00:30आज उनके फैन उन्हें सर्फ सूपरस्टार में एक एहसास कहते हैं।
01:00हर लुकी हर लुजवान को मेरी सुझागी में पुरा हूँ पुन्ने हूँ या पाफ हूँ ये खुद से पूछना क्योंकि मैं भी आप हूँ।
01:24मुथो बनकर उंकल।
01:26वो लड़का जो दिल्ली की गलियों से चला था एक दिन पूरी दुनिया के दिलों पर राज करेगा।
01:42ये शायद खुद शारुक खान को भी नहीं पता था।
01:50अब अपने भूँ से अपनी तारीफ में क्या करूं राजदी।
01:52अब जो है वो है यार वो अब नैचुरली है मैं उसको नहीं रोक सकता हूँ।
01:56मिडिल क्लास जिंदगी बड़े सपने और आखों में चमक लिए वो चला था अपने रास्ते पर और आज वही शारुक खान पूरी दुनिया का किंग खान बन चुका है।
02:26अगर मेरे पैंज नहीं तो मैं कुछ कूँटी।
02:30साथ साल के हो चुगे शारुक खान आज सिर्फ एक सुपरस्टार नहीं अपने फैन के बीच एक एहसास है।
02:38एक ऐसा नाम जो जब स्क्रीन पर आता है तो थियेटर में तालियां, सीटी और प्यार सब एक साथ कुझ उड़ते हैं।
02:46आज बहुत खूश हैं।
03:16दो नॉमबर 1965 को दिली में जनमे शारुक खान का बचपन किसी रईस घर में नहीं वी था।
03:24मिडिल क्लास फैमली, सिमित साधन, लेकिन सपनों की कोई कमी नहीं थी।
03:29दिली के सेंट कोलंबस स्कूल में पढ़ाई और फिर हंसराज कॉलेज से एकनॉमिक्स में ग्रेशन की आशारुक खान लेकिन जिंदगी के स्क्रिप्ट में तो कुछ और ही लिखा था।
03:38रंगमंच, थीएटर और कैमरा।
04:08मुझे ये लगता नहीं था कि मैं इस मुकाम पर पहुंच सकता हूँ।
04:12तो एक कहीं पर responsibility भी आती है कि मैं इतना काम करूँ कि finally मैं इस काम को deserve कर सकूँ।
04:18तो इसलिए मैं मेरत भी करता हूँ, मुशकत भी करता हूँ और खुशी से करता हूँ।
04:21अगर काम खुशी से नहीं किया तो फिर वो परिशान नहीं लगने लगता है।
04:25शारुक के एक्टिंग का सफर शुरू हुआ टेलिविजन से।
04:33साल था 1989 और दूरदर्शन पर शुरू हुआ एक टीवी शो फॉजी।
04:38ये फिल्म वालों ने फॉज को क्या समझ रखा है।
04:40क्या समझ रखा है।
04:42हिरो आता दुश्मन के सामने।
04:43क्याता है।
04:45लोगों ने पहली बार उन्हें अभी मन्यू के रोल में देखा।
04:59जिन्दा दिल, शरार्ती और बेहद नैचरल।
05:02इसके बाद शारुक खान, उम्मीद, वागले की दुनिया,
05:06डीडी नेशनल के पॉपलर शो सरकस में नजर आए।
05:09शारुक खान अब टीवी के सबसे युवा और बहतरीन कलाकार बन चुके थे।
05:37जिन्दगी में सब कुछ ठीक चल रहा था, जब तक कि अप्रेल उन्हीं से क्यानवे में उनकी मा का निधा नहीं हो गया।
05:44इस हाथ से ने उन्हें तोड दिया।
05:46और मा की मौत के कुछ महिने बाद 25 अक्टूबर 1991 को अपने स्कूल फ्रेंड गौरी से शारुक खान ने शादी कर ली।
