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  • 2 days ago
In Nand Episode 97, the drama takes a new twist as long-held secrets come to light, intensifying the already fragile dynamics within the family. The tension between the characters reaches new heights as hidden truths create rifts, and loyalties are put to the test. Who will stand by who, and who will betray their own?

With emotional confrontations, unexpected revelations, and the ever-present struggle for power and respect, this episode is packed with the suspense and drama that fans of Nand have come to expect.

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Nand

Nand Episode 97

Episode 97

Pakistani Drama

Family Drama

Suspense Drama

Emotional Drama

Family Secrets

Power Struggles

Urdu Drama

Must Watch Drama

Latest Episode 2025

Drama Series
Transcript
00:00नहींतो जलाल तो आई बला को ढखालतो
00:05व्युकर अल्ला को ढखा उगई
00:13जलाल तो आई बला को ढखालतो
00:25इसको साल जिन्दगी की दफा कर दे अल्ला मिया
00:29आसर से उता आदे सकुमरी आफ तामा
00:59खुदा करेगे इस सब एक राउना खाब हो
01:08मेरी आँख कुले और तुम अचानक मेरे सामने आजाओ
01:15वापस आज़ो राभी दुआ कुले कर वापस आज़ो
01:29घर जायदात कारोबार के किसी भी मौमले में
01:50कोई फर्दिवाहित कुछ भी बेचने तुफ़ा दिने
01:53या किसी भी गिसम की तब्दीली करने का मजास नहीं होगा
01:57साथ्य भेहमद, हसन एहमद और गौहर एहमद
02:01आपस में मश्वरे और इक दुसरे के राजी नामें से ही
02:05कोई कड़म उठाएंगे या रद्दो बदल करवा सकेंगे
02:09तीनों में से किसी एक के भी राजी ना होने पर
02:13कोई भी कारवाई नहीं की जा सकेगे
02:16झाल
02:46लेखती हूं न यह क्या बिगाड़ती है मेरा ज़रा मेरे सामने तो आए इसका अंगला दबा दूगी मैं
03:07बस बस बहुत हो गया और ड़र लिया मैंने अप में ड़रने वाली में
03:16कब तक मैं इस कमरे में बंद रहूंगी हाथ तो लगा के दिखाए मुझे आए जड़ा सामने आज ये नहीं या मैं नहीं
03:25शेहनाज शेहनाज शेहनाज बीजी बीजी एक अच्छी से चाह बना दो मुझे शेहनाज
03:45शेहनाज शेहनाज शेहनाज आई बीजी नाश्ता लगाओ मेरा को
03:52शेहनाज शेहनाज बना दो मुझे शेहनाज शेहनाज श्यारा इसने शेहनाज
04:01उसला देखिया तो, जी उच्छ विच्छ विच्छ
04:31मैंने तो, शैनास को आवाज दी थी, तो मैं थोड़ी है
04:49आप इस तरह घूर क्यों नहीं है मुझे
04:55जाओ यहां से, मैं कोई तुमसे न , ड़ती नहीं है ना ?
05:00है ना ?
05:01है नहीं ड़ती नहीं और बात सुर मेरा दमाग में खराप करता है
05:05मैं बुरा आप्ण कर तुम करदें।
05:07आप मुझे से ऐसे बात मत करें
