- 2 months ago
WATCH! Main Manto Nahi Hoon Episode 28 | Digitally Presented by Master Paints ,Lifebuoy Shampoo , Vince & lactogrow | 24 October 2025 | ARY Digital Drama
"Watch the latest Pakistani drama now, and make sure to subscribe for all the updates!"
➡️ https://bit.ly/arydigi....
Watch more
➡ • Main Manto Nahi Hoon
Main Manto Nahi Hoon is a bold, compelling drama, starring Humayun Saeed, Sajal Aly, Sanam Saeed, and Azaan Sami Khan & Others.
It follows a man inspired by Manto, writing his own truth — and a woman who commands without raising her voice.
Humayun Saeed as Manto
Manto, only son of Waqar Manto, is a quiet yet intense professor who questions norms and writes with fearless honesty. Inspired by truth, he forges his own path, carrying the legacy but not the rules.
Sajal Aly as Mehmal
Mehmal is Siraj’s only daughter and the most cherished member of the family. She is a student of Manto. She doesn’t raise her voice to be heard and stands firmly between old traditions and a new way of thinking.
Cast:
Humayun Saeed as Manto,
Sajal Aly as Mehmal,
Azan Sami Khan as Farhad,
Sanam Saeed as Maria,
Asif Raza Mir as Siraj,
Saba Hamid as Zulekha,
Saba Faisal as Naseeba,
Saima Noor as Suraiya,
Babar Ali as Bin Yameen
Usman Peerzada,
Musadiq Malik & others.
Writer: Khalil ur Rehman Qamar
Directed by: Nadeem Baig
MAIN MANTO NAHI HOON Every Fri-Sat at 8:00 PM, only on ARY Digital.
"Watch the latest Pakistani drama now, and make sure to subscribe for all the updates!"
➡ https://bit.ly/arydigi....
Pakistani Drama Industry's biggest Platform, ARY Digital, is the Hub of exceptional and uninterrupted entertainment. You can watch quality dramas with relatable stories, Original Sound Tracks, Telefilms, and a lot more impressive content in HD. Subscribe to the YouTube channel of ARY Digital to be entertained by the content you always wanted to watch.
#mainmantonahihoon #humayunsaeed #sajalaly #arydigital #azansamikhan #sanamsaeed
#drama #pakistanidrama
"Watch the latest Pakistani drama now, and make sure to subscribe for all the updates!"
➡️ https://bit.ly/arydigi....
Watch more
➡ • Main Manto Nahi Hoon
Main Manto Nahi Hoon is a bold, compelling drama, starring Humayun Saeed, Sajal Aly, Sanam Saeed, and Azaan Sami Khan & Others.
It follows a man inspired by Manto, writing his own truth — and a woman who commands without raising her voice.
Humayun Saeed as Manto
Manto, only son of Waqar Manto, is a quiet yet intense professor who questions norms and writes with fearless honesty. Inspired by truth, he forges his own path, carrying the legacy but not the rules.
Sajal Aly as Mehmal
Mehmal is Siraj’s only daughter and the most cherished member of the family. She is a student of Manto. She doesn’t raise her voice to be heard and stands firmly between old traditions and a new way of thinking.
Cast:
Humayun Saeed as Manto,
Sajal Aly as Mehmal,
Azan Sami Khan as Farhad,
Sanam Saeed as Maria,
Asif Raza Mir as Siraj,
Saba Hamid as Zulekha,
Saba Faisal as Naseeba,
Saima Noor as Suraiya,
Babar Ali as Bin Yameen
Usman Peerzada,
Musadiq Malik & others.
Writer: Khalil ur Rehman Qamar
Directed by: Nadeem Baig
MAIN MANTO NAHI HOON Every Fri-Sat at 8:00 PM, only on ARY Digital.
"Watch the latest Pakistani drama now, and make sure to subscribe for all the updates!"
➡ https://bit.ly/arydigi....
