00:00बायो डिग्रेडेबल फोन्स अच्छे लगते हैं है ना एक फोन जिसे आप कमपोस्ट में फेंग सकते हो और वो बस गायब हो जाए
00:07करेंट रियलिटी ये है हम अभी वहां तक नहीं पहुँचे हैं अगर एक फोन पूरी तरह से बायो डिग्रेड होता है तो उसका हर पार्ट अलग होना चाहिए
00:16केस स्क्रीन सर्किट्स बैटरी आज के फोन्स कौन से मटेरियल यूज करते हैं अल्यूमिनियम ग्लास सिलिकॉन चिप्स और लिथियम आयन बैटरीज कुछ पीसिस ग्रीन हो सकते हैं
00:28पी एले पी एचे रिसर्चर्चर्स ने ट्रांजिंट इलेक्रोनिक्स बनाए हैं
00:32कांसेप्ट, सिल्क सेल्यूलोज, मैगनीशियम, जिंक लेकिन वे लो पावर डेमोज हैं
00:38टेली ड्राइवर्स नहीं, सोल उबोट स्टाइल पीसीबीज और बायो रेजिंज, रिसाइक्लिंग में मदद, बैक्यार्ड कंपोस्टिंग में नहीं, बैटरीज ब्लॉकर हैं
01:02जिससे एक डिवाइस पाट से साथ साल तक जिंदा रहता है, पर जढ़ी ब्रांड्स, रिसाइकल्ड माटेरियल्स और टेक्बैक प्रोग्राम्स, पर इवेस्ट बड़ी समस्या, हर साल लाखों टन, कम रिसाइक्लिंग
01:15सॉल्यूशन, छोटे कदम, बड़ा इंपैक्ट, अपने फोन को ज्यादा टाइम तक लखो, रिपेरेबल या रिफर्बिष्ट लो, प्लास्टिक वेस्ट कम करने के लिए कंपोस्टिबल केस यूज़ करो, सर्टिफाइड प्रोग्राम्स के थ्रू ट्रेडिर या रिसाइ
01:45जब या अगर एक सच मुझ बायो डिग्रेडेबल फोन आएगा, तो वो शायद हाइब्रेड होगा, रिसाइक्लेबल कोर प्लस कमपोस्टिबल बाहरी पार्ट्स, बॉटम लाइन, पर्फेक्ट का वेट मत करो, एक्स्टेंड करो, रिपेर करो और रिसाइक्लो, यही आज
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