06:08पहले हिंदू रिती रिवात से शादी हुई और निकाह बाद में हुआ। शादी के शुरुवाती दिन आसान नहीं थे। शारुक उस वक्त बॉलिवड में नए थे। स्ट्रगलर थे। मुंबई में छोटा सा घर, सिमित पैसे और बड़ी सिम्मेदारियां। गौरी ने ह
06:38मुंबई पहुचते ही उन्होंने चार फिल्में साइन कर ली और उनी सब बान्मे में आई उनकी पहली बॉलिवड फिल्म दीवाना।
07:08झाल यहीं तो मैं जांना चाहता हूं कि क्या हुआ है।
07:12आखिंकामित आं गई है।
07:15आपके तो अकिला रहने को जीख करता और जो राजा तू तो तुम्मारी सब्सक्राइं किदर गया।
07:25पर गया वह रोजा नाया हूं मैं उसे खुद इन हाथों से इन हाथों से अपने जिंदगी खुद बर्बास कर ली है इस जानते हो हर वक्त उसकी तस्वीर मेरी आखों के सामने उबरती है
07:44यह उनकी डेब्यू फिल्म थी लेकिन जब फिल्म रिलीज हुई तो सब हैरान रह गए
08:02और इसी फिल्म के लिए शारुक खान को मिला उनका पहला फिल्म फेर अवार्ड फॉर बेस्ट डेब्यू मेलक अवार्ड
08:08इस फिल्म के बाद बॉल्यूड ने पाया अपना नया हीरो एक ऐसा हीरो जो नायक भी बन सकता था और खलनायक भी
08:16बाजिगर, डर, अन्जाम इन फिल्मों में वो बुराई का चेहरा नहीं बलकि जुनून का प्रतीक बन गए वो खलनायक जो दिल जीत लेता था
08:25और फिर आया वो दौर जब प्यार की परिभाशा ही बदल गई
08:521995 में दिलवाले दुलहनियां ले जाएंगे ने जो किया वो हिंदी सिनेमा के थ्यास में दर्ज हो गया
08:58राज मलहोत्रा वो नाम जिसने हर लड़की को सपना दिया और हर लड़के को स्टाइल
09:04जब से तुम मुझे मिले हो, मुझे परिशान किये जा रहे हो
09:07बड़े बड़े देशों में ऐसी छोटी-छोटी बाते होती रहे हैं
09:10राज अगर यह तुझे प्यार करती है तो यह पलट कि देखी
09:14पलट यह एक शब्द नहीं पूरी पीड़ी का एहसास बन गया
09:18अलट
09:27लड़की बड़ी अंजानी है
09:36सपना है सच है कहानी है
09:40नब्बे का दशक खत्म हुआ तो शारुक सिर्फ सूपरस्टार नहीं
09:44एक इमोशन बन चुके थी
09:45कुछ कुछ होता है दिल तो पागल है कल हो ना हो कभी खुशी कभी गम
09:50हर फिल्म में शारुक के पास एक नया चेहरा था
09:53कभी रोमेंटिक लवर कभी दोस कभी बेटा कभी सपना
09:58उनकी फिल्मों में लोग खुद को ढूंडने लगे
10:01फिल्मों से आगे बढ़कर शारुक खान का करिश्मा अब दुनिया में फैल चुका था
10:15उनका नाम मब बॉक्स ओफिस से ज्यादा ब्रेंड इंडिया की पहचान थी
10:19आपको सैक्रिफाइस नहीं करना था तो आप बिल्कुल कामियाब नहीं होंगे
10:24जो आप इस वक्त है उसको त्याक कर जो आप बनना चाहते हैं वो ना कर सके
10:28जैसे मैं बहुत लेजी हूँ, I like to play video games, be with my children, I don't like to work, I like to write poems, I want to read books, I want to relax, but I sleep only for 4-5 hours and I go to work in the morning, I want to work out, I hate it, but I sacrifice it all.