05:09क्यों भाई ? क्या समझती हो तुम अपने आपको
05:12मेरे जो दिल में आएका मैं वही करूंगी, तुम कौन होती हो, मैं फिर कह रहे हूं, खामोश हो जाए, मेरे दुमाग खराब मत करे, मैं वह आपसे लड़ना नहीं चाहती, तुम क्या लड़ोगी, अरे तुम्हारे जैसे हजारों को मैंने ठिकाने लगा दिया है, पता हूँ
05:42गला बबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबब�
06:12आपी.
06:15डबाएगे भी आप.
06:16पागल हो गई है?
06:17आपी.
06:18क्या हुआ है?
06:19मैं आपी.
06:21मैं मुझे भारा रहा है.
06:22आपी.
06:25खाबौश हो जाए आप.
06:26आप्लाद अपाई थी, ये जाए अन के भारे थी.
06:31जूट बोल रही है उञे.
06:36जान से बारना चाह री थी अम्मी को
06:38और अब ग्रामी करी है यह औरत
06:40हसन आप खड़े ही तेरे क्या रहे हैं
06:42गुल तुम अप्टी को
06:43कमरे में जाओ यही कहेंगे ना
06:45नहीं, बस बहुत हो ग्यासन
06:47अपनी बहन को उठाएं और जाकर
06:49पागल खाने में दाफिल करवाएं थे
06:50यह यहाँ नहीं रहेगी
06:52बस सद्गुल, खमोश हो जाओ
06:53तुम चुप कर और भीच में मत बोलो
06:55गुल
06:56तुम्हें यहीं चाहते हैं ना
06:58यहीं चाहते हैं ना कि अपनी की जान यहले जान के मार जाएं ने
07:01तो बचा लो अपनी अपनी को
07:02कोई जगा कोई घर में यह जहां यह रह सके
07:04नहीं, यह यहां मेरी मज़ी से रह रह रहे हैं
07:07और यहीं रहेंगी है
07:08नहीं माँ आंटी इसी घर में रहेंगी हसन
07:10लेकिन आप भी भी कहीं ने जाएंगी
07:12मैं पहले भी कह चुकी और आज आखनी बार कह रही हूं फैसला करने हसन
07:20इस घर में या तुम मैं रोंगी या आपकी पागल बहर
07:23चले आंदी
07:40आव पता हुष
08:10खुदा की मार पढ़े इस ओरत पर हाथ पहे टोट जाना करके भूगी प्यास ही मर चाही ओरत इच्छे ही पढ़ गए मेरी मां की जानके
08:25तो क्या चाहती है
08:27अरे मेरे दले में इतना दर्द हो रहा है
08:31अगर आज तो ना आती ना तो मुझे तो रग़ रहा था कि मैं में जैसे मारी गई
08:38मेरी आखो क्या गया अंधेरा आगया था ऐसा लगा पदसे तो इसे मेरी जान में टांगों से लिकल रही है
08:48आज तो मैं छोड़ूगी नहीं से रुक जा
08:51भार मिठा खत्म कर इस मंधूज किस्से को मेरी बात सुने
09:01साफिब अगर आज गोहर को पागल खाने बेचते हैं न तो ठीक है
09:07अगर नहीं तो गुल्टुख मेरी बात समझ ले
09:11मैं और तू इस घर मेरे रहने वाले नहीं है
09:14हम चले जाएंगे यहां से
09:16सबज़ा गई तेरे
09:17तो सली रखो माँ
09:19हम कहीं नहीं जाएंगे
09:21चाहेगी तो वो चाहेगी इस घर से
09:23आज मैं हसन से फैसला करवा कर ही रोंगे
09:26इस घर में या वो रहेगी या हम
09:29अगर करे से मेरे उसको
09:46करे नहीं हाएंगे
09:49अग्यू तोर मैं करे दो कर कक्रणा
