00:00दोस्तों इस वीडियो में मैं आपसे एक ऐसे सब्द के बारे में बात करने जा रहा हूँ, जो सुनने में थोड़ा नया लगेगा, उस सब्द का नाम है इस्प्रीहा, अब आप सोच रहे होंगे कि ये इस्प्रीहा है क्या, इस्प्रीहा का मतलब होता है, दिल की सची चाह, क
00:30और मंजिल तक पहुचने की ताकत देती है, इस्प्रीहा और लालसा में फर्क समझो, लालसा मतलब सिर्फ अपने लिए चाहना स्वार्थ से भरी हुई इच्छा, लेकिन इस्प्रीहा निये स्वार्थ होती है, इसमें मेहनत, लगन और कुछ अच्छा करने की भावना होती
01:00इतिहास बदल दिया, इन सबके पीछे सिर्फ एक ही चीज थी इस्प्रीहा, जब दिल में सच्ची इस्प्रीहा होती है, तो असफलता भी सिखाने लगती है, हाठ होकर हमें और मजबूत बनाती है, क्योंकि तब दिल कहता है, अभी मंजिल बाकी है, इस्प्रीहा वही रोस
01:30दोस्तों, अगर आप सच्मे जिन्दगी में कुछ बड़ा करना चाहती हैं, तो अपने अंदर की सच्ची स्प्रीहा को पहचानिये, उसे अपनी मेहनत और विश्वास से मजबूत कीजी, क्योंकि सच्ची स्प्रीहा ही इनसान की असली ताकत होती है, जब दिल की स्प्रीह
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