00:00तेवहारों के दवरान रेलबे इस्टेशनों पर बड़ी संख्या में यात्रियों की भीड जुटती है और टिकट के लिए उन्हें जद्दो जहद करनी परती है।
00:06काउंटर पर भारी भीड हो जाती है, ऐसे में अन्रिजर्ब टिकट मिलना मुश्किल हो जाता है।
00:11ऐसे में या तो यात्री बेटिकट यात्रा करते हैं या तो फिर चेकिंग में पकड़े जाते हैं।
00:16यात्रियों की इस दिक्कत को दूर करने के लिए अब उत्तर रेलबे महा कुमबाली वेवस्था परवो के दवरान रेलबे इस्टेशनों पर लागू करेगा।
00:25उत्तर प्रदेश के चार बड़े रेलबे इस्टेशनों को इसके लिए चुना गया है। इसमें लखनव का चारवाग रेलबे इस्टेशन आउध्या इस्टेशन प्रयागराज इस्टेशन सामिल होंगे।
00:35यहां पर रेलबे कर्मियों को ड्यूटी पर लगाया जाएगा उन्हें M.U.T.S यानि मोबाइल अन्रिजर्ब टिक्टिंग सिस्टम डिवाइस दी जाएगी।
00:43इनका काम होगा कि यात्रियों को टहल टहल कर टिकट उपलब्द कराएंगे।
00:47कैस देकर भी यात्रियों अपने अन्रिजर्ब टिकट ले सकेंगे। साथ ही कीवार कोड की विवस्ता होगी। इसमें आनलाइन भी बेपेमेंट कर सकेंगे।
00:55कर सकेंगे जिससे डिजिटल सिस्टम को बढ़ावा मिलेगा। उत्तर रेलवे के सीनियर डीसेम कुल्दीप तिवारी बताते हैं कि ये विवस्ता तेवहारों के दावरान चाहें दसेरा हो दीपावली हो और छट पर पर ये लागू होगी।
01:07कि ये स्टेशन इसलिए चुने गए हैं क्योंकि यहां पर यात्रियों की भारी भीड जुटती है। लखनव बनारस और अध्या में 10-10 M.U.T.S. दिये जाएंगे जबकि प्रयाग राज इस्टेशन पर रेल कर्मियों को 5 U.T.S. दिये जाएंगे।
01:20इससे निश्चित तोर पर यात्रियों को टिकट मिलने में काफी आसानी होगी।
01:40इसकर क्राउट कंट्रोलिंग के लिए बहुत अच्छा है कि M.U.T.S. में जो रेलवे स्टाफ है वो डिवाइस को अपने पास रखता है और कहीं भी वो पैसेंजर का टिकट बना सकता है।
01:51और इसके पैसेंजर को भी अगर क्यों लगी हुई है तो वहां तक जाने जरूत है नहीं वह आप इसली टिकट बना सकता है।
01:58इसके पहले कुम्बे में हम लोगों ने क्राउट कंट्रोलिंग के टाइम में इसका प्रयोग किया था। बहुत अच्छा रेस्पांस था पैसेंजर का कि वो लोग को मैक्सिमम उन लोगों ने टिकट लिया और टिकट लेकर के ही वो ट्रेन में या होल्डिंग अरिया में �
02:28करीब अयुद्या लकनवू बनारस में दस-दस हैं और पांच डिवाइस करीब प्रयाग में हैं हमारी वीडियो जनलिस्ट विजयकुवार वर्मा के साथ अखिल पांडे एटीवी भारत लकनवू
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