गूगल की पैरेंट कंपनी अल्फाबेट ने भारत के दक्षिणी राज्य आंध्र प्रदेश में 15 अरब डॉलर का निवेश कर अपना सबसे बड़ा AI डेटा हब बनाने की घोषणा की है। यह हब विशाखापत्तनम बंदरगाह शहर में बनाया जाएगा और गूगल के वैश्विक AI नेटवर्क का हिस्सा होगा, जो वर्तमान में 12 देशों में फैला हुआ है। गूगल क्लाउड के सीईओ थॉमस कुरियन ने दिल्ली में एक कार्यक्रम के दौरान बताया कि यह अमेरिका के बाहर दुनिया में हमारा सबसे बड़ा AI हब होगा, जिसमें हम निवेश करने जा रहे हैं। यह निवेश अगले पांच वर्षों में पूरा किया जाएगा। यह घोषणा ऐसे समय में आई है जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अमेरिकी कंपनियों से घरेलू निवेश को प्राथमिकता देने की अपील कर रहे हैं। इसके बावजूद गूगल ने भारत को वैश्विक AI केंद्र के तौर पर चुना है।
00:00डॉनल्ड ट्रम्प की अपील के बावजूद गूगल ने भारत को अपना सबसे बड़ा AI डेटा हब बनाने का फैसला किया है
00:05विशाका पटनम में बनने वाला ये हब कम डेटा लागत तेजी से बढ़ते इंटरनेट यूजर्स और रणनीतिक जगें होने की वज़े से चुना गया है
00:12लेकिन इस निवेश के साथ परिया वरण पर भारी दबाव, उर्जा, खपत, जल संसादन और इस्थानी जलवायू का भी खत्रा जुड़ा है
00:20क्या ये भारत के डिजिटल भविश्य को नई उचाए देगा या इसकी टीमत बड़ी होगी
00:24तमस्कार मैं हूँ आसिफ इकबाल और आप देख रहे हैं One India
00:27गूगल की पैरेंट कंपनी अल्फाबेट ने भारत के दक्षणी राज जोयांद प्रदेश में 15 अरब डॉलर का निवेश कर अपना सबसे बड़ा AI डेटा हब बनाने की गोशना की है
00:44ये हब विशाका पत्नम बंदरगा शहर में बनाया जाएगा और गूगल के वेश्विक AI नेटवर्क का हिस्सा होगा जो वर्तमान में 12 देशों में फैला हुआ है
00:52गूगल क्लाउड के CEO टॉमस कुरियन नी दिल्ली में कारिकरम के दोरान बताया कि अमेरिका के बाहर दुनिया में हमारा सबसे बड़ा AI हब होगा जिसमें हम निवेश करने जा रहे हैं
01:02ये निवेश अगले पांच वर्षों में पूरा किया जाएगा ये घोशना ऐसे समय में आई है जब अमेर्की राश्टपती डॉनल्ड ट्रम अमेर्की कंपनियों से घरिवली निवेश को प्रात्यमिक्ता देने की अपील कर रहे हैं
01:12इसके बावजूद गूगल ने भारत को वैश्विक AI केंदर के तौर पर चुना है
01:16भारत कम लागत वाले डेटा और तेजी से बड़ते इंटेंडर्ट प्योग करताओं की वज़य से
01:20AI और क्लाउड सिवाओं के लिए एक प्रमुख वैश्विक गंतव्य बन गया है
01:23अल्फाबेट के CEO सुंदर पिचाई ने कहा है कि ये सुविदा हमारे उद्योग अगरणी टकनीक को
01:28भारत के वैवसायों और यूजर्स तक महुचाएगी जिससे देश भर में AI नवाचार और आर्थिक विकास को गती मिलेगी
01:36आनप्रदेश सरकार के मुदाबिक से परियोजना को आखरी शक्ल देने के लिए मंगलवार को अपचारिक समझोते पर अस्ताक्षर किये जाएंगे
01:42राज्य के प्राद्योगे की मंतरी नारा लोकेश ने कहा कि हमारे राज्य के डिजिटल भविष्य नवाचार और वैश्विक पहचान के लिए एक एतिहासिक छलांग है
01:51श्रली अब आपको बताते हैं कि AI डेटा हब क्या होता है और कैसे काम करता है
01:54AI डेटा हब एक स्टोरेज सुविधा है जहां बड़े पैमाने पर डेटा एकटा प्रोसेस और मैनेज किया जाता है ताकि AI और मशीन लर्निंग मॉडल इसका उपयोग कर सकें
02:03डेटा संग्रे भंडारन प्रोसेसिंग AI मॉडल ट्रेनिंग और AI सिवाओं के वित्रण के सभी चरण इसी हब में होते हैं
02:10AI डेटा हब में संभीधन शील और व्यक्तिकट डेटा होता है अगर सुरक्षा मानकों का पालन नहीं हुआ तो ये डेटा गलत इस्तिमाल या चोरी का शिकार हो सकता है
02:19फिशेचग्यों का कहना है कि डेटा इंक्रिप्शन, सख्त एक्सेस कंट्रोल और रेगुलर आडिट जैसी सुरक्षा उपाए बहत जरूरी है
