोशिश कर सकती हो तो मैं तुम्हारे बारे में पता करने की कोशिश नहीं कर सकता
24:51जब मेरे कमरे से किताबें तुमने ली मैं तभी समझ गया था
24:57बेतर से कहीं न कहीं तुम भी मेरी तरह बिलकुल अकेली हो
25:03I mean in sexual terms
25:06सही का
25:09इस दर्द को वही समझ सकता है जो इस दर्द को सहन कर चुक है
25:15सिरफ बच्चा ना होने के कारण मेरे पती ने शादी के दो साल के बाद ही मुझे छोड़ दिया
25:22और ये बात ऐसे फैली कि शायद बिरादरे में कोई भी मेरा हाथ नहीं थामेगा
25:30और इस तनाव से बचने के लिए मैं यहाँ पर आ गई
25:35अच्छा किया
25:37यहाँ हम दोनों गलत मिलकर एक सही काम कर रहे हैं
25:44और मुझे इस बात से कोई दिक्कत नहीं है
25:49मुझे भी
25:53कहां गई थी तुम
26:07पूछो ही मत पापा ने आज मुझे बुक्स लेने के लिए लाइबरेरी भेज दिया
Be the first to comment