Pakistani Drama Industry's biggest Platform, ARY Digital, is the Hub of exceptional and uninterrupted entertainment. You can watch quality dramas with relatable stories, Original Sound Tracks, Telefilms, and a lot more impressive content in HD. Subscribe to the YouTube channel of ARY Digital to be entertained by the content you always wanted to watch.
#mainmantonahihoon #humayunsaeed #sajalaly #arydigital #azansamikhan #sanamsaeed
#drama #pakistanidrama
Category
😹
FunTranscript
00:00अब बेटों को गोलियां लगने और उनके मरने की लंबी लिस्ट है है अमरे बास?
00:17इसलिए सोच कर आई हैं अबा, कि अब किसी मा के कलेजे से खून की बॉंदिंग किरेगी?
00:23ले जाओ इस सुड़िया नहीं अबा नहीं आज फुपो के कहने पर भी नहीं जाओंगे
00:27आज फैसला करेंगे आप
00:30बेटा चाहे बिनियामीन का हो या सिराज इमरत सरी का
00:36मा की इजाज़त के बगए जान नहीं ली जाएगी
00:41तुम्हें पता है तुम क्या के रही हो?
00:49और क्या मांग रही हो?
00:51क्या मांग रही हो अबा?
00:51अपनी आँखों से खाब नोच कर आपको देने आई हो आज़
00:57फैसला किया है
01:02कि ये बाइस साल की लड़की सबाब कमाने के लिए
01:06सत्तर साल के गुनाहों का खफारा अदा करेगी
01:09आप बिन्यामीन को सुला का पैगाम भिजवा दीजे
01:19कि ये महमल फरहाद से शादी करने के लिए तयार है
01:23पागल हो गई ये तुमी
01:24जी अबा
01:28और इस पागल लड़की ने ठान लिया
01:32कि वो अकल को जन्दा रखने के लिए
01:34माओं को उसके बेटों की लाशे नहीं देगी
01:37नामूमकिन
01:39नामूमकिन है तो मुझे अपने बाप सिराज अमरत सरी की जान की खस्त
01:44किसी बेटे के मरने से पहले
01:48इस हवेली का रंग आपकी बेटी के खून से लाल हो जाएगा
01:52अब आप कीजिए बात चीत
02:00और इस टॉपिक पर ज़रूर बात कीजिएगा
02:05क्या आप बेटी से उसके खाब लेंगे
02:09और उसकी जान लेंगे
02:18क्या आपकी जान लेंगे
02:48आप ने इस आखरी मुलचात की बेट कर सोचा
02:54कि जब महांबन ने आप से कहा कि वो मौबद कर सकती निबा निए सकती
02:57तो इस बात का मतलब क्या था
03:01नए ना
03:05आप ने नहीं सोचा
03:08आप ने मान लिए कि ऊसने कहा है यह आखरी मुलचात यहूगी
03:12अबी थोड़ी दिर पहले मेरी बात हो यह उस से
03:18बातों में कुछ बोल गई गो
03:21क्या?
03:25वो किसी मुश्किल में बैसमा रिया
03:26जिसे वो मजबूरी का नाम देकर बिछड़ने का फैसला तो कर सकती
03:31मुश्किल क्या यह बता नहीं सकती
03:34क्यों नहीं बता सकती?
