00:00गुपालगन जीले के लच्छवार दूरगा मंदिर जहां वर्सों से लोगों की आस्था का केंदर रहा है यह मंदिर नक्यवल सक्ति की देवी मा दूरगा को समर्पित है बल्कि यह वह अस्थल भी है माना जाता है जहां प्रीत बाधाओं से ग्रसित लोग मुक्ति पाने के �
00:30this digging from the temples and the mind.
00:38there are also some people who saw that there are also nothing from the temples.
00:50नौरात्री के दोरान इस मंदीर परिसर में जो द्रिस दिखाई देता है वह आम लोगों के लिए काफी अजिबो गरीब और डराऊना हो सकता है
01:00मान्यता है कि यहां मिट्टी की असपर्स से और भभूत से सरीर में मौजूद प्रित आत्माएं पाहर निकल जाती है
01:10कि हम खैरा चपरा जीला के खैरा इस्टेशन है वहीं समय है और मा की आस्था बहुत है
01:19मा में जो भी विश्वास करके यहां आता है उसका मनुकामना पूरुन होता है
01:24हम भी आज से दस बारो साल पहले यहां पर आये थे तो हमारा तबियत बहुत खराब चलता था उसमय
01:33तो मा के पास आये 5-6 साल आये लगतार तो ठीक हो गये हम
01:39फिर हमको ऐसे कुछे प्रेतात्मा का ही कुछे अंस्था और कुछे वही उनीक लोग के चलते कुछे नया-नया बीमारी हमको हो जाता था
01:52तो तो ठीक हो गया आने जाने से लेकिन फिर बीच में आना जाना छोड़ दिये करीब करीब दोस साल तक छोड़ दिये लगतारा ना जाना
02:01है यहां के बारेम जनकारी हमारे यहां के बहुत से लोग आते हैं वहां यहां पर मा के पास और ठीक होकर गये हैं वह लोग ही हमको बताए तो हम यहां नशुरू कर दिये हैं
02:16ुपाल गुण जीले के थावे पढखन्ड के लच्षवार इस्ति दुर्गा मंदिर में जहां की महिमा अपरम पार है यहां दूर दूर से जो भक्त हैं वे आते हैं यहां पर और मा की पूजा अर्चना करते हैं
02:41साथ इस अस्थान का एक महत्व भी है कि यहां जिसके उपर भी प्रेत आत्मा का साया होता है वो यहां से ठीक हो कर जाता है
02:50कई ऐसे लोग हैं जो यहां पर आते हैं और प्रेत बाधा से मुक्ति पाते हैं
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