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  • 10 minutes ago
विजयादशमी के दिन अपराजिता के फूल और पौधे मां दुर्गे को अर्पित की जाती है. शास्त्रों में इसका विशेष महत्व बताया गया है.

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00:00अभी पराजित नहीं माना जाने वाला असत्य पर सत्य का जीत का प्रतीक माना जाने वाला आपराजिता का फूल और पॉदे का विशिस महत्य विजे दसमे के दीन बढ़ जाता है।
00:30अभी पराजिता का फूल पॉदे से मा देवी की पुजा राचना करते हैं, फिर सालो घर में समाल कर रखते हैं, इसे मा देवी की किरपा सालो घर बनी रहती है।
01:00और आपने जो कान में बाली लगाई है कि यह मा का अथिर्वाद है। यह बहुत बड़ी बात है कि आज हम लोग सनातन धर्म में को मानते हैं और आगे बढ़ाते हैं।
01:10और आगे बढ़ाते हैं यह संदे से सभी धर्मों के लिए आप भी मा दुर्गे की आदाधना करें और मा आपको शुक्त, आंति और सम्रिदी पतान करते करें।
01:20धार्मिक मान्यता का नुसार आप्रजाजता का फूल देवी का पर्तिक मना जाता है।
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