03:36जिससे प्यार करते उससे भी चुपा लेते हैं बात
03:40नहीं तो पिर सोची ऐसी क्या बात है जिससे चुपाने के लिए वो जिन्दगी भर का जुगा खेल रही है
03:46मंटो सर के लिए उसने वो मंगनी तोड़ दी जिस पर सारे घर वाले राजी थे
03:53और वो भी अल्मोस मानी के थी
03:56हताए कि उसने एक पल में दो खानदानों की दोस्ती
03:59मिकाल हजरत की उससे जुड़े सारे खाब
04:03और सिराज अमरे सरी जैसे बाप का खौफ भी पहला तरके रोल डाला
04:07तो अब क्या हो गया है यह नी सोचा आपने है यह नी सोचा आपको क्या लगता है
04:23मैं असके जुमले दौर आता हूँ पितिनों बैटके सोचते है कि इन बात असे क्या लगता
04:29कहने लगी कि लड़कें जादा वग घर में रहती हैं ना
04:37इसलिए घरवालों के दुख सुख जादा करीब से देखती है
04:40बाप की चुप देखकर दहल जाती है
04:43माँ को तड़पता हुआ देखें तो मासे जादा तड़प जाती है
04:47इसलिए फैसले लेती है और बदल लेती है
04:50महबबत करती है और किसी और की खुशी के लिए एक दिन फूँग डालती है
04:54फिर का मिलगा जवाब?
04:57मैं चुप राली कि ना बता ही है
05:01मिलने हैं गया जवाब?
05:04मिल गया
05:04टाइम पर लेक्ट्चर
05:09नो लेक्ट्चर टुड़े प्लीज
05:14मुझे माफ कर देना
05:18मैं मुझसे पढ़ायनी जाएगा
05:39जागरे एंपा?
05:57प्टाव, अलिए?
06:17प्टाव, अपक्डने, शामदा अब्बर?
06:24नहीं, अब्बर?
06:27सतर साल से इस खांदान के मरदों की जान गई है
06:35माई बैन ना कर सकी
06:38दुलहनों को अधजाज करने की अजाज़त ना मिली
06:42तो लगा जान देना सबसे बड़ी कुर्बानी है
06:47कोई समझाए नहीं
06:50कि जान लेने से जादा एक मास उसका बीटा चीन लेना ज़्यादा जान लेवा है
06:55किसी ने सोचा है नहीं
06:59कि जवानी में बेवा होने वाली दुल्हनों का पुरसा
07:02खंदानी वकार को मौत के घाट उतार देता है
07:05ये मैंने समझा है अबा
07:08इस लड़ाई को एक जीती जाकती लड़की के अर्मानों का खून चाहिए
07:14चुपो जाओ मैमिल
07:17चुपो जाओ
07:19नहीं अबाज आप सुनिये प्रीज
07:21एक आपकी बेटी कट मरेगी
07:24तो कितनी वाओं के दिल जवानी में मरने से बच जाएंगे
07:27जोली उठा उठा के दुआएं देंगे मुझे
07:30सची अबा
07:32जिनके दिल में हाँ होती है
07:43उनकी दिल से दुआ होती है
07:46तब आप बैठके आद करना
07:49एक थी मेहमल एक था मंटो
07:52लेकिन मंटो का भी इतना घम नहीं है अबा
07:57उसे जिन्दगी में कुछ नहीं मिला
08:01तो अब उसको खोदेनी की आदत हो गई है
08:06अब भी आपको लगता है खाना नहीं खाना चाहिए
08:13तो मैं बिना संजाएं यहां से चली जाती हूँ
08:16पर याद रखेगा
08:19अगर आप खाना नहीं खाएंगे
08:23तो बेटी के हलक से भी एक निवाला नहीं उत्राएगा
08:35रुको
08:36यहां मेलतो नहीं बैट कर खालोंगा
08:48डायनिंग में नहीं आऊँगा
08:50पन्यंगा
09:06खुरह आजने, आप तुम जाओ
09:22ठीक है, अब सुझाओ
09:28खाना वही कमरे में लगवा दीजाओ
09:31खा लें के
09:36कि वूदकि लिए, कि मोश। और दो।
09:52बाद शोच्टियों तुझे देयोई तरबियात पर फखर करो, या शरम से डूप कर मरचा?
