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Ever heard of a man who sold the Taj Mahal three times? What about the Red Fort, Rashtrapati Bhavan, and even the Indian Parliament House? This is the unbelievable true story of Natwarlal, India's greatest conman.

Dive deep into the life of Mithilesh Kumar Srivastava, the man who became a legend. In this Hindi crime documentary, we uncover how a boy from a small village in Bihar became the nation's most notorious fraudster. We'll explore his mastery of forgery and disguise, his audacious scams against India's biggest industrialists, and the legendary tales of selling national monuments.

Discover the secrets behind his incredible prison escapes – 9 successful breakouts, including one at age 84 from a wheelchair! And finally, we'll unravel his ultimate con: the mystery of his own death, with two different death dates leaving everyone guessing.

Was he a criminal mastermind or a Robin Hood-like folk hero? Join us for the complete, mind-boggling story of Natwarlal.

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Transcript
00:00यार, OLX पे क्या बेचा है तुमने?
00:05ओल्ड फोन, बाइक, मैंने एक बार अपना पुराना हेड़ फोन बेचा था, 200 रुपर मिले थे, बड़ी अचीमेंट थी मेरे लिए, लेकिन इंडिया में एक बंदा था, जिसने सेल्स की दुनिया में अलग ही लेवल का सीन सेट कर रखा था, उसने बेचा ताज महल, एक बा
00:35उसने पार्लेमेंट हाउस ऑफ इंडिया भी बेच दिया, वो भी अंदर बैटे 545 MPs के साथ, पता नहीं,
00:45बाइवन पार्लेमेंट, गेट 545 MPs फ्री वाला कोई ओफर चल रहा था या नहीं उस टाइम पे,
00:51वेलकम टू दा अनबिलिवेबल स्टोरी ओफ इंडिया जग्रेटेस्ट कॉन मैं, एक ऐसा नाम जो अलग धगी और धोखे का प्रायवाइच्छी बन चुका है,
01:03दा वन एंड ओनली नटवरलाल, तो नमस्कार दोस्तों और स्वागत आपका Rare Crime Cases of the World के एक नई एपिसोड में,
01:10तो ये नटवरलाल था कौन? असली नाम था मिथलेश कुमार स्रिवास्तवा, बिहार के सिवान डिस्टिक के एक छोटे से गाओ भांगरा में 1912 में पैदा हुआ था,
01:23फादर एक स्टेशन मास्टर थे, मतलब लाइफ सेट थी, आखिरकार गॉर्मेंट जॉब 1912 के अंदर जिस टाइम पे अंग्रेज इंडिया पे कबजा का रखा था तो अच्छी खाजी कंडिशन थी, आराम से सरकारी नौकरी भी मिल जाती, आखिरकार उस टाइम पे गॉर
01:53अपने बैंक ड्राफ्ट जमा करने के लिए दिये, मितले इस ने ड्राफ्ट देखा, सिगनेचर देखा और उसके दिमाग में 32 ही जल गई, उसको रियालाइज हुआ कि वो किसी का भी सिगनेचर परफेक्टली कॉपी कर सकता है, भाई ने सोचा टैलेंट है तो दिखाना त
02:23जैसे ही पडोसी को पता चला, मितले इस गायब हो चुका तो जब तक, सीधा कलकत्ता पहुँच गया, उन पैसों से, ये उसकी पहली कमाई थी, और उसने डिसाइड कर लिया कि अब यही करना है मुझे, कलकत्ता जाकर भाई ने बी कॉम में एड्मिशन ले लिया, सोचो फ
02:53बाद तीन चीजों का डेडली कॉम्बिनेशन था उसके पास, एक, मास्टर फोरजरी, वो डॉक्टर राजेंदर परसाद से लेकर धीरु भाई अंबानी तक, किसी का भी सिगनेचर ऐसे कॉपी करता था, जिसे देखकर एक्सपर्ट भी चौक जाए, दूसरा, परफेक्ट
03:23psychological manipulation, उसकी बातों में इतना जादू था, इतना चार्म था कि लोग खुद अपनी जेव से पैसे निकाल कर दे देते थे, he was a thought criminal, दिमाग से खेलता था, हत्यारों से नहीं, और इनी हत्यारों से उसने इंडिया के बड़े-बड़े industrialist को चूना लगाया, टाटा, बिरला, धी
03:53उसके तरीके इतने sophisticated नहीं थे, police records के मताबिक वो prostitutes के पास जाता, उन्हें नशीली शराप पिलाता, और उनके पैसे और गहने लेकर भाग जाता, बट उसने जल्दी ही realize हो गया कि ये तरीके बहुत जादा risky हैं और crude हैं, उसने सोचा कि अपने level का काम नहीं आये, और फिर