10:48पहुंचेगा, पेंच चला जाएगा, सक्सेस इंतजार नहीं करेगा, तो दर्द होता रहे, भुखार होता रहे, जुकाम होता रहे, परिशान होते रहे, आपको सब कुछ करना पड़ेगा, तो यह सब बाते हैं, बेगार हैं, और जो भी आपको बोले कि आराम करो, जिंदग
11:18साल 2000 के बाद शारूख ने सिर्फ रोमांस नहीं, रेंज भी दिखाई, स्वधेश में मोहन भारगव और चक्दे इंडिया में कवीर खान बनकर सावित किया, कि टीमवर्क और संघर्ष ही जीत की असली पहचान है
11:48मुल्क का नाम सुनाई देता है, इंडिया, और इस मुल्क की टीम में लेट आने वाले के लिए जगा नहीं है, एव्रिवन अंडर्स्टेंड दाट?
11:55लेकिन हर सितारे की तरह शारुक की जिन्दगी में भी डूपते सूरज के पल आए
12:122010 के बाद कुछ फिल्में चली, कुछ नहीं चली
12:15लोगों ने कहा शारुक का दौर खत्म हो गया, मगर जिसे दुनिया किंखान कहती है, वो हार मानना नहीं जानता
12:552023 में जब पठान आई, तो पूरा भारत थियेटर में ना चुठा
13:0058 की उम्र में, एक्शन का तूफान बनकर लोटे शारुक ने, बॉक्स ओफिस के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिये
13:07फिर जवान आई, जिसने सामाजिक संदेश और स्टार्डम दोनों को साथ लेकर इतिहास रच दिया
13:13और साल खत्म हुआ, डंकी के एमोशन के साथ
13:16तीन फिल्मों ने मिलकर दिखा दिया, 60 की उम्र में भी S.R. के वही है, जो 30 में था
13:22शारुक का असली जादू सिर्फ एक्टिंग में नहीं, उनके शब्दों में भी है
13:27उनके इंटर्व्यू, उनके मोटिवेशनल स्पीच, हर लाइन में जिंदगी की सीख्ची भी है
13:33तीन गंटे सोते हैं की जादू का आज प्लीज उनके अज कि एपलेशनल के अप्लीज भी है
13:49भी मुझे बता दो, रात को तीन गंता सोते हो या चार को हुआरे पास रिफ साथ या आठ गंते हैं
13:58I mean, come on, aren't you ashamed?
14:01अब अब नारी हैं, हिंदुस्तानी नारी हो कैसे सवाल पूच रही हैं मुझसे
14:05मैं पांच घंटे सोता हूँ
14:08और जब जाकता हूँ तो क्या जाकता हूँ
14:11लेकिन पांच घंटे सोता हूँ मैं
14:12और I like that, anything longer than that gives me headaches
14:15and makes me feel puffy and strange
14:17ये dialogue नहीं, एक philosophy है
14:22जिसने करोणों लोगों को हिम्मत दी
14:23आज जब शारुक खान 60 साल के हो गए हैं
14:26तो उनका career सिर्फ 30 साल का सफर नहीं, एक यूग है
14:47जिना विले तुम तुर जाए, मनू
15:17मुझसे जबी भी लोग समझते हैं
15:20कि मैं ऐसा arrogance से बोल रहा हूँ
15:22लेकिन मुझसे जब पुछा जाता है कि
15:24किस की सिंदगी मिलनी चाहिए
15:25मैं चाहूँगा हर लड़के, हर लड़की, हर नोजवान को मेरी सिंदगी मिलनी
15:28एक हजार रुपए की नौकरी खोचने वाले शारुक खान पर
15:42अब अर्बो का कारुबार करने वाली कम्पनिया करोणों रुपया लुटाने को तयार है
15:47उनकी कमाई सिर्फ एक आकड़ा है, उनके व्यक्तित्व की सीमा ही नहीं है
15:51शारुक की जिन्दगी इस बात की उम्मीद को आवास देती है कि जमीन पर कदम रखकर भी आस्मान छूने की तमन्याएं आकार लेती है