10:16क्या हुआ, तो लोग मुझे ऐसे क्यों देख रहा है, मैंने कुछ किया है क्या है, आपको कुछ याद नहीं किया, नहीं, क्या हुआ, मैं वहाँ जमीन पे कैसे थी,
10:46मैं तो मेहाँ छोग एजा, मैं आईपको मार रहे थी याEM.
10:51क्या मैं नहीं, मुझे कुछ यहाँ। önemli, मगर महाँ यहाँ सो रही थी, मैं वहाँ पैसे और मिली आजने को मा,
11:07अपिर थैरे वहाया, आपिर ब South Uma दो चोड़े अपने और याघ्रामय बंग रेंगे
11:12अरामसे भाई और जो कुछ आपी करी है वो
11:17मैं कुछ नहीं कर रही हूँ, कुछ नहीं कर रही हूँ
11:21मेरा दिमाग मेरे कावो में नहीं है, मेरा दिमाग मेरे कावो में मुझे कुछ आती रहता है
11:26मैं क्या कर रही हूँ, कप कर रही हूँ, कैसे कर रही हूँ
11:28कुछ पदा नहीं, मुझे में ठीक नहीं
11:30मुझे, मुझे डॉक्टर के बास लेचलो, मुझे लेचलो, मुझे लेचलो
11:35मैं अपके लिए मुष्यमत बद कही हूँ, क्या हुँ
11:38अच्छा, इसी कोई बात नहीं है, हम आपको लेचलेंगे, इसी कोई बात नहीं है
11:41रिलाक्स करें, पहले आप रिलाक्स करें, हम आपको ले जाएंगे, ये मुत करें, बिल्कुल ठीक है आप, अराम से, पानी लाओ आपी के लिए, जाओ,
12:06कैसे सबर आ सकता है बाबी?
12:11खुद को बहुत समादने की कोशिश करता हूँ, दूआ की आवाजे, राबी की बाते मेरे कानों में गुंच दे हैं, जब तक जंदा हूँ, इस अजियत का बुंच, अपने दिलों दिमाग पर, कंदों पर उठा कर चलना पड़ेगा मुझे,
12:36कब कब मर जाता मैं, शायद उमर की वज़ा से जिन्दा हूँ,
12:44जी भावी, जरूर, आपके जूबी परोसी हूँ, आरहे हैं उनके आद, बुआ का और अभी का समान भेज़ दे, तो दोनों तो नहीं आ सके लिकें, उनकी आखरी निशानिया ही आ जाएं,
13:08जी, ठीक है, कल की फ्लाइट से आ रहे हैं तो उनकी डीटेल्स आप मुझे भेज़ दो,
13:19अब बेफिकर हो जाएं, जब तक उनके लिए कोई अपार्ट मेडिया घर नहीं मिल जाता, और रह सकते हैं यहां पर, नहीं भाबे कोई इशू नहीं,
13:37मैं कुछ न कुछ अरेंज कर लूँगा, कोई मसला नहीं है, बाफिस,
13:45जो बाते समझाने हैं बिलकुल वैसे ही करना, ए, रुको जरा, किस तरह से तुम्हें मुझे अवाब तो,
14:11यह क्या तरीक है मुझे रोपने का, क्या कह रही थी तुम मीचन, हब जरा मेरे सामने भी तो बोलो, ठीक ही तो कहा था,
14:20जब इनकी जान को खत्रा है ये जानती तो क्यों रह रही है याँ पर
14:24मेरे लिए रह रहे हैं और तुम होती को ना
14:27तुम्हारा खा रही है तुम्हारे घर में रह रही है
14:30जितना तुम्हारा और तुम्हारे शोहर का ये घर है उतना मेरा और हसन का भी ये घर है
14:35अपनी जबान को काबू में रखो और आंदा हम से उलजने की कोशिश मत करना
14:42आप में हार दालोगी तो जल जाओगी
14:46मुझे तुम्हारी मधंक्या सो कोई फार्थ नहीं दो
14:48सही और गलत लोगों के मूँ पर बात करने की हमत रखती