04:23में उसने bank को 6.5 lakh रुपीज का चूना लगाया, कैसे? अपने station master father से मिली railway freight industry की knowledge का use करके, उसने railway system को ही manipulate कर दिया, ये आम चोरी नहीं थी, ये एक system को hack करना था,
04:44but his biggest scam are the stuff of legends, वही ताजमेल वाली बात, scene क्या था, कि वो government officer बन के rich foreign tourist को पकड़ता था, उन्हें कहता था कि देखो जी, government को पैसे चाहिए, इसलिए हम ये historical monument secretly बेच रहे हैं, आपके लिए special prize है, और लोग मान जाते, क्योंकि उसके पास ऐसी forged government documents होते थे, कि कि किसी को शक ही �
05:14अब सच कहें तो इसका कोई solid proof है ही नहीं, कोई victim सामने आया ही नहीं, बट ये कहानिया इतनी famous हो गई कि नतवर लाल एक common chore से एक myth, एक legend बन गया, उसने लाल किला बेचा, राष्टपती भवन बेचा, और Parliament House of the India भी बेच डाला, समझ रहे हो, उस बंदे में कितना talent था, अ�
05:44आठ इस्टेट की police उसके पीछे पड़ी हुई थी, तोटल मिलाके 113 साल से ज़्यादा की सजा भी हुई उसको, लेकिन guess करो जेल में कितना time रहा वो, सिरफ 20 साल, क्योंकि ये बंदा जेल को hotel समझता था, जब मन आये check-in कर लिया, या check-out कर लिया, he was the master of escape, तोटल 9 से 10 बा
06:14ने अंदर एक police inspector की uniform स्मगल कराई, फिर एक suitcase में अकबार भरे और guard को रिश्वत दी, ये बोलके कि इसमें लाखो रुपया है, guard लालच में आ गया, नटवरलाल ने uniform पहनी और main gate से ऐसे walk-out किया जैसे उसी का जेलो, बहार के guard ने सोचा कि सहाब आ गये हैं, salute भी मारा, full-on film
06:44नटवरलाल 84 years का हो चुका था, wheelchair पे था, police उसको कानपूर जील से डेली एम्स ला रही थी, treatment के लिए, new Delhi railway station की भीड में, police इधर उदर हुई, और नटवरलाल wheelchair से ही गायब हो गया, police के हाथ में सिरफ खाली wheelchair है गई, एक 84 years का बुढधा आदमी, police को चकमा देकर भाग गया,
07:14इसके हाथ में नहीं लगा, और यहां कानी में आता है final twist, नटवरलाल ने अपनी life में सब को cheat किया, तो अपनी मोत को कैसे छोड़ देता, साल था 2009, उसमें उसके lawyer ने court में application डाली कि नटवरलाल के उपर 100 से ज़्यादा case लगे हुए है, वो हटा दो, क्योंकि उसकी death हो गई
07:44सबी नेटवरलाल का जो भाई था, वो सामने आया और बोला, excuse me, उसकी death तो 1996 में ही हो गई थी, मैंने खुद राची में उस आदमी का अंतिम संसकार किया है, एक आदमी दो death dates, 13 साल का gap, police भी confused थी, file आज तक open है, मतलब बंदा जीते जीतो system के हाथ नहीं आया, मरने के बाद
08:14तो क्या थी नेटवरलाल की legacy, उसके गाउं भांगराट में लोग उसको चोर नहीं, हीरो मानते हैं, एक Robin Hood, जो अमीरों को लूट कर गरीबों को बांट देता था, वहाँ के लोग कहते हैं कि चोरी के बाद वो गाउं आता था, सब को दावत देता था, हर गरीब को 100 रुप
08:44अमीता बच्चन की क्लासिक मूवी मिस्टर नटवरलाल 1979 में जो आई थी, उसी से इंस्पायर्ड है, उसके बाद इमरान हाश्मी की राजा नटवरलाल भी आई थी, यहां तक की बंटी और बबली जैजी फिल्मों का भी बहुत बड़ा आइडिया नटवरलाल से ही लिया �
09:14टाइप का बन गया है, सोचो अगर यह आदमी अपना दिमाग सही जगाँ पर लगाता तो क्या होता, शायद कोई बड़ा बिजनेसमेन होता या टॉप का लॉयर होता, बट उसने चुना एक अलग रास्ता, एक ऐसा रास्ता जिसने इंडिया के सबसे बड़े, सबसे मिस्�
09:44पैनल को सब्सक्राइब करना मत भूलना, मिलते हैं अगले एपिसोड में
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