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Experience a full year in the life of a snow leopard family in the remote territories of Tibet. This captivating nature documentary follows a mother and her two cubs, an elderly lone male, and other wildlife, offering an intimate look into their daily struggles and triumphs. Witness the breathtaking beauty and harsh realities of the frozen kingdom.

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#TheFrozenKingdomOfTheSnowLeopard #SnowLeopardDocumentary #WildlifeFilm #FullMovie

Category

🐳
Animals
Transcript
00:00હવાસે મહરૂમ ચીન પહાડી જોટ્યાં
00:08ચીનએ હ૪િ ખાટી બહરી દૂયાકે નજરોં સીતું દૂરી ત૴ારજરા
00:27સીકૂંન સીકે એ એ કર્ભ વદી માદાં
00:30लेकिन एक खूंखार नर्की नजरे गड़ी है अपने शिकार पर
00:36मादा को चाहिए ताकत और हिम्मत
00:44जानवरों से सराबोर घाटी में अपनी प्रतिदवंद्वियों को मात देने के लिए
00:49लेकिन मा का प्यार होता है बेलाग
01:00और जजबा होता है मस्पूत
01:04ये कहानी है स्नू लेपरड की चुना पहले कभी ज़्यादा देखी गई ना कभी कहीं गई
01:23दुनिया की छत है ये चीन का तिब्बती पठार किंग आए
01:28दूर तक पहली ये चोटियां बसीरा है स्नू लेपरड का
01:34चीन के किंगाय पहाड़ों में फरवरी का महीना है ये
01:51हिमालयन ब्लू शीप या बर्ल का एक जुन्ट गुजर रहा है चटानी मंजर से
01:56जिसका पीछा कर रही है ये भूखी कर्पवती माधा
02:02अब भूखे तो बर्ल भी है जो बर्फ को खुरच कर नीचे जमी खास को ढून रहे है
02:13मेमना शाहत पकड़ में आ जाया आसानी से
02:19लेकिन उजार मंजर में छुपने के उतनी जगा कहां है
02:24और उस पर ये बर्ल हैं भी तो इतने फुर्तीले
02:29बर्फ में चलने लायक पंजे होने पर भी तेड़ी खीत है माधा के लिए शिकार
02:47फिर भी बढ़ती जाती है वो अपने अगले खाने की तलाश में
02:59गर्ब की वज़ा से पेट नीचे लटक आया है उसका
03:04जल्दी ही कोई पनाह ढूनने होगी उसे जहां हिफाज़त से बच्चों को जन्म दे सके
03:10लेकिन ये लाका है अंजान
03:29बर्फीले आंधी में उसके आँखों से उचल हो जाते हैं बारल
03:34मौसम साफ होने पर खुद को नजरों से दूर एक घाटी के छूर पर पाती है वो
03:53एक नई दुनिया की तरफ खुलता दर्वासा
04:23चोटियों के बीच मौजूद एक सरहदी बसाहट जीवन का एक जुराग
04:29याक फाम है ये भूग की मारी वो बढ़ती है उसोर
04:36लोग यहाँ पीठियों से याक पालते आ रहे हैं
04:55हर चीज के लिए इन जानवरों के भरूसे है वो
04:57तिवर्ती मास्टेफ्स निगरानी करते हैं मवीश्यों की
05:03पाल तु नहीं है ये कुट्टे ब्रश से तो कभी पालाई नहीं पड़ाईन का
05:12जंगली जीवन जीते हुए चरते याक्स की चौकसी करते हैं बस
05:22यहाँ बंदूकों पर पाबंदी है और स्नू लेपद्स को मारनी पर रोक
05:27बर्व की चादर ओड़े ढल्मा चरागाहूं पर याक्स के पीछे पीछे चलते हैं कुट्टे
05:34बरुल भी चरते हैं यहाँ
05:42कुट्टों तक गंध पहुँचती है जाने पहचाने दुश्मन की
05:53एक नर्स नो लेपद्साफ कर रहा है हाल ही के अपने शिकार पर
05:59कल सी गायब था ये याक ये घाटी इसकी है बर्व से धकीस हुकूमत पर राज चलता है इसका
06:13धकेतों से बचाता है ये इससे तो भला कुट्टों की क्या पेसाथ
06:17मादा स्नो लेपद्स के लिए घाटी में मौके तो है पर खत्रे भी कम नहीं
06:26यहां रहना है तो कुट्टों और नर लेपद्स से दूर रहना होगा उसे
06:36मार्च के आते आते ठिकाना ढून लिया है इसने
