मेलोनी के नए विधेयक के मुताबिक, देशभर के सार्वजनिक स्थानों, स्कूलों, विश्वविद्यालयों, दुकानों और दफ्तरों में किसी भी शख्स को चेहरा पूरी तरह ढकने वाले कपड़े पहनने की इजाजत नहीं होगी।बुर्का, जो सिर से लेकर पैर तक पूरे शरीर को ढकता है और आंखों पर जालीदार परदा होता है. और नकाब, जिसमें केवल आंखें खुली रहती हैं, दोनों इस प्रतिबंध की श्रेणी में आएंगे। कानून तोड़ने वालों पर करीब ₹31,000 रुपये से लेकर करीब 3 लाख रुपये तक का जुर्माना लगाया जा सकता है। इसके साथ ही, यह विधेयक कौमार्य परीक्षण जैसी प्रथाओं को अपराध घोषित करता है और जबरन या धार्मिक दबाव में की गई शादियों के खिलाफ सख्त सज़ाओं का प्रस्ताव रखता है। विधेयक में कहा गया है कि ऐसे अपराधों के लिए चार से दस साल तक की जेल की सज़ा दी जा सकेगी।
00:00यॉरप में इसलामी पहचान और धार्मे का अजादी को लेकर बहस एक बार फिर तेज हो गई है। पुर्धान मंतरी जॉर्जिया मैलूनी की सत्ता रूड पार्टी विदर्ज और इटली ने एक नया विधियक पेश किया है जिसमें मुस्लिम महिलाओं के पहने जाने वाले �
00:30मैलूनी के नय विधियक के मताबिक देशभर के सारजनिक स्थानों, स्कूलों, विश्विद्यालेओं, दुकानों और दफ्तरों में किसी भी शक्स को चेहरा पूरी तरह ढखने वाले कपड़े पहनने की जाज़त नहीं होगी। बुर्का जो सिर से लेकर पैर तक पूरे �
01:00जर्माना लगाया जाएगा। इसके साथ ही विधियक कौमारे परिक्षन जैसी प्रथाओं को अपराद घोशित करता है और जबरन या धार्मिक दबाव में की गई शादियों के खिलाफ सखत सजाओं का प्रस्ताओ रखता है। विधियक में कहा गया है कि ऐसे अपरादों
01:30बिनियामी ने कहा है कि इस कदम का मकसद इटली को हर तरह के उगरवाद और असमान समाच के निर्मार की कोशिशों से बचाना है। उन्होंने कहा हमारी पार्टी किसी धर्म के खिलाफ नहीं है लेकिन हम इटली के सम्विधान और पस्चमी लोगतांतरिक मूल्यों की हिफा
02:00पर कठोर सजा देगा। इटली में शरिया कानून नहीं बलकि तावली सम्विधान चलेगा।
02:30से फंड लेते हैं जिन्हें राज्य सुरक्षा और स्वतंतरता विरोधी विचारों का प्रचारक माना गया है। साथ ही उन सभी धार्मिक संगटनों के लिए नए वित्य पारदर्शिता नियम लागू होंगे जिनका इटली सरकार से कोई आपचारिक समझाता नहीं है। व
03:00के मताबिक ये तादाद करीब 20 लाग है जिनमें जदतर विदेशी कामगार है और उनके परिवार हैं। ध्यान देने वाली बात ये है कि इटली में पहले से ही 1975 का का कानून लागू है जो साबजनिक इस्थानों पर चेहरे को पूरी तरह ढखने पर परतिबंद लगाता है
03:30प्रांस यॉरप का पहला देश था जिसने 2011 में साबजनिक इस्थानों पर बुर्के पर पूर्ण परतिबंद लगाया था। इसके बाद बेलजियम, डैनमार्क, स्विट्जर लेंड, आस्ट्रिया, ट्यूनिशिया, तुर्की और शिरंका जैसे देशों ने भी इस तरह के
04:00प्रांत की रक्षा के लिए उचित हैं।
04:30तेरे को ढखने वाले कपड़ों पर पाबंदी लगी है। इनमें कजाखस्तान, ताजिकस्तान, कर्गस्तान, कैमरून, ट्यूनिशा जैसे देश भी शामिल है।
05:00और नकाब पर, कानूनी तौर पर पूर्ण प्रतिबंद लागू होगा। लेकिन एक सवाल फिर उठखड़ा होगा, क्या महिलाओं की आजादी की रक्षा का मतलब उन्हें ये बताना है कि वो क्या पहने और क्या नहीं। फिलाल के लिए इतना ही देखते रहें वन इंडि
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