14:53रही बात गोहरा पे की तो उन्होंने खुद हसन और साकिप से खाया क्यूंकि हाले ठीकने उनको होस्पिटर ने जाए
15:01क्योंकि अपने गुस्ते पर काभू नहीं रख सकते जूट बोलती है जूटी सारा ड्राम है बिल कुछ थीच है गौरत वे बेव कुछ बनाया है वह उसने सब कर अब बेव कुछ बना के एक टांग पर नचा रही है
15:20हब नाचे कि वह पागल खाने है हसल लेकर गहें अनों से रापस कभी नहीं ने करांगे
15:50सबसे कहले तो आप लोग रिलक्स हो जाएं अरे आपने कि टेंशन में क्या हुआ है क्या हुआ कुछ भी ठीक नहीं है डॉक्रस ताब हम अच्छे के उमीद से आपी को घर ले गएते लेकिन आपी को कंट्रोल नहीं है खुद पर हाँ सुबह सुबह आपी ने मेरी इसास प
16:20हाँ आपी इंकार ना करें मैंने अपनी आँखों से देखाएं एब में इसे बात करने थी दॉक्सा पर में उट से आराम से बात करी थी अगर बोंड़ने लेगी मुझे और ने लेगी जान से मानने की दुम्किया दी मुझे मुझे नहीं रोपती रही कि दिखें मुझसे �
16:50मैं शाद पागल हो गई थी मुझे पता ही नहीं लगा कि अपर सुबह तो आप कहनी थी कि यार मिल तर देखें
17:01मिल बात बहुत से सुबह आप बिल्कुल ठीक है डॉप साथ हसल
17:10मैं भाईयों ऐसे नहीं लेक सकती मेरी जए से इनों किस्तरा आप मेरी हुट इस तरह इस दुप होग एंट करे दूप साथ इन की जिन्देगी में खुश ही है जाती हो फर मैं इनकी परेशानी बंदी जारे ही हूँ डोर्ट आपस मुझे दोर सोग्यख आप शुबह तर ले �
17:40आप मेरी बात तो मानें ने, प्लीज, स्टाफ, इनको बहाँ देशो, आएए
17:47लोक साब हम चाहते हैं कि हमारी बेहन, देखिये, आपके सिस्टरों ने उपर पहले हासाथ के बाद, ये इतनी टेजी से रिकवर किया
18:10मैं समझता हूँ कि ये खुदरत का एक मुझसा है, आम तो है पेशन्ट अपनी जली रिकवर नहीं करते हैं, वहाँ बहुत हिम्मत वाली है, वह सब ठीक है डॉक्साब, लेकिन जो कुछ आपी नहाच किया वो काबल बरताश नहीं है, यार आपने अपने देखने का, अपने स
18:40सकता है, ये भी तो हो सकता है, वो उनके बारे में चूट बोल रहे हैं, मैं डॉक्टर हूँ, मैंने बेश्मार पेशन्ट का ट्रिट्मेंट किया है, मैं अपने पेशन्य कंडिशन के बहुत अच्छी तरह समझते हैं, और जिस वख गवर भी प्लास्टिक सर्जिरी हुई ह
19:10दाराल, देखिए, इस वख उनकी कंडिशन है नहीं है कि उनको एड्मू किया जाए, अंगरता है मैं कुछ दावाइं चेंज कर दिये तो, आप उनको वक्त पर दें, मैं समझता हूँ कि उनके इंदा इंपूर्में ठोट, चीक है?
19:28मैं पहले भी कह चुके हूँ, और आज आखरी बार कह रही हूँ, फैसला कर ले हसन, इस घर में या तुम मैं रोंगी, या आपकी पागल बहन को
19:43मैंने जो कहा है, मैं उसी पर काइम होगी, आपसे इस पाशा हूँ
19:57कि आपको हमारा खुशियों से भरावा घर चाहिए, आपने बहन के यही सा भरकते बर्दाश करकर जनी हो लाएँ
20:04सोया है नसीवारवा, ऐसी है जुदाईवे
20:27कि आपको हमारा खुशियों से लाएँ
