अफ़ग़ानिस्तान के विदेश मंत्री मावलवी आमिर ख़ान मुत्तक़ी ने पाकिस्तान को सख्त चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि अफ़ग़ानों की हिम्मत की परीक्षा नहीं ली जानी चाहिए। अगर कोई ऐसा करना चाहता है, तो उसे सोवियत संघ, अमेरिका और NATO से पूछना चाहिए। FM Muttaqi ने स्पष्ट किया कि सीमा के पास हुए हमलों को वे गलत और अस्वीकार्य मानते हैं। अफ़ग़ानिस्तान में 40 साल बाद शांति और तरक्की है, और कोई इसे नुकसान नहीं पहुँचा सकता। उन्होंने कहा कि अफ़ग़ानिस्तान स्वतंत्र है और भारत-पाकिस्तान के साथ बेहतर रिश्ते चाहता है, लेकिन यह एकतरफ़ा नहीं हो सकता।
00:00सरहदी अलाकों में जो हमारे दूर दराज अलाके हैं वहाँ पे कुछ अटेक हुआ हैं हम उसके मुझमत करता है
00:17हम पाकिस्तान हकुमत का ये काम एक बड़ा गलती समझता है और इससे मसायल हल नहीं हो सकता है
00:26हम जैसे हिंदुस्तान के साथ अच्छा तालुका चाहता है पाकिस्तान के साथ भी अच्छा तालुका चाहता है
00:32लेकिन ये तालुका दोनों तरफ से हो सकता है एक तरफ से तो नहीं हो सकता है
00:38एक बार अंग्रेज से पुछे, फिर स्योट यूनिन से पुछे, फिर अमरिका से पुछे, फिर नाटो से पुछे, थाकि वो आपको तुला सा समझ, समझ, समझाए, कि भाई अफगानस्तान के साथ ऐसक खेल करना ये अच्छा नहीं है, हम तो यहां पेती, तो हम ने भी सुन
01:08रपूर्ट दिया कि काबल में एक आवास सुनाया, तो रात बर उसके जो तलाश हुआ, अभी तक कोई नुखसान का कोई खबर नहीं आया है, और ये भी पता नहीं चला कि ये आवास क्या चिसके थे, क्या हुदर कोई मादनियात में काम करने वालों ने कुछ चिज़ों को
01:38सरहदी आलाकों में जो हमारे दूर दराज आलाके हैं, वहां पे कुछ अटेक हुआ है, हम उसके मुझमत करता है, और हम पाकिस्तान हुकाम एक बड़ा गलती समझता है, और इससे मसायल हल नहीं हो सकता है, अफगानिस्तान का तारीख गवा है,
02:08कि ऐससे मसायल जोर से हल नहीं किया सकता है, तपाहूम और मुझमत का दरोजा हम नहीं कुलाए, तपाहूम होना चाहिए, और जो मुझमत जिसम मालिक के अंदर है, वो अपना मुझमत खुद हल करे, जब आलाह ताला ने चालीस साल के बाद अफगानिस्तान को अमन दिया,
02:38किया, इस पर कम्यती नहीं होना चाहिए, अफगानिस्तान भी इस खिते के एक अजाद मुलक है, जब उधर अमन आया है, तो फिर लोग उनको क्यों तकलिफ है, यह अफगानिस्तान का लोग भी हकदार है, इनसान है, मुस्लमान है, बशर है, ताकि इसी चार सालों में जो स
03:08वो में बेहतरी हाया है, उसको और भी परोग देना चाहिए, अफगानिस्तान में अमन और तरकी,
03:15ये सारे खिते के खेर में है अफगानिस्तान आपको पता है कि इस खिते में वो इतिसाल और और ट्रांजिट और इक्तिसाद का एक मरकज बन सकता है ये ये जोगराफिया ऐसा है कि सिंट्रल एशिया और जुनुबी आशिया के दर्मयान ये बेहतरीन निजदीक रास्ते है व
03:45जैसे हिंदोस्तान के साथ अच्छा तालुका चाहता है पाकिस्तान के साथ भी अच्छा तालुका चाहता है लेकिन ये तालुका दोनों तरफ से हो सकता है एक तरफ से तो नहीं हो सकता है इसलिए हमारा खौहश ये है कि ऐसे गलती को तक्रार नहीं करना चाहिए अफगान
04:15अगर लोग करता है तो वो एक बार अंग्रेज से पुछे फिर स्योट यूनिन से पुछे पिर अमरिका से पुछे पिर नाटो से पुछे था कि वो आपको तुड़ा सा समझ समझाए कि भाई अफगानिस्तान के साथ ऐसक खेल करना ये अच्छा नहीं है
04:39अफगानिस्तान का लोग अफगानिस्तान का हुकोमात अफगानिस्तान का जो मुझूद सियासत है वो मतवाजिन सियासत है वो सुल्हामे सियासत है वो बिरादरी चाहता है हम इक्तिसादी रवाबिच चाहता है हम डिपलमाटिक रवाबिच चाहता है जब डिपलमाटिक र�
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