00:46This group of 40 people have been working in the city in the city.
00:53Today we are going to know about these people.
01:16We are going to know about these people.
01:23We are going to know about these people.
01:28We have seen that the trees were cut in the indoor route.
01:33We are going to know about these trees.
01:39What did you be听 about?
01:45How did you find this tree?
01:47We work together with the trees.
01:50As we have children.
01:53We will have tribine最後 or together with the trees.
01:57We are creatingyrusland wa SHUX.
02:00We are in residents تريسando 30-40 몇 Exit are on our feet.
02:05प्रियावरान प्रेमी परिवार बस एक नाम भर नहीं है यह अपने आप में परियावरान और इस प्रकरती के लिए कंटमेंट है हर एक आदमी की पेड़ों के लिए गजब की दिवानगी है यह सबी लोग अपने अपने शेत्र में बड़े-बड़े पदों पर कार रथ हैं �
02:35सबसे जरूरी कामों में से एक है अब तक साथ हजार से अधिक पेड़ लगा चुके हैं और तीन सो से अधिक प्राचीन पोधों को सुरक्षित शिफ्ट कर चुके हैं
02:46और विगत रिटार्ड होने के बाद उन्वर्सिटी सहर में जगे जगे पे पोधों कार ओपन करते हैं एवं उसमें हर अभिवार को उसकी निली गुड़े का काई भी करते हैं सीचे वगरा भी करते हैं
03:00हम पोधे लगाते हैं और पानी देना और एक बार हमारी टीम ने एक मटका लिया था और उसके पीछे छेत करके उसमें पानी डाला था ताकि एक सबता तक उनको पानी मिलता रहे बिना किसी दिक्कत के
03:20हम ऐसे प्रयावरान प्रेमी परिवार में डॉक्टर, बैंक कर्मी, शिक्षक, व्यापारी, वन विभाग के रिटायर कर्मियों के साथ बिजनिसमेन और छात्र जोड़े हुए हैं
03:39ये सबी हर रविवार को पेड़ों को बचाने के साथ साथ नए पेड़ों को लगाने का कार करते हैं
03:45इसके अलावा जो पेड़ पहले लगा हैं उनकी मानिटरिंग और देखरे करते हैं
03:50इस काम में जो भी खर्च आता है उसके लिए लोग आपस में राशी एक्तिरित करते हैं
Be the first to comment