20:34कि आपको हमारा खुशियों से लाएँ
20:39कि आपको हमारा खुशियों से लाएँ
20:46कि आपको हमारा खुशियों से लाएँ
20:50झाल झाल
21:20बाबा
21:30उटके बेटा
21:32नाश्ता बना दू
21:35बाबा
21:38आज बसे कर पे नाश्ता नहीं करना हूँ
21:41क्यों
21:42तिल बहुत कब्रा रहा है
21:48बाबा
21:54क्या प्लीज थोड़ी तर विजब के साथ भाहर ले जा सकते हैं
21:58और भी पर नाश्ता कर लेंगे
22:02ठीक है तो चेंज कर क्या
22:04क्या हूँ
22:05और भी थोड़ी थोड़ी दिद्द कर क्या हूँ
22:10कि दोगे सुलेका, जई खो दाया.
22:40यह वापस आपर लेकिन कैसे है असन कहा है
22:55जी सहाब जी गोहर बीबी ने उनने बहुत रोकने की कोशिश की बहुत माना किया मगर नाइमा बीबी अच्छे ठीक है
23:09आप जाए जी सहाब जी
23:12इसे गवाई लेनी की क्या दरोथी
23:19अमी ने अफशा के साथ जो कुछ भी किया था
23:23उस लोग भी तो गवाई इनी से ली गई थी
23:27पिर फिंपी थी नाइमा अंटी और घोल भी थे
23:30अभी जो कुछ भी डॉक्टर ने आप भी के बारे में का तुम उसे नजर अंदाज नहीं कर सकते हैं समया
23:35तो क्या करूँ नहीं मानटी को घर से निकाल दो
23:40मैं हर्किस भी ये नहीं कहना चाहरा है
23:43मैं भस ये चाहता हूँ कि तुम नहीं मानटी को समझाओ
23:46कि कुछ वक्त के लिए उनका अकेला आपी से आमना सामना ना हो बस
23:50देखो अगर इस वक्त डॉक्टर आपी को एड्मिट करना बेतर समझ दो
23:57तो मैं कभी उने ना रोमादा
23:59लेकिन मैं किसी भी हाल में
24:02अपनी भेंट को इस घर से निकाल कि क्या दुबारा फुट पाते पागलों की तरह फिनने दे सब को
24:08क्या तुम ये चाहोगे
24:10नहीं असल
24:12मैं जानता हूँ तुम भी हमारी आपी से उतना ही प्याद करते हूँ
24:16फिर आपी इस हालत में है और अब अम्मी इस दुनिया में नहीं है
24:26तो और मुझे और तुमें मिलकर इन हालाग का सामना करते है
24:30बाग समझदारी से और हिम्मत से
24:42कि आपी आपना ख्याल रखा करें
24:52अपी आपना ख्याल रखा करें
24:54प्लीज
24:56चले अब जिल्दी से मेडिसन खालें
25:03थीक आदो में पुझे अपना ख्याल अटना चाहते है
25:12मैं थक गई हूँ थक गई हूँ मैं आप भी क्या हुआ है आपको पता नहीं मैं एक लामा कुछ सोचती हूँ और दूसरी जब में वह बात भूल जाती हूँ
25:27मैं क्या करती हूँ क्या कहती हूँ मुझे कुछ भी याद ने रहता अफ्शा तुम तुम मेरे साथ रहा करो
25:39खdockा परो मेरा अगर तुम्हें ऐसे लगे कि मैं कुछ खलत करने वाली हूँ तुम मिझे रोका करो संझाया करो बताया करो
25:47आप यह बिल्कुल ठीक है, अब अपने जहन पर मत सवार करें, कि आप नहीं ठीक है?
25:53अब आप दवाई लेंगे, आप बिल्कुल ठीक हो जाए.
25:56मैं किसी को नुकसान नहीं पहुचाना चाहती, ना तुम्हें, ना गुल्रुख को, और नहीं मालती, किसी को भी नहीं, आप भी भूल जाएं जो कुछ हुआ, अब बस हमेशा यह सोचा करें, कि आप बिल्कुल ठीक है, आपको कुछ नहीं हुआ, उमार आएगा ना, आप बह