10:22फखर करें ना फपो, इस हवेले पर औरतों की महरबानी हैं बहुत, आपने दो बेटें कुर्बान कर दिया, मैंने सौ आरजों को कुर्बान कर दिया, फिर भी ऐसा लगता आपसे पीछे रह गई हूं बहुत,
10:46सौ आरजों है दो बेटों से ज़्यादा खीमती नहीं होती, चने, हम भी कुछ खाते हैं,
11:00तो मत से आगे निकल गई,
11:20अब दुबारा कपड़े गंदेनी गाए, जाए, जाए,
11:39मुझे दिखाओ, अबबा है,
11:48कि अब जाए, वी कुछ चारी नहीं हो इचें में लाए .
12:03के लाए .
12:14मुझे ताना मिला बिटा जब से तू वापस आया है ने तेरे कम्रे में नहीं आया
12:26मुझसे देखा नहीं जाता
12:34मुझसे नहीं देखा जाता
12:44जेर जेसा मेटा वील जय्चेर पर पढ़ा है
12:48तू चलेगा जरूर चलेगा जरूर चलेगा
13:08आप रो स्या करें एंप ये बोलने लगेंदिगे
13:14मुझे माफ करते
13:24नफरत की जन तेरे सुहाद को खा गई
13:29ऐसा मत कहें
13:35अगर मुझसे निभाने में कोई गलती हुई है तो माफ करते मुझे
13:41तुने तुने वो किया है जो हम जैसे मर्द करें नहीं सकते हैं
13:46तुने निभा दिया बता दिया कि ऐसी होती है औरत
13:52अबब
13:54मैं चलूँगा
14:00चलूँगा
14:03तू चलेगा
14:07मेरे शेर सारी दुनिया देखेगी तुझे सबते हैं
14:12मैं चलूँगा
14:17चलूँगा
14:19छोचल
14:22चलूँगा
14:26वह शुजुँ दो जोदो एक चाना आउड है, बेस कीको था डॉसुजए नहीं कि जोड़ा है, पॉस्वला की नियुवराए बेस कीकी के चानिवाए, बंदो हो अपने?
14:52अब बामान गए है, वो सुला करे राजी हो गए
14:56इतनी हमत है सिराज अमरेशरी के अंदर
15:09यकीन नहीं आता
15:13अरे, अपनी आखों से देख कर आ रही हूं मैं
15:19आज मुन आले इसके कमरे में गए थे
15:20उसे गले से लगाया, फरजाना को प्यार किया
15:25को और कहा, नफरत की जंग तेरे सुहाग को खा गए
15:30माफ कर दे
15:32तो क्या मतलब है इसका?
15:46अबा मान गए
15:47बोला
16:02मैं विनियमीन के साथ उसकी शर्टों पर सुला करने के लिए तयार हूं
16:11एक शर्ट है उसकी, याद, याद
16:18अगर ये सुरा के लिए अपनी बेटी के खाब बेचने थे तो ये तो पहले भी हो सकता था, फिर आज क्यों?
16:30मैं तो बस वही कर रहूं मियासाब जो पहले बाप किया करते थे
16:36खून बहा में बेटी का रिष्टा दिया करते थे
16:41मुझे सुला के लिए हार जाना बुरा नहीं लगता, एक निस तरह हार जाना बहुत बुरा लग रहा है
16:48वो कमख्त मान गई है तो मैं क्या करूँ? वरना मैं तो सौत साल तक लड़ सकता था
16:55लड़ाई में सेंटिमेंट्स की यलगार हो तो तलवार उठाते हाथ काम पने लगते हैं
17:03अपनी जान दो सिराज, मिन्यमीन को बेटी ना दो
17:06आप कर लो बेटी से बात, मैंने कर ले और मैं उसकी दलील के सामने हार गया
17:14ये दलील कांसे आ गई भाई? मर्दों की लड़ाई में बेटी की दलील कौन मांगता है?
