Delhi NCR में Green Crackers को मिली परमिशन! SC ने क्या कहा? सुप्रीम कोर्ट ने पटाखों के उपयोग पर एक 'संतुलित दृष्टिकोण' अपनाते हुए महत्वपूर्ण फैसला सुनाया है, जानें पूरी रिपोर्ट। दिल्ली-एनसीआर के निवासियों के लिए एक बड़ी खबर है! सुप्रीम कोर्ट ने ग्रीन पटाखों के उपयोग की अनुमति देकर दिवाली और अन्य त्योहारों की रौनक लौटा दी है। जस्टिस बीआर गवई की अध्यक्षता वाली पीठ ने पर्यावरण संरक्षण और जनभावनाओं के बीच सामंजस्य स्थापित करते हुए यह ऐतिहासिक आदेश दिया है। अब 18 से 21 नवंबर तक शाम 6 बजे से रात 10 बजे तक और सुबह 6 बजे से 7 बजे तक ग्रीन पटाखे जलाए जा सकेंगे। About the Story: The Supreme Court has allowed the use of green crackers in Delhi-NCR, bringing relief to residents. This decision, focusing on a balanced approach between environmental protection and public sentiment, sets specific timings for bursting green crackers from November 18-21. E-commerce sales of crackers are banned, and police will ensure only QR-coded green crackers are sold. The ruling emphasizes sustainable solutions for festive celebrations.
Justice Ajay Rastogi कौन हैं? 2 IPS के साथ करेंगे 'करूर भगदड़' CBI जांच की मॉनिटरिंग :: https://hindi.oneindia.com/news/india/who-is-justice-ajay-rastogi-monitor-probe-karur-stampede-cbi-investigation-with-2-ips-officers-news-1407223.html?ref=DMDesc
Karur Stamped अब CBI के हवाले! सुप्रीम कोर्ट ने दिए सीधे आदेश, मद्रास हाईकोर्ट के जजों पर क्यों भड़का SC? :: https://hindi.oneindia.com/news/india/karur-stamped-cbi-probe-supreme-court-raps-madras-high-court-rebuke-news-in-hindi-1407205.html?ref=DMDesc
दिल्ली में पटाखों वाली दिवाली को सुप्रीम कोर्ट की हरी झंडी! 5 दिन चलेंगे सिर्फ ग्रीन क्रैकर्स, क्या है नए नियम :: https://hindi.oneindia.com/news/india/delhi-ncr-supreme-court-diwali-2025-green-crackers-allowed-trial-basis-all-details-in-hindi-1405785.html?ref=DMDesc
00:06हमस्कार मेरिचा पराशर और आप देख रहे हैं वन इंडिया हिंदी
00:09दिल्ली एंसियार के लिए बड़ी खबर है
00:11सुप्रिम कोट ने दिली NCR में पटाकों को लेकर एक महतोपुर्ण फैसला सुनाया है जिसमें ग्रीन पटाकों के उपयों की अनुमती दे दी गई है
00:19यह आदेश जस्टिस बियार गवई की अध्यक्षता वाली पीछ द्वारा किया गया जिसमें पर्यावरन संडक्षन और जन भावनाओं को बीच एक संतुलित दिरिष्टिकोन अपनाने पर जोल दिया गया
00:29यह सिर्फ एक कारूनी आदेश नहीं है बलकि परंपरा और प्रगती के बीच एक सामंजस्य स्थापत करने के दिशा में एक बड़ा कदम है
00:36पटाकों पर सुप्रीम कोट का नया आदेश क्या है खास?
00:40सुप्रीम कोट ने अपने आदेश में ग्रीन पटाकों को शर्तों के साथ जलाने की अनुमती दी है
00:45यह चूट 18 ओक्टूबर से 21 ओक्टूबर तक प्रभावी रहेगी
00:48इसका मतलब यह है कि दिली NCR के लोग कुछ खास दिनों में ग्रीन पटाकों का अनंद ले सकेंगे
00:53लेकिन उन्हें कुछ नियमों का भी पालन करना होगा
00:56यह फैसला उन लाखों लोगे के लिए राहत लेकर आया है
00:59जो दिवाली और अन्य तेवारों पर पटाकों के बिना खुशियों को अधूरा मानते थे
01:03समय सीमा और नियम
01:05समय सीमा क्या है सबसे पहले यह जानते है
01:07ग्रीन पटाकों को जलाने का समय शाम 6 बजे से रात 10 बजे तक
01:11और सुबह 6 बजे से सुबह 7 बजे तक सिमित रहेगा
01:14यह नियम बायू प्रदूशन को नियंदरित करने और नागरिकों को ध्वनी प्रदूशन से बचाने के लिए बनाया गया है
01:19यह कदम अवैद पटाकों की बिक्री पर अंकुष लगाने और ग्रीन पटाकों के वी नियम को सुरक्षित करने के लिए उठाया गया है
01:32पुलिस गश्ती दल पुलिस अधिकारी विशेश गश्ती दल गठित करेंगे जो यह सुनेशित करेंगे कि केवल QR कोड वाले ग्रीन पटाके ही बेचे जाए
01:40नियमो का उलंगन करने वालों के खिलाफ सक्त कारवाई की जाएगी संतुलित द्रिष्टिकूण की अवश्यक्ता
01:45मुख्य नियाधिश ने अपने बयान में कहा कि उन्होंने सॉलिसिटर जनरल के सुझाओ पर विचार किया है
01:50उन्होंने ये भी स्विकार किया कि उद्योग जगत की अपनी चंताय है और पारंपरिक पटाकों की तसकरी से पर्यावरन को ज्यादा नुकसान होता है
01:58नियायले ने कहा हमें एक संतुलित द्रिष्टिकूण अपनाना होगा
02:01ये बयान इस बात पर जोर देता है कि पर्यावरन संरक्षन जितना महतोपुण है उतना ही महतोपुण आर्थिक स्थिर्ता और जनभावनाओ का सम्मान भी है
02:10ग्रीन पटाकों का सकरात्मक प्रभाव
02:12पिछले 6 वर्षों में ग्रीन पटाकों के आने के बाद प्रदुशन के स्तर में काफी कमी आई है। इसमें NER या नि नेशनल एंवर्मेंटल इंजुनियरिंग रिसर्च इंस्टिटूट का भी एहम योगदान रहा है जुसने परियावरण के अनुकूल पटाकों के विकास म
02:42अब यह हम परियावरण के प्रती अपनी जिम्मेदारी भी याद दिलाएगा। अब यह हम पर निर्फर करता है कि हम इस संतुलन को कैसे बनाए रखते हैं। अब इस ख़बर में इतना ही। लेकिन सुप्रिम कोट के इस फैसले से आप कितने एकसाइटेड हैं, खुश हैं
Be the first to comment