26:26उसके बदीचे, को शीश की जीवे कुछ तराप सुचाना
26:56मुझे बात मत करें आपस, अपनी बहन को हॉस्पिटल छोड़ कर आने के बजाए, अपने यहां बापस ले आए, अलाराम से बैठो हो मेरी पूरी बात सुचाना
27:23मुझे कोई बात नहीं सुनी हज़र्ट
27:26मैं यही सोच कर लेकर किया था, डॉक्टर सैटमिट करने का भी कहा था मना
27:30हाँ तो डॉक्टर ने यही कहा होगा ना, कि आपकी बहन बिल्कुल ठीक है यह इने, इलाज की ज़रूरत नहीं, घर वापिस ले जा, ताके वो मेरी अम्मी की जान ले सके
27:37है कौन यह डॉक्टर, मुझे तो मिलवाएं सरा उस ते, वह उनसे मिलने की कुई ज़रूरत नहीं है, सिर्फ आटी से इतना काओ कि आपी के सामने ना है, उससे ना उलजी, जो कुछ हुआ, आप उसके बावजू कह रहे हैं कि मैं अमनी को समझाओ, कि वो उनके सामने ना ह
28:07कि मैं आपकी बहन को एक और मौका दो, ताकि वो दुबारा मेरी अम्मी पर हमला कर सके, कुछ ऐसा कुछ नहीं होगा, अगर मगर कुछ भी नहीं है, मैं कोई भी रिस्क लेने के लिए तयार नहीं है, मेरी अम्मी मेही मेरी जान है, अगर उन्हें कुछ भी हुआ, तो इस �
28:37मैंने जो कहा है, मैं उसी पर काइम होगी, आप सो इसके, कि आपको हमारा खुशियों से भरावा घर चाहिए, कि आपके दहन के यही सा भरकते बर्दाश करकर जनीनों लाएगे
29:07मेरी अम्मी मेही मेरी जान है, अगर उन्हें कुछ भी हुआ, तो इस थर से एक लाश नहीं, बलके दो लाश होगी
29:20दो भी दो, बलके तीन लाश होगी, अम्मी की मेरे और हमारे होने वाले बच्चे के लिए
29:37मेरे लिए बेहतर नहीं होगा कि मैं आप जस्पात से नहीं, अकल से काम लोगा
29:44सोच समझ कर कदम उठाओ, अगर हसन और साकुप दोनों उच्छ से उखड़ गए, तो यहां नहीं रहने देगे
29:56पहर मैं क्या करूंगी, कहां जाओंगी
30:00जिस तरह जहांगीर के मामे में ठंडी और मीठी रहकर उमर को उसके पास भीजा, कि अब उमर ही उसका पेला वार्ज है, सब कुछ उसी के मैं तो होना है
30:22उसी तरह यह को उसी तरह यहां रहकर इस नईमा का जिनारा करूंगी
30:29और जिस जिसको मुच्छ से मसला है, इसके दिए मैं मसला दो जाओंगी
30:38इसके प्रशाए के जिसके थाओंगी
30:39रहे है जिसके जिसके जिसके खेज़ता बिया आई यह जोई ज़ाओंगी
30:43कि गुल किया होगी है तुमें हासन को टॉर्चर करने के बजाए तुम अपना से पकड़ कर बैठ लिए
31:08सुना कर तुम आई हूं से अमा और क्या करूं मैं ओफ ओफ हर वक्स सुनाना नहीं पड़ता है कभी कुछ करना भी पड़ता है लेकर तो बहुत जोश में गया था उससे हज़र्ट वापिस आया तो खुद बागल हो चुका है कह रहा था कि अपने अमा से कहना कि आप इसे द�
31:38बात सुन तो अभी कह दी थी ना कि वह बापिस आया है तो बागल सा लग रहा है अस इसी बात का हमें फाइदा उठा ले यही वाक्त है हम चुप चाप यहां से निकल जाते हैं जब हमें वो यहां नहीं देखेगा ना तो बिल्कुल पागल दीवाना हो जाएगा और अगर
