00:00चोटी लड़की और चुडिया
00:01एक दफा का जिक्र है एक छोट गाउं में
00:06आयरा नाम की एक प्यारी सी लड़की रहती थी
00:10हर चस्सी आयरा अपने बाग में फूलों को सैराब करती और खुशगवार गीत गाती
00:16एक दिन जब वो आम के दरख्त के नीचे खेल रही थी
00:21तो उसने एक हलकी सी चहचाहट सुनी
00:24उसके बाजू को चोट लगी थी
00:27ओ नहीं गरीब परिंदा
00:30आयरा ने आहिस्ता से कहा
00:32उसने एहतियात से चडिया को उठाया और घर ले गई
00:37उसे चावल के चंद दाने दिये
00:39और एक आराम दे छोटे से डब्बे में रख दिया
00:43चडिया बहतर होने लगी
00:45जब भी आयरा करीब आती
00:47वो खुशी से चहचाहती
00:49एक सुभा चडिया अपने पर फैला कर खिड़की से बाहर उड़ गई
00:54लेकिन जाने से पहले उसने आयरा के सर पर तीन बार चक्कर लगाया
00:59जैसे कह रही हो
01:01शुक्रिया प्यारे दोस्त
01:03उस दिन से हर सुभा जब आयरा अपने बाग में आती
01:07तो वो ही नन्नी चिडिया उसके पास आती
01:10ये उसके कंधे पर बैठता
01:12उसके लिए गाता और उसके गिर्द रक्स की तरहां उरता
01:16इनकी दोस्ती बाख का दिल बन गई
01:19एक महरबान छोटी लड़की और एक छोटे परिंदे के दर्मियान
01:24दोस्ती, महबबत और देख भाल से भरी हुई थी