00:43लोग यहां आते हैं, किस तरह से स्मरान करते हैं?
00:46इस स्थान को देखकर, कोई भी आशिर चकित होगा, कि महान देश की सबसे महान स्वर कोकिला का जन्म स्थान है, यहां पर हम खड़े हैं.
00:57जिस्चित ही किसी को भी आशिर होगा कि क्या ऐसा स्थान हो सकता है, लता जी के जिन्म स्थान को इस रूप में हम देखेंगे, लेकिन आज यह एक सोरूम के रूप में है.
01:08यहां पर कोई इंदौर में स्मारक नहीं है, बड़ा, लेकिन लता जी जरूर इंदौर का हर वेक्ती जिस तरह से अपनी सवच्षता पर गर्व करता है, उसी तरह से लता जी के इंदौरी होने का गर्व हमें होता है, कि इंदौर में उन्होंने जर्म लिया, यहीं पली ब�
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