32:08किसे उसके गम मरा जा रहा था वो निजान पर पास तो उसका पच्चा है वो तुझे कभी भी गवाना नहीं चाहेगा तो देख तो सही तेरे पीचे कैसे दीवाना होता है और अगर वो ही बाते दुबारा दोहराई गे तो देख मेरी बात सुन गुल यह जो गहर है ना यह
32:38तो अच्छी तरीके से जानती है कि तो मेरा पीछा नहीं छोड़ी
32:44फिर मैं अपनी जान क्यूं कवाओं भई
32:47बात सुन
32:48मैंने लाब इसके लिए कुछ और ही सोचाए
32:52क्या
33:08तो को कि जिन्दकियों में आभी बहुत बड़े-बड़े मसले होते हैं
33:29हमारे साथ भी हैं
33:32लेकिन अगर हम चाहे तो ये
33:35मसले हम मिलकर हल कर सकते हैं
33:38ठीक करे हम
33:41में बिलकर इस मुश्केलवद का सामने करना चाहिए
33:44आपी
33:49आंटी और गुल्दुख वह अपने भू कुछ किया यह
33:51मैं यह कुछ नी किया मैंने कुछ ने किया
33:53मैं तो उनसे माफी मांने गई थी लेकिन वो दोना अपने कर्मों में नहीं नहीं
33:56दλά alleen को तैसने किषिता है, बड़ो एक है मैंने कुछ नी किया
34:01ऊपी एक है, स्मय पताई आप्ने कुछ नी क्या कोई लेक लाट
34:05जिए है बड़ाँ स्लन।
34:12मैरनान मेरी देख किया शक्राइव
34:18कॉल आ रही है उसकी, हमें मत बाप करना, यह माप, अगर मैं उठाऊँगी ने तो उससे अपने शर्ते कैसे बताऊँगी, बात सुन, तरह सबत कर, उसको बिन पानी के मच्छी की तरह पने दे, उसकी आखरी साह से भी राजाएंगी ना, तब भी तू बात नहीं करें, अलाक
34:48चुप करके यह खा, मुझे नहीं खाना, पहले तू मुझे बात बताओ, तू किस कदर बेसबरी और उताबली लड़की है भई, अब ही हम सीधा यह से जाएंगे, उसके बाद,
35:18कपल भी नहीं उठा रहे हैं, यहीं चाहते थे ना आप लोग, मिल गी अब सुकून, क्यों इतने जजबाती हो रहे हो सकता है, क्या, क्या हो सकता है, सिवाया इसके के मेरी जिन्दगी दुबारा बरबादो, और कुछ नहीं हो सकता,
35:48देखो असन, मैं तुम से कह चुकी हूँ, कि मैंने कुछ नहीं किया है, बस आपी,
35:58हमेशे की तरह आप यही कहेंगी, कि आपने कुछ नहीं किया, सफायां मत दे, खुदा के यह मुझे मेरे हाल पे छोड़ दें आप लोग,
36:10अन्य कहां चलेंगे यु लोग,
36:11हेलो आएंटी, असलाम अलेकम, कहा है आप लोग?
36:17हसन, बुन एमर्जेंसी में है,
36:20बहुत तबियत खराब हुई है, उसके,
36:23हाँ, डॉक्टर देख रहे हैं हुसे,
36:25तुम बिटा आजाओ,
36:27एमर्जेंसी, कहां, कौन से आप अस्पिटल में है,
36:30वो में,
36:31क्या असल, मैं के साथ चलती हूँ,
36:39कोई दूर एक नहीं,
36:40शो करिया,
36:44चूट, सफेज चूट,
36:46चूटी मकार और पे,
36:49देखा तुम ने,
36:52देखा, मुझ में डाल गाता सब चूच,
37:01क्या असल, मुझ में,
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