00:00आँख ने फल देखा इच्छा की सुरुवात हुई पाओं ने चलकर गया इच्छा पूरी करने की दिशा में कदम बड़े
00:07हाथ ने तोड़ा मूँ ने खाया करम पूरा हुआ जो चलकर गया वो तोड़ा नहीं जो तोड़ा वह खाया नहीं
00:17अलग-अलग हिस्सों ने अलग-अलग काम किया लेकिन साजा या परिनाम साजा हुआ
00:22माली ने देखा आम तोड़ते हुए सोटा दिया पीट पे डंड मिला पूरे सरीर को
00:28जबकि गलती किसी एक की थी पीट बोली हमारा क्या कसूर निर्दोस भी सजा पाते हैं
00:35आशू निकल गया आँख से क्यूंकि आँख ने देखा था फल अंत में पस्तावा उसी को हुआ जिसने सुरुवात की थी
00:43कभी-कभी किसी की छोटी सी इच्छा या गलती का परिनाम पूरे समुहों या परिवार को भुगदना पड़ता है
00:50गलती चाहे किसी एक की हो परिनाम सब को भुगदना पड़ता है