06:39फार्म के उपर चटानों में बहुत उंचे वो बच्चे जननी को मांद तलाशती है
06:45अगले सौ दिन छुप कर रहेगी वो बहर आएगी तो बस शिकार के लिए
07:02अगर्स्त का महीना है और देखे कैसे सूरत बदल चुकी है घाटी की
07:07ये मादा फिर से रूबरू हुई है दुनिया से अब वो एक मा है उसके पीछे पीछे हैं दो नवजात पच्चे
07:22एक तो बड़ा हिम्मती है और खोजबीन करने वाला भी
07:37आगे गर्मियों में ये जुड़वा बच्चे ताकत बठूरेंगे और घाटी के अपने घर को जानेंगे
07:45लेकिन ये जगा जोखिम से भरी है
07:50अगले 18 महीनों तक उनकी मा मुसीबतें छेलेगी उन्हें जिन्दा रखने के लिए
07:56इस नए परिवार से करीब 700 मीटर नीचे याक्स चरते हुए नदी घाटी से उपर निकलाए है
08:06इस जुड़ में ज्यादतर माई है अपने बच्चों के साथ
08:20वयस्क नर के आँखे गड़ी हैं उन पर
08:26ये है उसकी शिकारगाह और इसे थाबित करते हैं उसके जख्मों के निशान
08:32याक्स के ये मुड़े हुए सींग चानलेवा हो सकते हैं
08:42इधर अपने उचे ठिकाने से ये मा नजर रखे हुए है
08:46याक्स आसपास ही रहते हैं लेकिन तजुर्बेदार नर में धीरज बहुत है
08:59और सुस्तानिकों वक्त भी बहुत है
09:02स्नो लेपर्द्स शपकी लेते हुए अठारा से चौबीस घंटे तक विता सकते हैं
09:08लेकिन उसकी सपनों में कलल डाल देती है रेड स्थार्ट की तीखी आवाजें
09:15याक्स अभी बेखबर हैं उसकी मौजूद्की से
09:27लेहाज वो हरकत में आने की तैयारी करता है
09:34जहांसे का खेल है सारा
09:52अपने खेल का उस्ताद है ये और इसे देख रहे परिंदे तारीफे करते हैं इसकी
10:10कुछ ही दिनों में याक का ज्यादतर हिस्सा सफा चट कर गया है ये उस्ताद नर
10:22खाने के बाद ये चटानू से खुद्रती तोर पर जण कर आए ज़रने का साफ पानी पीता है
10:29लाश के बचे कुछे टुकड़े छोड़ती है इसने लूटने वालों के लिए
10:40लामर गायगर वल्चर्स हड्डी तक गटक जाते हैं इस परिंदे का 80% पेट इसी से भरता है
10:57भूके तो कुट्टे भी रहते हैं हमेशा वैसे तो याक्स की पहरेदारी करते हैं
11:05पर लाश का जो हिस्सा हाथ आए भट से गटक जाते हैं
11:21गाटी की जमीन से काफी उचाई पर तीन महीने के बच्चे भल फूल रही हैं
11:27सितंबर चल रहा है और ये तेजी से बढ़ रही है
11:33ये हिफाज़त से हैं इस तसली के साथ इनकी माँ अब खाना ढूनने जा सकती है
11:44स्नो लेपर्ड की मान से कुछ सौ फुट नीचे तिबबती लोमणी ने भी अपने जुडवा बच्चे छुपा रखे हैं
11:57ये भी तभी पैदा हुए थे जब लेपर्ड की बच्ची जन में थे
12:02सभी बच्चों को अपने माबाप के लोटने का इंतजार है
12:13दबे पाउं घाठी में आने की बात इस मा के निशानी पर है ब्लू शीप का एक जुण्ड
12:32वैसे ये घाठ लगाने वाली पर भक्षी है लेकिन 64 किलोमीटर प्रति घंटी की रफ्तार से दोड़ भी सकती है
13:02ये थी एक जांबाज कोशश
13:21इसके दो छोटे छोटे बच्चे इसी के आसरे हैं लहाजा ये हार नहीं मान सकती
13:26रात उतरने पर एक बार फिर कोशिश करती है ये
13:45बरुल चौकन ने हैं
13:47पहार चड़ने में माहिर है ये
13:54चटानों पर तेजी से चड़ना उतरना बाएं हाथ का खेल है इनका
13:58सुभा खबर देती है रात में काम्याबी मिली थी इसे
14:22पर काम अभी पूरा नहीं हुआ है इसे अपना इनाम अपने बच्चों के नस्दीक ले जाना होगा
14:30जंचट का काम है ये लाश आड़ी तिर्ची और भारी है
14:38सांस लेने जरा रुकी नहीं कि सबका ध्यान खेच जाता है इसकी तरफ
14:45नील कांट आगाह कर देता है दूसरे मांसाहारियों को आसपास वालों के भी कान खड़े हो जाते हैं
14:55झालों के भी कान खड़े हो जाते हैं
