00:00दोस्तों, जब भी हमताज महल का नाम सुनते हैं, हमारे मन में एक तस्बीर आती है.
00:05सफेज संग्मर्मर का वो अद्भुद महल, जो प्रेम्ड का प्रतीक कहा जाता है,
00:10जहां साजहा ने मुम्ताज के लिए वो इमारत बनवाई
00:13जो आज भी पूरी दुनिया में सात्वे अजूबे में गिनी जाती है
00:17लेकिन क्या आपने कभी सोचा है क्या ताज महल सिर्फ एक प्रेम कहानी का प्रतीक है
00:22या उसके अंदर कुछ हैसे रहा से चिपे हैं
00:25जिनकी जानकारी आज भी आम जन्ता से चिपाई दी गई है
00:28क्या ताज महल सच में मुम्ताज की कबर है क्या साजहा ने इसे बनवाया था
00:33या फिर या पहले से मवजूद कोई और इमारत थी जिसके बाद में ताज महल कहा गया
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03:39अब लेजर क्लीनिंग मिट्टी पैकिंग और पार्यवरण नियंत्रट से इसे बचाया जा रहा है आज ताज महल भारत का सबसे बड़ा ट्यूरिस्ट आकर्षड है बहर साल लगभक 70 लाक लोग इसे देखने आते हैं सिर्फ टिकट से ही करोडों का राज़सु बनता है यही
04:09वस्त व और इंजिनिरिंग का इस तर सदियों पहले कितना उचा था अब आई यह बताते हैं कुछ अफवाओं के बारे में अफवा है साजहां ने मजदूरों के हाथ कटवा दिये ताज महल बनाते समय तो सच है किसी भी इतिहासिक दस्तावेज का इसका परमार नहीं है ज
04:39यही करण है कि 400 साल बाद भी नहीं ढूबा, और तीसरा जो अफवा है मुम्ताज की 14. संतान के बाद मौथ हुई थी, हाँ यह सच है, प्रसों के दौरान उनकी मृत्ति हो गई थी,
04:52ताज महल में जिमेटर इतनी सटीक है कि आधनिक इंजिनियर भी चौक जाते हैं
04:58गुम्बत का ब्यास और उचाई एक दूसरे के बराबर है
05:01इससे इसका अकॉस्टिक इको परफेक्ट बनता है
05:06अंदर जब कोई कुरान की आयात पढ़ता है
05:09तो आवाज चारोर समान रोप से गोशती है
05:12यहीं से इसे स्पिरिच्वल साउंड इंजिनिरिंग का उदा हरड बनाती है
05:18हर कुछ सलों में ताज महल को लेकर विवाद उठता है
05:21कभी इतिहासकारों के बीच में
05:24कभी राजनीतिक मन चुपए
05:26कुछ लोग इसे भारती गोरों कहते हैं
05:28तो कुछ इसे मुगल रासत कहते हैं
05:31लेकिन सच्चाई यह है कि यह भारत की संस्कृती की परत है
05:35जहां हिंदुस्तान की मिट्टी, कला और कारीगरी छलगती है
05:40चाहे वो किसी भी दौर में वनी हो
05:43दोस्तो ताज महल सिर्फ एक इमारत नहीं
05:45बलकि इनसान की रचनातमक, भावनातमक और अमरता की मिसाल है
05:50यह एक प्रेम की निसानी है
05:52परसाथ ही यह एक इस्थापती रहस भी है
05:56जो आने वाली पिडियों को सोचने पर मजबूर करता है
05:59कभी बिग्यान की नजर से देखिए, कभी इतिहास की नजर से देखिए
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