Delhi Artificial Rain: दिल्ली की हवा एक बार फिर खतरनाक स्तर पर पहुंच चुकी है। सांस लेना मुश्किल हो गया है और इसी बीच सरकार ने प्रदूषण से राहत दिलाने के लिए एक नया प्रयोग किया क्लाउड सीडिंग, यानी कृत्रिम बारिश का प्रयास। उम्मीद थी कि आसमान से गिरती बूंदें जहरीले कणों को धोकर हवा को साफ कर देंगी। लेकिन नतीजा कुछ खास नहीं रहा। करोड़ों रुपये खर्च होने के बावजूद न तो ठीक से बारिश हुई और न ही प्रदूषण में कोई राहत मिली। अब विशेषज्ञ सवाल उठा रहे हैं क्या यह प्रयोग सिर्फ दिखावा था या फिर जनता के पैसे की बर्बादी?
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