15:25शोर मजाती भीर ध्यान खींचती है आधे जंगली कुत्तों में से एक का
15:30ये अब निकला है पड़ताल करने
15:39कुत्तों में घजब की सूने की ताकत होती है
16:06लेकिन हवा मादा के पाले में है
16:11बिना हिले डुले रहने में उसकी महारत इस कोशिश को नाकाम कर देती है
16:16बिना हिले डुले रहने में उसकी महारत इस कोशिश को नाकाम कर देती है
16:27अधिश को नाकाम कर देती है
16:34मुम्किन हुआ तुमा लाश को घसीट कर वहां ले जाएगी जहां बच्चे इंतजार में हैं उसके
16:49मुम्किन हुआ तुमा लाश को घसीट कर वहां ले जाएगी जहां बच्चे इंतजार में हैं उसके
16:59ये पहली बार है जब मांस से रूबरू करवाती है ये इन है
17:22अब ज्यादा दिन इनकी देखभाल नहीं करनी होगी इसे
17:30पर ये परिवार खा भी नहीं सकता सुकून से अब गिद्धों से खाना चुपाए रखना ना मुम्किन जो है
17:39और एक कुटा भी लोटाया है और इस बार एक दोस्त के साथ
17:52इन डगैतों के हवाले तो ये बिल्कुल नहीं करेगी अपना खीमती शिकार
17:59ये बच्चे चटानों में जाचिपते हैं जहां कुट्टे नहीं पहुँच सकते
18:09मा शिकार को बचाने के लिए वहीं रहती है
18:17एक के मुकाबले दो लेकिन अपने परिवार का पेट भरने के लिए लड़ती है ये
18:39कुट्टों के हथ्यार डालने पर वो फिर से आवास देती है अपने बच्चों को
18:51आज सब भर पेट खाएंगे
19:10अक्तूबर में रातें सर्द हो गई है
19:20लेकिन दिन अब भी कर्म है
19:25गर्मियों में ताप से बचने के लिए याक्स और उंचाई पर आप पहुँचे हैं
19:36और पीछे पीछे वयस्क नर्भिया पहुँचा है
19:44वयस्क स्नू लेपर्द्स को करीब हर दस दिन में एक शिकार करने की जरूरत होती है
19:59इस मन्जर में ढलकर ये दबे पाउं और नस्दीक पहुचता चाता है
20:07याक्स उसकी गंध तो पकड़ते हैं
20:15लेकिन नजरें तेज होने के बावचूद उसे देख नहीं पाते
20:29ये जुन्ड से दूर हुए एक बच्चे पर नजर कराता है
20:38जुन्ड बिखर जाता है
20:55लेपर्ड जकर धीली नहीं करता
20:59तभी बच्चे की माँ आती है तेजी से
21:01अपनी उलाद की जान बचाने को अपनी जान दाओं पर लगा कर
21:04वायस्क नर पकड़ बनाए रखता है
21:07लेकिन माँ फिर हमला बूलती है
21:10पर भक्षी का शिकंजा ठीला करने की कोशिश करती है
21:13बचाओं को दमदार बनाने के लिए आता है एक मददकार
21:31हैरत अंगेज है यूं बच कर निकल जाना
21:49और लेपर्ड पीछे हर जाता है निराशा में डूबा
22:01इधर घाटी में ये माँ अपने पिछले शिकार की तरफ लोटती है
22:07इस उमीद में की शायद कुछ बचा हो उसमें
22:11लेकिन कोई और आप पहुँचा है दावत उडाने
22:18उससे पहले एक रेड फॉक्स चाप पहुँची है खाने तक
22:22चुम्बक जैसा होता है यहां मांस
22:31लेकिन लूम्री जानती है मैदान कब छोड़ना है
22:35अचानक एक भारी भरकम नर्या खेमाकत करता है
22:42इसे अपने जुन से दूर खदेरनी की ठानी हुए है ये
22:47इसका निवाला इसे यूहीं गटकने देने वाला नहीं वो
22:51कुद्रती दुश्मन है दोनों
23:08हलांकि पलड़ा अमूमन दांतूं और पंजूं का ही भारी रहता है
23:12जहां कहीं भी आक्स हैं वहां से आवारा कुट्ते ज्याता दूर कैसे हो सकते हैं
23:19लेकिन ये एक जबर्दस प्रतितवन्द्वी है
23:39और इसके कड़े रुख के सामने भाग खड़े होते हैं कुट्ते
23:46उसे जम कर पेट भरना होगा इस खाने से
23:55क्योंकि जिन्दगी और दूभर होने वाली है
23:59दिसंबर आते आते नदियां जम जाते हैं
24:16स्नू लेपर्दस के मिलन का मौसम है ये
24:23ये बच्चे आठ महीने के हो चले हैं
24:29मा की कुई दिल्चस्पी नहीं है और बच्चे पैदा करने में
24:32लेकिन इसे बच्चों को छुपा कर ही रखना होगा यहां के नर से कहीं दूर