17:21आप से जो कहा है वो कर गुजरी अमिया साब
17:24क्योंकि मैं सिराज अम्रसरी हैं
17:30बाहोश और हवास इकरार करता हूँ
17:34कि इस लड़ाई में नसीबा के अंदर की मा और मेरे अंदर का बाप
17:42दोनों हार गए हैं
17:54मदिया
18:06मदिया
18:08मदिया
18:10अरे सुनो तो
18:12कहा हो तुम लोग
18:14मदिया
18:16जी अबाब
18:18शेरो मूह मिठा कर
18:22पकड़ो
18:26सिराज मान के
18:28क्या?
18:30कल परसों तक
18:34तुम्हारा बेटा भी रहा हो जाएगा
18:36सिराज ने हमारी सारी शर्ते माननी है
18:40मैं अग्रीमेंट साइन करने जा रहा हूँ
18:42यह लो
18:44शर्ते मताओ
18:46सिराज फरात को रहा करवाएगा
18:48सिराज को रहा करवाएगा
18:50हम शमरेस को छोड़ेंगा
18:52आट-दस दिन में महमल और फरात की शादी हो जाएगे
18:54कैसे?
18:56फरात की रहाई सिराज के हाथ में नहीं है
19:00सिराल हजरत के फ्तियार में है
19:02उसे कौन समझाएगा?
19:04महमल भी छोड़ दे और अपने बाप का खून भी माफ कर दे
19:07यह तो सिराज की जमेदारी है ना
19:09हमें तो फरात की रहाई चाहिए
19:11वही करेगा उससे बात
19:13कब?
19:14एक्रिमेंट से पहले
19:16एक्रिमेंट के बाद
19:40जी मियाजी
19:42कहा हो तुम?
19:44वहीं घर पे
19:46कंफ़टिबल हो तो बात कर लें हम
19:49जी जरूर
19:52अभी बिन्यमीन का फोन आया था
19:55एक नई बात की है उससे
19:59बताएए
20:02कहता है के
20:05फरात को माफ करना तुमारे इक्तियार में नहीं है
20:10माफ मिकाल हजरत करेंगे
20:14तुमने बात की है उससे?
20:20कर लोगा
20:22अग्रीमेंट से पहले के अग्रीमेंट के बाद
20:24पहले नहीं बाद में
20:26अग्रीमेंट के बाद
20:32पहले
20:34पहले नहीं बाद में
20:36मैं बात करूंगी हजरत से
20:38मनाओंगी उसको
20:40तुम क्यों बात करोगी?
20:42तेरे अबबा करेंगे ना?
20:44अबबा करेंगे तो नहीं मानेगा वो
20:46हाँ तो इसे करने दो ना बात
20:48यह अब कर लेगी सब कुछ
20:56शम्रेज वापस आएगा अमी साहबा
20:58यह मेरा बादा है आपसे
21:12करेंगें
21:16यह अब करेंगें
21:18करेंगें
21:20करेंगें
21:22जाएगें
21:24करेंगें
21:30सुरस्टोस्टोस ठीक कहते हैं
21:32मंतोसर आप जाएए उनके अवेली
21:34अथिजाज किएज़ और धरना दीजीए
21:36वहां
21:38बाहदुर तो आप हो गए है
21:40लेकिन भादुरी दिखाने का वक्त अब ही आया है
21:42आप दोनों मेरा मूँ क्या देख रहे हैं
21:50कुछ गलत का मैंने
21:53नो
21:54बात तो ठीक है मंटु साव
21:57जाई और दिखाई अपनी भादुरी
22:00मगर वो आखरी मुलाकात
22:04बाड में कई आखरी मुलाकात
22:07उसके गह देने से कोई मुलाकात भी आखरी नहीं हो जाती
22:10वैसे एक बात पर मैं भी हराम हूँ
22:12इसके अबबा मुझे मार क्यों नहीं देते
22:15मरने पर राजिया है तो पर डर किस बात का है