16:14शारुक खान ने इस समबात का इस्तिमाल अपनी फिल्वा में किया था
16:17लेकिन निजी जिन्दगी में भी उन्होंने ये स्तावित कर दिया कि शारुक खान एक बेहतर कलाकार ही नहीं, एक बेहतरीन कारोबारी भी है
16:25शारुक खान ने पहले अपने संघर्षों को साधा, संघर्षों से सपनों को साधा, सपनों से सिनेमा को साधा और जब सिनेमा का संसार सद गया तो कमाई ने आत्म समर्पड कर दिया
16:39शारुक की हर फिल्म करोणों की है तब कहां सोचा होगा उन्होंने जब वो दिल्ली में संखर्ष कर रहे थे
16:46उनके एक एक दिन के लिए करोणों रुपे मुठी में लेकर खड़े हैं बाजार के दिगज
16:55उनकी इस मांग के पीछे सिर्फ सिनेमा के संसार में उनकी काम्याविया नहीं है
17:00इसके पीछे है उनके संखर्षों का वो सफर जिसने उन्हें पहले फॉलाद और फिर फसाना बना दिया
17:07तो आपको नहीं करनी एक तो खाना मत खायेगा प्लीज
17:37कहने में परेषाना गाना जाती है, het만ल, diंव आराम करना है
17:41और मैं सच बोलगा हूं मैं तो जो यह बाते हैं पाधेर हो सपा में हार्च…
17:48खुऋ-टूम्
17:53close your eyes
17:54और यह सब जो अच्छी living, healthy living, good living यह सब को दियागना पड़ेगा
18:00there is nothing like healthy living, good living, sleep, food,
18:04aaraam, relaxation,
18:05आकों के ओपर वो क्युकंबर लगा के,
18:08खीरा वीरा, इससे कुछ नहीं होगा अगर आपको successful होगा है तो
18:11आपको परिशान रहना है, तेंस रहना है,
18:13ब्लड प्रेशर होना पड़ेगा,
18:15सोना नहीं चाहिए,
18:16कहाने की बिलकुल तक्रीफ नहीं होनी चाहिए,
18:18मैं तो कहता हूं मैं जो फॉरस्त आज़ गुंता हूं,
18:20सबने शारुक की विश्वसनियता को बाजार में बेचने की मुहमांगी कीमत दी
18:431986 में ये किसी ने नहीं सोचा होगा कि ये नौजवान आने वाले दशकों में अर्बों रुपे की ब्रैंड वेल्यू बन जाएगा
19:00शारुक की शुरुवाती कमाई बेहद मामूली थी
19:02कई फिल्मी मैगजिन के मुताबिक फौजी सीरियल से उन्हें प्रती एपिसोड करीब 15 सो रुपे मिलते थे
19:081999 में शारुक खान ने अपनी कमपणी बनाई और उसका नाम ड्रीम्स अलिमिटेड रखा गया
19:14और फिर 2002 में रेड चिलीज एंटरेटेन्मेंट कर दिया
19:18आज इस कमपणी की वेल्यू लगभग 6,000 करोड आकी जाती है
19:22इसके अलावा शारुक खान ने 2008 में कोलकाता नाइट रैडर्स खरी दी
19:26फोर्ब्स की रिपोर्ट के मुताबिक शारुक खान अपनी एक फिल्म के लिए
19:291500 करोड से 2500 करोड रुपे की फीज वजूल करते हैं
19:34हुरून इंडिया रीच लिस्ट 2025 के मुताबिक शारुक खान की नेटवर्थ
19:38अब 12,490 करोड रुपे हो गई है
19:41और वो दुनिया के टॉप 10 अमीर कलाकारों की लिस्ट में शामिल हो गए है
19:45I have no understanding of business
19:48मैं इस जुर्म को बिल्कुल इक्बाल नहीं करता हूं इस जुर्म का वैं
19:53मैंने कभी business नहीं किया है
