00:00परदान मंत्री हैं एंथिनी एल्बनीज वो अमेरिका की यात्रा पर हैं और इस दौरान उनका कल वाइट हाउस में अमेरिकी रास्टपती ट्रम के साथ उन्हों ने एक एग्रीमेंट किया जो क्रिटिकल मिनरल एग्रीमेंट है जो कि रियर अर्थ मिनरल से संबंदित है और �
00:30है और जो खुल पूरी दुनिया की प्रोसेसिंग शमता है उसका नभbě Centers Princess
00:35Star Lake के पास अर्यू typical करता है इसे लड़ने के लिए अमेर का जो चाइना कि एर EPA
00:45ब्लैक मिलिंग शमता है निकोशेशन शमता है उससे लड़ने बचने के लिए तो अब वो क्या गर रहा है कि चाइना की वेकल्प के रूप में ग्रीन लेंड ऑस्टेलिया और भारत को तयार करने की कोशिश कर रहा है
00:59नमस्कार दोस्तों आज बात करेंगे एक बहुत ही इंपोर्टेंट डेवलपमेंट पर और वो डेवलपमेंट यह है कि चीन का मुकाबला करने के लिए उस्टेलिया करेगा यूएस की मदद तो आखिर किस विशेप पर करेगा किन मुद्दों पर वो मदद करने वाला है जिस
01:29अगरा ठापे हैं और इस दौरान उनका कल वाइट हाउस में अमिर्किया रास्तपती ट्रम के साथ उन्होंने एक एग्रिमेंट किया जो कि क्रिटिकल मिनरल एग्रिमेंट है जो कि रेयर अर्थ मिनरल से सम्बंदित है और जिसको लेकर चीन लगातार अमेर्का को परिशान
01:59और विशलिशन करके समझने कुषिश करते हैं कि आखिर ये बुद्दा क्या है तो देखिए इन जैसा कि आपको पता है कि जो रेर अर्थ मिनरल्स होते हैं
02:08इनका प्रमगरूप से जो प्रियोग है वो है इस जो रेर अर्थ मिनरल है इसकी कुल उत्पादन का सतर परसेंट चाइना में होता है
02:38और जो कुल पूरी दुनिया की प्रोसेसिंग शमता है उसका 90 परसेंट अकेला चाइना के पास और अमेरिका इसका बहुत बड़ा बायर है
02:47हाला कि अमेरिका सेकंड सबसे बड़ा उत्पादक भी है लेकिन बायर भी है तो होता गया है चाइना अपने रियर अर्थ मिनरल को लेकर अमेरिका के साथ एक बड़ी निकोशियेशन पावर रखता है उसे ब्लैक्मिल करता
03:17करता है कि जो rare earth minerals हैं इनकी कीमतों को कम
03:22जादा करता रहता है फिर वो इसके लावा rare earth minerals में
03:26से कुछ जो जरूरी minerals होते हैं उनकी supply रोग देता है
03:30किसी कम जरूरी की supply बढ़ा देता है तो इस तरह से वो करता
03:34है इसके लावा एक्स por बैंड भी लगाता रहता है तो
03:37तो उसके पास एक बड़ी negotiation पावर बनी रहती है, जिसके गरण आपको याद होगा, लंबे समय तक Trump चाइना पर टेरे भी नहीं लगा पाय थे, क्योंकि उनके पास चाइना की इस रियर अर्थ मिनरल टेकनिक से लड़ने के लिए कोई भी हतियार नहीं था, तो अब अमेरका क
04:07के रूप में Greenland, Australia और भारत को तयार करने की कोशिश कर रहा है, और इन देशों में रेयर अर्थ मिनरल को खोजने, इससे जोड़े शोध करने, इसकी प्रोसेसिंग शमता को बढ़ाने में, निवेश करने में रुची दिखा रहा है, दूसरा अभी क्या है, पूरी दुनिय
04:37और अस्टेलिया, Greenland वगरा हैं, उत्पादन करने हैं, तो उनकी प्रोसेसिंग शमता को भी बढ़ाया जा सके, इसके अलावा जो रियर अर्थ मिनरल से जुड़े R&D है, यानि रिसर्च और डवलपमेंट हैं, उनकी शमताओं में भी वो निवेश कर रहा है, इसके अलाव
05:07मिनरल के शेत्र में करने का विचार किया है, प्लान किया हुगा, अब अगर हम बात करें, भारत की स्थितिकी है, तो भारत रियर अर्थ मिनरल की उत्पादन में, भंडारंड में पांचवा देश है, और भारत दुनिया के 1-2% रियर अर्थ मिनरल का उत्पादन करता है, भ
05:37के इस तरह से अजिए ने बात कर्या तो रियर अर्थ मिन्रल के शेत्र में दूसरा सबसे बड़ा बंडारनवाला कंप्री यह तीसरा सबसे बड़ा उतपादक है चीन और यूएस के बाद और ऑस्टेलिया अपनी रियर अर्थ मिन्रल की शमताँ प्रोसेसिंग शमताओं को भ
06:07फिर ऑस्टेलिया के पास तो निश्चित मौका है अगर भारत ऑस्टेलिया और ग्रीन लैंड में रियर अर्थ मिनरल की उत्पादन बढ़ेगा इनकी प्रोसेसिंग शमता बढ़ेगी तो जो चाइना की ब्लैक मिलिंग शमता है निगोशेशन शमता है वो भी लिम्टेड हो�
06:37तो आगे भी इससे जोड़े हुए जो भी डवलप्मेंट आएंगे उस पर मैं वीडियो बना दूंगा धन्यवाद
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