22:18दरता तो नहीं हूँ मैं
22:20बश्म है यह सोचता हूँ
22:23उसने ना मिलने का का है
22:25तो कभी ना मिलू उस
22:27इस तरह की मौबट पिछले जमानों में होती थी मंटो सर
22:29जमाने बदल गए हजरत
22:33मौबट नहीं बदली
22:35ट्रस्ट में
22:50ला इतना जलाना से रहिया
22:52लाइट तो जलेगी भाई सा
22:55रोश्णी के सफर में पहला कदम रख रहे हैं आप
23:00अफसुदा ना होए
23:06तारीख इस बात की कवा है
23:10कि मर्दों की जंग औरत की कुर्बानी पर खत्म होई है
23:15मेरे दो बेटों का कद्र
23:22इस हवेली की बुनियादों को हिला ना सका
23:25लेकिन एक बेटी के अर्मानों का खुन उचल कर
23:29सराज अमरसरी के दूदिया कपड़ों पर आगिरा है
23:34थोड़ा फरक है सुरिया
23:37तेरे बेटों का खुन हो गया था
23:42मेरी बेटी का खुन होने वाला है
23:45होने दी जी
23:47अगर एक बेटी के मर जाने से
23:50अमरसरीयो के बेटों की जान बच सकती है
23:53तो घबराए मत
23:55तारिख फिर एक बदनसीब लड़की का हवाला देकर आगे निकल जाएगी
24:01हम अवेली के ड्वाइन वों में मेहमल की ये बड़ी सी तस्वीर लगाएंगे
24:08आते जाते उसे देखा करेंगे
24:11और पुकार कर कहेंगे
24:13जी की रहो मेहमाल
24:15सहाब वो मंटो सहाब आये हैं
24:27बुला उने अंदर
24:28वो दर्वादे के सामने कुर्सी डाल कर बैठ गाएं
24:32और कह रहा हैं कि मैं यहीं बैठूंगा
24:34बोल
24:45वो
24:58आपको लगता है मैं चाही ने आया हूँ
25:08बनने से बहले कुछ आपीता है
25:11कौन मारेगा आपको
25:12आज तो मारने के लावा कोई और रास्ता नहीं है आपके पास
25:16क्या देखिए जान अतेली पर रखके आया हूँ
25:19लीजी यह वो आगे
25:22अभी मुझे मार के फ्री हो जाए ना तो चाहे इनको पिला दीजीगा
25:26असलाम अलेकूं
25:28माप कीजेगा आज मैं आपके अतराम में खड़ा नहीं हुआ
25:33आज बत्तबीजी का पूरा तहिया करके आया हूँ मैं
25:36आप ड्राइंग रूम में आये हैं
25:38वहां बैट के बात करते हैं
25:41जी नहीं
25:41ड्राइंग रूम की सारी मुलाकातें बेकार गई हैं
25:45अब बात यहीं होगी
25:47आप ऐसा करें पिस्तॉल लाइए
25:50यहां कनपटी पे रखके खोबड़ी उड़ा दें
25:52वरना मैमल अब इसके अंदर से निकलने वाली नहीं है
25:55आज मैं क्लास पढ़ाने गया तो स्टूनेंस ने पढ़ने से इनकार कर दी
26:04आप इनकी बात सुनेए
26:06जी नहीं
26:07आप मेरी बात सुनिये
26:08मैं तो आखरी आखरी बाते कर रहा हूँ
26:11इनकी मजबूरी है मन्टो साहब
26:13यह हार गए है
26:14लेकिन आज मैं जीतने आया हूँ
26:19आज जब मेरे मतने की इतला पहुचेगी
26:22तो स्टूडन्स प्राइड लेकर कहेंगे
26:24मन्टो इसार्टी चल
26:26एक मिनट मन्टो साहब
26:30एक मिनट मिस मैमल सिराज अमरत्शरी साहबा
26:32आपके यह मामला कॉंप्रोमाइस तै
