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  • 2 days ago
रांची में दुर्गा पूजा की धूम है. कई प्राचीन मंदिरों में पारंपरिक तरीके से मां दुर्गे की पूजा हो रही है.

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00:00आधुनिक्ता के दौर में राजधाने राची में दुर्गा पुजा के लिए भव्य और आकर्षक पंडालों का निर्मान होता है
00:06करोडों के लागत से तैयार इन पंडालों में जहांकिया रोष्णी और कलाकृतियां लोगों को अपनी और खिचती है
00:13लेकिन इस चमक थमक के बीच राची के पारंपरिक मंदीर आज भी अपनी पहचान और आस्था को सहजे हुए है
00:20यह मंदीर नाकेबल धार्मिक केंद्र है बलकि राजधाने की सांस्कृतिक धरोहर भी है
00:25अगला साल हम लोग इसका 200 वर्षगाट मनाएंगे
00:55नहीं वैसा कोई परिसानी देखिए नहीं होता है
00:58सब है ठीक है जगा हो जाता है अराम से पूजा चला जाता है
01:04इनहीं धरोहरों में से एक है स्रिधर्म प्रचारनी दुर्गामंदीर मकुंदनी रोड
01:08जहां लगभग 200 वर्षगों से निरंतर पुजा अर्चना हो रही है
01:12एतिहासिक दास्तावेजोर स्थानिय परंपराओं के अनुसार
01:15यहां 1826 में पहली बार दुर्गा पूजा की शुरुवात हुई थी
01:20तब से लेकर आज तक हर साल देवी दुर्गा के अरधना उसी रितिरिवाज और परंपरा के अनुसार की जाती है
01:26जो दो सतावदी पहले शुरू हुई थी
01:28इस मंदीर के सबसे बड़ी विशेष्टा यहा है कि पूजा कराने वाले पूजारी और मुर्ति निर्बान करने वाले कारीगर भी उसी वन्स परंपरा से आते हैं
01:37जिस परिवार ने 1826 में यह पूजा का आरंब किया था
01:41उनके उत्तराधिकारी आज भी उसी जिमेदारी को निभा रहे हैं
01:45इस तरह यह मंदीर स्रीपूजा अर्चना का स्थान नहीं बलकि पिढ़ी दर पिढ़ी परंपरा को जिवित रखने का प्रतीक है
02:11दिल्चस्प बात यह है कि यह मंदीर मुस्लिम बहुल इलाके डेली मार्केट के बीचो बिचिस्तीत है
02:34इसके बाबजूद इस्थानिया लोगों का कहना है कि बीटे 200 बरसों में इस मंदीर की पूजा कभी बाधित नहीं हुई
02:40कठीन से कठीन परिस्थितियों में भी यहां हर साल सद्धा और विश्वास के साथ पूजा अर्चना होती रही है
02:47इसके साथ ही राजधानी का एक और प्रमुक पूजा स्थल है बड़ा तलाब दुरगा मंदीर जिसकी परंपरा भी लगबग 1.500 बरस पुरानी है
02:54यहां भी पूजा पूरी तरह से अनुसासन रितिरिवाजों के साथ की जाती है
02:58भक्तों का मानना है कि इस मंदीर में देवी के आराधना से घर परिवार में शुक शांति और समरिद्धी आती है
03:04पूजा समीती खास्तोर पर नियम काईदो और अनुसासन का पालन करती है
03:09आधुरिक्ता के दौर पर ऐसे तो राजधाने राची में ऐसे कई पूजा पंडालों का निर्मान हुआ है
03:15जो काफी भव है और करोर रुपे के लागत से बनाया गया है
03:20लेकिन राजधाने राची के डेली मारकेड स्थित इस मंदिर प्रांगन की बात ही कुछ और है
03:26लगभग 200 वर्सों से यहाँ पूजा अर्चना होती आई है
03:30माशक्ति के आरधना के लिए लोग वही परंपरा अपना रहे हैं
03:35जो वर्सों पहले अपना ही गई थी
03:37चंदन वटाचार्या ETV भारत राची
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