24:41वो इनकी जान ले सकता है ताकि मादा में जबरन मिलन की चाह जगा सके
24:49ये मा है तो चौकननी लेकिन खानी की तलाश में जाने पर बच्चों की चौकसी करे तो कैसे
24:55खामोशी से छुपे रहकर अपनी मा का इंतजार करते बच्चों को, उनका ये गर्म रोईदार कोड़ कर्मा हट देगा
25:03बच्चे अपनी सरहदें परक्थ में लगे हैं
25:09दोनों में से जो स्यादा हिम्मती है उसे कम हवा वाली जगा की तलाश है
25:13Iska judwa bhi iske peechhe ho lieta hai
25:22Lekin kya ye jan liwa sabaid ho saktah hai
25:39Inhye vahe rukna chahye thah jahean inki mahani nye rakhha tha
25:42No
26:12After a few days, her mother had slaughtered her.
26:22But she had no answer to the children.
26:38The children are not meeting where they are.
26:44They are not meeting where they are.
26:54They are leaving the mountains.
26:57They are leaving the mountains every way.
27:01They are leaving the mountains.
27:05He was leaving a little further,
27:07children from one another,
27:09a little bit of a car.
27:25It's a very bad feeling.
27:35This child is waiting for her. She is waiting for her. She is waiting for her.
27:44She is waiting for her.
27:58There is a ghost in the garden of the children's home,
28:03and one child is blinded by the girls.
28:09In the garden, every night comes to the garden,
28:12every night comes to the garden,
28:14when they see them, they don't see her where.
28:28This is the end of the day of the day of the day.
28:58But there was no answer.
29:24After looking for the whole night,
29:26the end of the day was the last time he saw his children.
29:40I don't know.
29:41I don't know.
29:43I don't know.
29:45I don't know.
29:47I don't know.
29:49I don't know.
29:51I don't know.
29:53I don't know.
29:55I don't know.
29:57I don't know.
29:59I don't know.
30:00I don't know.
30:02I will not leave this hope.
30:32Chilling Tales for Dark Nights
31:02And now I'm going to go and get rid of my heart from my heart.
31:11It's nice to meet you like this.
31:18She doesn't have to fight with other children.
31:21Because she knows.
31:23She's just a child.
31:32Farveri mem e eq naya khatrap ankhara hua hai
31:42Apne Sathiyo ko ko khojtay huwe kuch wor Snow Leopards dhaakhil hua hai ghaati mai
31:47Usmaa ke liye ye buri khabar hai
32:02Snow Leopards are only living here. They need a big place where they are full.
32:09Today, they are living in security.
32:32the
32:59This ghaati is the one who can't be afraid of their children, because they can't be afraid of their children, because they can't be aware of it.
33:12Ghaati, wherever you can see, there are new faces.
33:20I don't know.
33:50And then, in the way, there are two more people who have seen it.
33:58There are two more people who have seen it.
34:00There are four people who have seen it in the mountains.
34:06This is the only time when the snow leopard is seen.
34:13This is the Snow Leopard.
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