26:35मेरे यहां महबत का
26:37और महबत किसी कॉंप्रोमाइस को नहीं मानती
26:40मसलिःत को भी नहीं मानते
26:43नहीं मानता
26:43मसलियत की कोक्सी तो दुनिया बर के गुना जनम लेते हैं
26:47आप बताएए
26:49किसी यॉर्पिन मुलक में हैं
26:51अमरीका में या खलीज में हैं
26:54मसलियत नाम का कोई बहाना है
26:55नई
26:57वहां सरफ एक असूल चलता है
26:59जिसने जर्म किया वो ही सजा पाएगा
27:02और क्राइम रेट देखिये वहां
27:04और यहां जहां मसलियत चलती है
27:08यहां जान लेकर गुंडे दंदनाते फिर रहे
27:11हमने सुला कर लिये मंटो सहब
27:13लेकिन मैंने नहीं की कोई सुला
27:15अल्ला अल्ला करके तो मुझे लड़ना है
27:17अब मैं पस्वा होकर बापिस नहीं जाओंगा
27:20जान जाएगी आपकी
27:22वही तो
27:23वो तो मैंने आते ही पेश कर दी
27:25बोल दिया कि जान ले लो
27:28मैं अमल ना लो मच
27:47मैं अल्ला लो मैंने तो एक बल के लिए लो आप सहाब
28:08आप तो सारी जिंदगी के लिए लो आपे लो नामे पर दस्तखत हो गया है
28:15मन्टो साब अब सुला से कोई फिर नहीं सकता है
28:19देखेंगे मैं आपका मैं बहुत एतराम करता हूँ
28:23शायद उतना जितना मैं मैं अमल करती है
28:27यह जिन आपका यह सुला नाम मेरे जूते की नौक पे
28:32शादी का दिन तैह हो गया है
28:38क्या करोगे आप
28:40आप सोचें कि मन्टो मैदान में लड़ने के लिए निकल गया है तो आप क्या करोगे अब
28:45आपके पास तो पिस्तॉल या गन भी नहीं
28:49क्या लड़े गया
28:50मोहबबत कोई पिस्तॉल और गनों से थोड़ी लड़ी जाती है
28:54यहां से लड़ूंगा और जीत कर दिखाओं
28:58नामुम्किन
29:00नामुम्किन से पहले मन्टो की मौत
29:04नामुम्किन नामुम्किन
29:10मन्टो साहब
29:12मन्टो साहब
29:14चलिये
29:16बहादरी का वक्त हाथम हो गया
29:18इसमारिया ले जाये इने
29:20मैंने जाओंगा
29:22जाना होगा
29:23महबूब की आपरू का ख्याल करते हैं
29:26लडाई जहां होगी वहाँ लड़िएगा
29:35ये तो हारेवे लशकर के सिपाही हैं
29:38इससे क्या लड़ना है
29:39चलिये
29:41एक बार उसको बला दीजे
29:46को नहीं आएगी
29:50उसे कोई आने भी नहीं देगा
29:53एक बात याद रखेगा
30:08सिराज अमरत सरी साथ
30:10आपके घर से आज तीसरी बार में खाली हाथ जा रहाँ
30:14अब अपनी महमान दरी का टंडोरेया ना पीटी एगा
30:19अपना पीटी एगा
30:23जडिये
30:26एन वन्मोर थिंग
30:29मैं जा रहा हूं
30:32इन मैं पस्पानी हुआ
30:34झाल
30:36झाल
30:37झाल
30:39आपके अपनर
30:45झाल
30:46झाल
30:48झाल
30:50झाल
30:51झाल
30:53झाल
30:56कर दो कर दो
31:26तीन बज़े का रखी है
31:28ओके सिर्फ
31:30येस
31:34जी
31:38बाकी काम बाद में कर ले
31:44जी जी
31:46वो मिस मैमल आई है
31:51उन्हें अंदर बेश दीजेगा
31:55अंदर वेश दीजेगा