19:55माशाला चीजें अच्छी जल गई मेरी
19:57तो अब मेरे बस तबड़ा बहुत पैसा जबाता है
20:00मैं उसको फिल्मों के प्रचार में लगाता हूं
20:02कुछ ऐसी चीज कर जाओ जिससे ऐसा ना लगे कि
20:06I owe back to film industry everything that I am
20:08जिस चोड़ जाओ कर जाओ जिससे लोगों को लगे
20:1110-12 साल के बाद कर यार वो शारु खान ने किया था यार तब से अच्छा हो गया है
20:16सो मैं बिजनस में बिल्कुल नहीं मानता हूं
20:19शारु खान की कमाई का सफर सिर्फ पैसे की कहानी नहीं है
20:40बलकि महनत और होसलों का प्रमाण है
20:42शारु खान अपनी प्रोफेशनल लाइफ के साथ साथ
20:46पॉस्टनल लाइफ को शिदत से जीते हैं
20:48आज शारु खान से उनकी पॉस्टनल लाइफ की एक स्टोरी सुननी चाहिए
20:52जो उन्होंने आज तक एजन्डा के मंच पर साचा की थी
20:55जो बच्चे हैं अभी मेरा लड़का 16 साल का है
20:59लड़की 13 साल की है माशाला
21:01और कुछ ऐसा सिलसला हो ने लगए पिछले चार-पांच साल के लगए
21:05कि स्कूल जाने लगए तो पहले तो चिपके लगए थे बंदरों की नो गले में लगए थे ते बच्चे हो
21:10कि ममा ममा कहीं छोड़ते नहीं थे यार
21:12and I spend a lot of time with my children
21:14to me nothing is more important to me than my children
21:16and so does Gauri
21:18और हम बड़ी नुकलिसी family है
21:20और हमको यही अच्छा लगता है
21:22but पिछले चार पांच साल के अंदर
21:24वो कुछ ऐसा माहूल बन गया कि
21:26जो हमारी बेटी है और जो बेटे है
21:28अपने कमरों में बंध हैं दोस्तों के साथ
21:30मालूमी नी पढ़ता था कि इस घर में ही रहते हैं
21:32and we started missing
21:34you know the fact that
21:36we could spend time with children
21:38so aise हा कि अभी चले जाएंगा
21:40एक पढ़ने भी चलाएंगा लंडन इंशाला
21:42दूसरी वाली भी जाना चाहेंगी
21:44we are very free thinking parents कि
21:46so we started missing the presence
21:48of children
21:50आफ नहीं कर रहा हूं माशाला नो माले का घर है
21:52तो कमरे भी काफी सारे है
21:54हमने का किराये पर तो दे नहीं रहे हैं बच्चे कर लो
21:56काम आ जाएंगे
22:02आप पूछ रहे थे मेरी business acumen कैसी ऐसी है
22:10उनकी फिल्में सिर्फ कहानिया नहीं
22:12लोगों की यादे हैं
22:14किसी के पहले प्यार की
22:16किसी के तूटे दिल की
22:18किसी के अधूरे सपनों की
22:20शारुक सिखाते हैं कि
22:22romance सिर्फ शब्द नहीं
22:24एक भरोसा है और जिंदगी चाहे
22:26जितनी मुश्किल हो पिक्चर अभी बाकी है
22:28आज जब शारुक खान
22:3060 के हो चुके हैं
22:32पर चुनूर वही है
22:34वो अब भी वही बादशाह
22:38हैं जो दिल जीतते हैं
22:40हर दशक में हर दौर में
22:42हर कहनी में
22:44पिक्चर अभी बाकी है
22:46मेरे दोस्त
22:48पिलाल मुश्यश में आज के लिए
22:50बस इतना है लेकिन देश-दुनिया की बाकी ख़बरों के लिए
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