02:26भले ही निवेश के साब से ये सौधा भारत के लिए बेहतर अफसर लेकर आएगा लेकिन इसके कुछ नुकसान भी है
02:31गूगल के कुछ AI डेटा सेंटर निवेश प्रस्तावों को कई देश ठुकरा चुके हैं
02:37आइरलेंड ने बिजली की आपूर्ती और परयावरण पर बुरे असर को देखते हुए
02:40गूगल का ये प्रस्ताव ठुकरा दिया था जबकि मलेशिया में जोहोर राज्यों ने भी इसी वज़े से गूगल के इस हब को लगाने से मना कर दिया था
02:48चलिए अब AI डेटा हब के बारे में बात करते हैं इसका बुरा असर परयावरण पर कैसे पढ़ता है
02:52उर्जा की बड़ी खपद
02:54डेटा सेंटर 24 इंटु 7 चलता है और इसमें हजारों सर्वर काम करते हैं इसके लिए बहुत ज़ादा बिजली की जरुवत होती है
03:00अगर बिजली फॉसिल फ्यूल आधारित सरोष से आती है तो ये कारवन उत्सरजन और ग्लोबल वार्मिंग बढ़ा सकता है
03:06मिसाल के तौर पर एक जी डवलू के डेटा सेंटर को चलाने के लिए कई हजार घरों की जितनी बिजली चाहिए होती है
03:12सरवरों और कूलिंग सिस्टम को ठंडा रखने के लिए बहुत सारा पानी इस्तिमाल होता है
03:18ये स्थानी जल सुरोतों पर दबाव डाल सकता है और पानी की कमी वाले लाकों में समस्या पैदा कर सकता है
03:23भूमी और प्राकृतिक आवास पर प्रभाव
03:26बड़े डेटा सेंटर के लिए हजारों एकर जमीन की जरुवत होती है इस्ते स्थानी जंगल, खेती की जमीन या प्राकृतिक आवास प्रभावित हो सकते है
03:33गर्मी और परिया वरणी प्रभाव
03:35डेटा सेंटर से निकलने वाली गर्म हवा इस्थानी वातावरण को प्रभावित कर सकती है यह इस्थानी तापमान में व्रिद्धी और माइक्रो क्लाइमिट परिवर्तन का कारण मन सकता है
03:43पुरानी मशीने और सर्वर समय के साथ बदलते हैं गर इन्हें सई तरीके से न निप्टाया जाए तो टॉक्सिक रसायन और भारी धातुएं मिट्टी और पानी को नुकसान पहुचा सकती है
03:54फिलहाल गूगल के AI डेटा हब अमेरका, कैनेडा, सिंगापूर, थाइलेंड, आइवान, ब्राजील, चुली, कतर, इजराइल और रदक्शन अफ्रीका में मौझूद है
04:00भारत का हब अमेरका के बाहर सबसे बड़ा होगा और ये वैश्विक AI नेटवर्क में एहम भूमिका निभाएगा
04:06अब बात करते हैं कि गूगल ने भारत को अपना सबसे बड़ा AI डेटा हब बनाने के लिए क्यों चुना है
04:11तो वज़े साफ है
04:12भारत में इंटरनेट और डेटा की कीमतें अमेरका या यूरप की चुलना में काफी कम है
04:17AI और क्लाउड सिवाओं के लिए बड़ी मातरा में डेटा की जुरुत होती है
04:21कम लागत में डेटा प्रोसेस करना कंपनियों के लिए फायदे मन्द है
04:24तेजी से बढ़ते इंटरनेट यूजर्स
04:26भारत में एक बिलियन से ज़्यादा मूबाइल और इंटरनेट यूजर्स है
04:29इसका मतलब है कि गूगल के AI मॉडल के लिए बड़ा और विविद डेटा सेट मोहिया कराना है
04:34ये डेटा AI मॉडल को ज़्यादा सटीक और स्मार्ट बनाने में मदद करता है
04:38बारत एशिया में ऐसी जगे हैं जो से एशिया, मदपूर्व और अफरीका तक सेवाएं फ़लाने के लिए आदर्श बनाता है
04:45विशाका पतनम मंदरगा शहर का स्थान समुदरी और लॉजिस्टिक कनेक्टिविटी के लिए भी उपियुक्त है
04:51सरकारी प्रोटसान और निवेश अनुकूलता
04:53आन प्रोदेश सरकार ने रियायती जमीन, विजली और निवेश प्रोटसान प्रदान किया है
04:58सरकार की योजना 2029 तक 6 GW डेटा सेंटर शमता विक्सित करने की है
05:02निवेशकों के लिए ये एक आकर्शक और सुरक्षित माहौल बनाता है
05:06भारत में पहले से ही डेटा सेंटर और क्लाउड के नेटवर्क तेजी से बढ़ रहे हैं
05:12अब देखना ये होगा कि ये परियोजना भारत के डिजिटल भविश को कितनी उचाई देती है
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