00:00सारा और प्यासा कव्वा
00:30जुका लिया ये ठका हुआ दिखाई दे रहा था और अपनी चौच को यूँ खोलता रहा जैसे कह रहा हो पानी प्लीज सारा ने इधर उदर देखा और पार्क के फवारे के पास मिट्टी का एक घड़ा बैठा हुआ देखा जब उसने अंदर जहांका तो उसे नीचे से सिर
01:00हम पानी को उचा कैसे हासिल कर सकते हैं ताके मेरा नया दोस्ट पी सके फिर उसे फूलों के रास्ते में बिखरे हमवार कॉंकर याद आए चलो कुछ आजमाते हैं उसमें कहा सारा ने आहिस्ता से कॉंकरियां इकठी की और उन्हें घड़े में गिराने लगी प्लंक प्लंक
01:30होता चला गया आखिर कवे ने अपनी चौंच डुबो दी और खुशी से पी गया यह एक खुशगवार शुक्रिया की तरह लग रहा था सारा ने मुस्कुरा कर तालियां बजाएं हमने यह किया
01:47तीन
02:17कि नीची क्यों रहता है को आसो जिजकना सो मुझे कुछ ना आता है
02:27तम चलाया हले निकाला केंके रुठाया पानी को पाला एक एक के करके लखेडे में डाला
02:47पानी और आक जाए को वा खुशी से काए क्या सो तुझ दिल दी भी बहलाए
02:55पानी और पानी और पानी ओपर तो आया है को वा खुशी खुशी खुशी गून के बीड़ा है