31:57आप जायगूर।
32:27हाई
32:42हाई
32:43आखरी मुलाकात के लिए आई हैं
32:46एक आखरी मुलाकात आपने मंटो साब से भी कर ली
32:52वो माने नहीं तो आपने सोचा हजरत को तो मनाई लोंगी
32:57कि अे इती है
33:05यह जाय काफ्यूर।
33:07है काफ्यूर।
33:09काफ्यूर।
33:11काफ्यूर।
33:13काफे में जोएए
33:16सुने भांसी पाने वाले मुझरम से उसकी आखरी खाहिश पोचते हैं
33:29है ना
33:30जी
33:33मेरे केस में उल्टा है
33:38मैं अपने मक्तूल को बताने के लिए आई हूँ जहां उसने अपना खोन माफ कर दिया
33:41वहां एक महर्बानी और करते
33:44पूछेंगे नहीं क्या
33:53मैं अपने बाप का खून माफ नहीं करूँ गया
33:57रो नहीं मानेगा
34:08मान जाएगा
34:10मुहबत में आने वालों के अपने असूल होते ही
34:15फिर वो बचा कर कुछ नहीं रखते
34:19निकाल हजर्त के फोन का इंतजार करega वो बचा
34:27निकाल हजरत के फोन का इंतजार कर रहा हूं जैसे ही पता लगेगा कि वो मान गया है मैं दस्तखत कर दोगा
34:57कॉफे पीज़े खंडी हो जाएगी
35:27आपको इंकार कर दिये तो अब आपका सामना नहीं कर पा रहा हूं आप जाओगी तो पीलूगा
35:34मैं नहीं जाओगी
35:36मुझे यकीन है आप मेरी बात मान जाएंगा
35:41इंपॉसिबल
35:43मैं तो सबको लग रहा है कि पॉसिबल नहीं है
35:46लेकिन मुझ पागल का ख्याल है कि मैं महबत करने वालों को जानती हूं
35:51वो जब देने पर आएं तो अपनी जान भी दे देतें
35:56एक डील करते में
36:01आप जान ले लो मैं दे दूँ बाग
36:04आप जान देतोगे तो आपके पापा का बदला कौन लेगा
36:08सो जान समभाल कर रखी
36:13जान तो भी लेनी है आपने
36:16अपने पापा के कातल की
36:20मेरे भाई की
36:23और मेरा भाई मर गया तो मेरी मा भी मच जाएगी
36:28दीन तो हो गए नव
36:30फिर पता नहीं कौन कौन मरेगा
36:35आपने अपनी महबबत कुर्बान की तो किसी और की महबबत बचा ली
36:41सो मैंने सोचा
36:44मैं भी अपनी महबत खुर्बान करके लोगों की जिन्दगें बचा लूँ
36:48यह मेरे बस में नहीं है मैंब
36:52बाबा की लाइफ में मामा को भी तो हिस्सा है
36:55I know
36:56सो मैं मान भी जाओं तो वो क्यों मानेंगी
36:58मैं उनके आगे भी हाथ जोड लूँगी
37:00No
37:01फिर हम दोनों के इनकार का बोच उठा कर जाएंगी तो मूँ चुपाएंगी जाकर
37:05और फिर ये तो पता है कीजिए तीन महबतों का खुन करके तीन जिन्दगें बचा लेना
37:13जाइस भी है या नहीं
37:14आप नहीं मानोगी तो शादी की डेट पर मेरे भाई का जनाज़ा उठेगा
37:18मा मेरी दुख से मट जाएगी और मैं शरम से
37:21अगर इस तरह आपके अबबा की रूख को सवाब मिलता है तो ठीक है
37:26रूखे मैं छोड़ कर आता हूँ आपको
37:34No
37:37मुझा हारे हुए लोगों की तरह खेला ही जानी दीचे
38:07कर दो
Be the first to comment